गोरखमंदिर के हमलावर मुर्तजा की पत्नी ने भी झुठलाया मनोरोगी का दावा
Gorakhnath Mandir Attack Divorced Wife Says Murtaza Was Mentally Healthy
तलाकशुदा पत्नी का बड़ा खुलासा: गोरखपुर कांड के आरोपी मुर्तजा को लेकर बताया बड़ा सच, जांच एजेंसी हैरान
गोरखनाथ मंदिर में हमले का आरोपित मुर्तजा और उसकी पूर्व पत्नी।
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमला करने का आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के सिविल लाइंस स्थित मकान पर सरकारी ताला लगा दिया गया है। मंगलवार शाम छह बजे एक बार फिर पुलिस के साथ पहुंची एटीएस की टीम ने घर के हर कमरे की तलाशी ली और घर को सील कर दिया। वहीं, परिजनों से करीब दो घंटे की पूछताछ के बाद एक युवक को हिरासत में ले लिया है। युवक से पूछताछ की जा रही है। मुर्तजा के घर में जाने का रास्ता नर्सिंग होम से होकर जाता है, इस वजह से वहां पुलिस का पहरा है। आने-जाने वाले मरीज और तीमारदार का नाम-पता नोट किया जा रहा है। उधर, एटीएस ने मुर्तजा से पूछताछ के बाद मिले सवालों का जवाब उसके घरवालों से जानने की कोशिश की है। मुर्तजा और घरवालों के बयान का मिलान जांच एजेंसी कर रही है। एटीएस ने सीसीटीवी कैमरे के डीबीआर को कब्जे में लिया है।
पुलिस हिरासत में आरोपित मुर्तजा
जानकारी के मुताबिक, कमरे की तलाशी के दौरान अरबी भाषा में लिखी धार्मिक किताब पहले ही मिल चुकी है। अब अंग्रेजी में लिखी धार्मिक किताब मिली है। जांच एजेंसी एक ही किताब के दो भाषा में मिलने की वजह तलाश रही है। घर में परिवार के लोग मुर्तजा की मानसिक स्थिति ठीक न होने का हवाला दे रहे हैं।
उनका कहना है कि 2018 से ही अहमदाबाद के डॉक्टर सुधीर वी शाही उसका उपचार कर रहे हैं। इसका पर्चा एटीएस को उपलब्ध कराया गया है। हालांकि, गोरखपुर के डॉक्टरों ने मुर्तजा की मानसिक स्थिति को ठीक बताया है। यही वजह है कि मुर्तजा को मानसिक रूप से स्वस्थ मानते हुए ही आतंकवादी निरोधक दस्ता (एटीएस) जांच को आगे बढ़ा रहा है।
जांच एजेंसी मुर्तजा के घर में लगे सीसीटीवी के डीबीआर को कब्जे में लेकर फुटेज के बैकअप को खंगाल रही है। डीबीआर को कब्जे में लेने की पुष्टि नर्सिंग होम संचालक ने भी की है। फुटेज से देखा जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों में मुर्तजा से मिलने कौन-कौन लोग आए थे। खबर है कि फुटेज से जांच एजेंसी को कई लोगों के चेहरे मिले हैं, जो संदेह के घेरे में हैं। ऐसे लोगों से भी पूछताछ की तैयारी चल रही है।
आरोपित मुर्तजा का घर
तलाकशुदा पत्नी बोली-मानसिक रूप से स्वस्थ था मुर्तजा
मुर्तजा की पहली शादी जौनपुर में मुसफुरुल हक की बेटी से हुई थी। एटीएस की एक टीम उसके पास पहुंची थी। उसने एटीएस की टीम को बताया है कि उसकी शादी 2019 में हुई थी। फिर उसका व्यवहार ठीक न होने की वजह से तलाक ले लिया। उसने एटीएस को बताया है कि मुर्तजा की मानसिक स्थिति तब पूरी तरह से ठीक थी।
गोरखनाथ मंदिर में हमला।
मुर्तजा के ससुर रहे मुसफुरुल हक ने बताया कि शादी के बाद एक बार ही वह घर पर आया था। उसकी मां मेरी बेटी को परेशान करती थी और भी कई वजहें हैं, जिससे रिश्ते में दरार पड़ गई और बेटी ने तलाक ले लिया।
Gorakhpur Accused Sent Money To Terrorist Organization ISIS
गोरखपुर कांड: मुर्तजा ने आईएसआईएस के खाते में भेजे थे रुपये, एटीएस के हाथ लगे चौंकाने वाले सबूत
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे सिपाहियों पर हमले के आरोपी मुर्तजा अहमद अब्बासी ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस के बैंक खाते में लाखों रुपये भेजे हैं। इसकी जानकारी यूपी एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) को मिल गई है। एटीएस मुर्तजा को ढूंढते हुए सिविल लाइंस स्थित आवास पर भी गई थी, लेकिन वह नहीं मिला। मुर्तजा को यह पता चल गया था कि एटीएस ने गिरफ्तारी का जाल बिछा दिया है। लिहाजा, घर से लापता हो गया, फिर आनन-फानन घटना को अंजाम देने पहुंच गया। एटीएस की अब तक की जांच से पता चला है कि मुर्तजा के जिन बैंक खातों से रुपये भेजे गए हैं, इसकी जानकारी मिल चुकी है। चार बैंक खातों का ब्योरा भी मिल चुका है। मुर्तजा के डेबिट कार्ड का नंबर सुरक्षित रख लिया गया है। एटीएस के सूत्रों के मुताबिक, मुर्तजा ने लोन वुल्फ अटैक मॉड्यूल के तहत वारदात अंजाम दिया है। इस मॉड्यूल में बिना किसी टीम के अकेले ही घटना को अंजाम दिया जाता है।
