पॉलिटेक्निक संस्थानों में देंगे शिक्षक, थलीसैंण व बुंगीधार आईटीआई में कक्षायें शीघ्र
पाॅलिटेक्निक संस्थानों में शिक्षकों को दी जायेगी नियुक्ति: डॉक्टर धन सिंह
थलीसैण व बुंगीधार आईटीआई में शीघ्र शुरू होंगी कक्षाएं: उच्च शिक्षा मंत्री
देहरादून, 02 जनवरी 2021। सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅक्टर धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित सभा कक्ष में तकनीकी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली जिसमें श्रीनगर एवं थलीसैण में स्वीकृत आईटीआई भवन का कार्य शीघ्र प्रारम्भ करने के निर्देश दिये साथ ही पाबौं एवं बुंगीधार आईटीआई भवनों का लोकार्पण कर प्रशिक्षण शुरू करने को कहा।
बैठक में विभागीय अधिकारियों ने बताया कि शासन ने श्रीनगर एवं थलीसैण में स्वीकृत आईटीआई भवनों की डीपीआर तैयार कर ली है जिसकी स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जायेगा। इसके अलावा विधानसभा क्षेत्र श्रीनगर के अंतर्गत विकासखंड मुख्यालय थलीसैण एवं बुंगीधार में तैयार आईटीआई भवनों का शीघ्र लोकार्पण कर माह मार्च 2021 से पहले प्रशिक्षण शुरू कर दिया जायेगा। बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री ने तकनीकी शिक्षा विभाग के पालिटेक्निक संस्थानों से पूर्व में हटाये गये संविदा/आउट सोर्सिंग के माध्यम से तैनात शिक्षकों को योग्यतानुसार पुनः सेवा में रखे जाने के निर्देश दिये। डाॅक्टर रावत ने कहा कि वर्ममान में राज्य के कई पाॅलिटेक्निक संस्थानों में शिक्षकों की कमी चल रही है। जिनमें योग्यतानुसार नए सिरे पूर्व में हटाये गये बेरोजगारों कोे तैनाती दी जायेगी।
बैठक में अपर सचिव तकनीकी शिक्षा झरना कमठान, निदेशक प्रशिक्षण कौशल विकास आर राजेश कुमार, निदेशक तकनीकी शिक्षा हरि सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर यूपीआरएनएन लिमिटेड एस.के.मलिक, प्रोजेक्ट मैनेजर पेयजल निगम श्रीनगर पी.के.अग्रवाल, सहायक अभियंता वी.पी. प्रजापति सहित कई विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
श्रीदेव सुमन विवि के परीक्षा नियंत्रक की पुस्तक का उच्च शिक्षा मंत्री ने किया विमोचन
उच्च शिक्षा मंत्री डाॅक्टर धन सिंह रावत ने आज विधानसभा स्थित सभा कक्ष में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डाक्टर रमेश सिंह चौहान द्वारा लिखित पुस्तक ‘नो योर लर्निंग स्टाइल’ का विमोचन किया। इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि डाॅक्टर चौहान ने पुस्तक में माध्यमिक शिक्षा के विद्यार्थियों की अधिगम शैली का विस्तृत वर्णन किया है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक बच्चों की आवश्यकता एवं रूचियों के अनुरूप उनमें अध्ययन के लिए प्रेरित व मार्गदर्शित करेगी। वहीं डाॅ. चैहान ने बताया कि यह पुस्तक विद्यार्थियों के साथ-साथ अध्यापकों, अभिभावकों एवं देश के शिक्षाविदों तथा शिक्षा संबंधी नीति निर्धारकों के लिए भी उपयोगी सिद्ध होगी।
इस अवसर पर श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के सहायक परीक्षा नियंत्रक डाॅक्टर हेमन्त बिष्ट, मान्यता प्रभारी सुनील नौटियाल सहित विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।