गोरखनाथ मंदिर में हमला।
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गोरखनाथ मंदिर में हमला। – फोटो : अमर उजाला।
इसमें धारदार हथियार (चाकू या फिर अन्य) का ही प्रयोग किया जाता है। इस माड्यूल को लोन वुल्फ अटैक इसलिए कहते हैं, क्योंकि यह भेड़िए की तरह अकेले हमला करने की रणनीति होती है।
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Gorakhnath Mandir Attack
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Gorakhnath Mandir Attack – फोटो : अमर उजाला
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। एटीएस के एडीजी, आईजी व एसटीएफ के एडीजी के साथ ही इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के अफसरों ने डेरा डाल दिया है। एनआईए के अफसर भी आ सकते हैं। गुजरात एटीएस के भी आने की चर्चा है
आतंकी संगठनों की वेबसाइट भी देखता था मुर्तजा
एटीएस के सूत्रों के मुताबिक, मुर्तजा आतंकी संगठनों की वेबसाइट देखता था। सर्च करके पढ़ता था। विवादित किताबें व साहित्य पढ़ने के तथ्य भी सामने आए हैं। मुर्तजा के जब्त लैपटॉप और मोबाइल फोन से भड़काऊ व धार्मिक उन्माद के वीडियो भी मिले हैं।
अब जांच एजेंसी मुर्तजा के नेटवर्क को खंगाल रही है। यह जानने की कोशिश कर रही है कि मुर्तजा किसके संपर्क में आने के बाद आईएसआईएस के बैंक खाते में रकम भेजने लगा। यह किसी के सहयोग के बगैर संभव नहीं है। किसी ने बैंक खाते का नंबर दिया होगा, तभी पैसा भेजा गया।
मुर्तजा से बरामद सामान
नेपाली करेंसी भी बरामद
जामा तलाशी के दौरान भूरे रंग की पर्स। उसके अंदर अर्थी स्कैन की पर्ची, एक आईसीआईसीआई बैंक का एटीएम कार्ड, एक एटीएम कार्ड प्लैटिनम फेडरल बैंक (अहमद मुर्तजा अब्बासी के नाम का), महाराष्ट्र का एक ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का एटीएम कार्ड, आईसीआईसीआई बैंक का एटीएम कार्ड, एक आधार कार्ड, नेपाल राष्ट्र का 10 रुपये का नोट, 170 रुपये नकद (10 रुपये के 17 नोट), तीन अदद छोटी चाबी, एक माइक्रो वोडाफोन का सिम, कंधे पर टंगा रैक्सीन का काले रंग का ( एलन सॉली) पिट्ठू बैग, एक इलेक्ट्रानिक लीड लगा लैपटॉप मैक बुक व कुछ अन्य सामान थे।
मुर्तजा के बैग से चाकू भी बरामद
घटना के बाद मुर्तजा के पास से धारदार हथियार भी बरामद हुए हैं। इसका जिक्र एफआईआर में भी है। इसके मुताबिक, हमले के वक्त मुर्तजा के पास चाकू भी था। दो बांका (धारदार) हथियार भी बरामद किया गया है। जिस बांका से सिपाहियों पर हमला किया गया था, वह खून से सना था, जबकि दूसरा बांका व एक चाकू मुर्तजा के बैग में रखा था। सभी बरामद हथियार को सीलबंद कर जब्त कर लिया गया।
मुर्तजा और उसके जानने वालों के बैंक खातों की छानबीन की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि किस खाते से कहां-कहां रुपये भेजे या मंगवाए गए। अब तक की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। घटना से दो दिन पहले भी बैंक खातों में रुपये की हेराफेरी की जानकारी मिली थी। इस पर एटीएस की टीम मुर्तजा के घर गई थी। इसके तत्काल बाद मुर्तजा ने इस घटना को अंजाम दे दिया। ऐसे हमलों को लोन वुल्फ अटैक माड्यूल कहते हैं। जांच चल रही है।
-अमिताभ यश, आईजी एटीएस
पूरे मामले की जांच एटीएस के हाथों में है। आतंकी संगठनों से सांठगांठ की बात सामने आई है। मामला बेहद गंभीर है। पूरे मामले की जानकारी जांच एजेंसी को है। – प्रशांत कुमार, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर