तीरथ ने बांटे मंत्रियों को विभाग,पुरानों से छेड़छाड़ नहीं,गणेश को औद्योगिक विकास

तीरथ सरकार ने कैबिनेट मंत्रियों को बांटे विभाग
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कैबिनेट मंत्रियों को विभागों का बंटवारा कर दिया है. कैबिनेट की टीम-11 के इन दिग्गजों को कौन-कौन से विभागों की जिम्मेदारी दी गई है.
इसमें बंशीधर भगत को विधाई एवं संसदीय कार्य, गणेश जोशी को सैनिक कल्याण और औद्योगिक विकास,बिशन सिंह चुफाल को पेयजल एवं ग्रामीण निर्माण,स्वामी यतीश्वरानंद को गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग दिये गये हैं।
देहरादून 16 मार्च : उत्तराखंड राज्य में नेतृत्व परिवर्तन करने के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के नेतृत्व में कैबिनेट का गठन किया गया. हालांकि, इस कैबिनेट में 8 विधायक को कैबिनेट मंत्री और तीन विधायक को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेदारी सौंपी गई. वहीं, उत्तराखंड कैबिनेट का गठन तो कर दिया गया था लेकिन अभी तक मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया था. जिसके बाद मंगलवार को कैबिनेट मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है

तीरथ सरकार ने कैबिनेट मंत्रियों को बांटे विभाग
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कैबिनेट मंत्रियों को विभागों का बंटवारा कर दिया है. कैबिनेट की टीम-11 के इन दिग्गजों को कौन-कौन से विभागों की जिम्मेदारी दी गई है.
इसमें बंशीधर भगत को विधाई एवं संसदीय कार्य, गणेश जोशी को सैनिक कल्याण और औद्योगिक विकास,बिशन सिंह चुफाल को पेयजल एवं ग्रामीण निर्माण,स्वामी यतीश्वरानंद को गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग दिये गये हैं।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मंत्रिमंडल के सदस्यों को आखिरकार चार दिन बाद विभाग मंगलवार शाम को बांट दिए गए हैं। सीएम तीरथ ने खुद करीब डेढ़ दर्जन विभाग अपने पास रखे हैं। सीएम तीरथ गृह, वित्त,ऊर्जा, पीडब्ल्यूडी, तकनीकी शिक्षा,राजस्व,चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य, आबकारी जैसे भारी-भरकम विभाग खुद अपने पास रखे हैं। त्रिवेंद्र सरकार में रहे कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे, यशपाल आर्य, सुबोध उनियाल, सतपाल महाराज,डॉ. हरक सिंह रावत, राज्यमंत्री (सभी स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत और रेखा आर्य के विभागों में कोई फेरबदल नहीं किया गया है।

भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत को शहरी विकास, नागरिक आपूर्ति,आवास विभाग आदि जैसे महत्वपूर्ण विभाग दिया गया है। जबकि, नए मंत्रियों में शामिल डिडिहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल को पेयजल, ग्रामीण निर्माण और जनगणना दिया गया है। सैनिक पृष्ठभूमि वाले मसूरी विधायक व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को सैनिक कल्याण, खादी एवं औद्योगिक विकास की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि, सरकार में पहली बार मंत्री का पद संभाल रहे राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरिद्वार ग्रामीण के विधायक स्वामी यतीश्वरानंद को गन्ना विकास, चीनी उद्योग, भाषा आदि विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।

बता दें कि उत्तराखंड में मंत्रियों के विभागों के बंटवारे को लेकर पिछले चार दिनों से कयास लगाई जा रही थी। सूत्रों की मानें तो भाजपा हाईकमान के इंतजार के बाद ही आज मंगलवार शाम को मंत्रियों को विभाग बांटे गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी छोड़कर कैबिनेट में आए बंशीधर भाजपा की पूर्व की सरकारों में वन, कृषि, उद्यान, पशुपालन जैसे विभाग देख चुके हैं लेकिन तीरथ सरकार में उन्हें नए विभागों की जिम्मेदारी दी गई है और चुफाल को भी नए विभागों में काम करना होगा। वर्ष 2007 के मंत्री कार्यकाल में सहकारिता विभाग उन्हीं के पास था।

दूसरी तरफ, मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल हुए मंत्रियों में भी विभागीय बंटवारा असमान था। सुबोध उनियाल पसंद न होने के बावजूद कृषि-उद्यान विभाग को देख रहे हैं, जबकि हरक के पास भी वन-पर्यावरण, श्रम विभाग ही बड़े विभाग रहे हैं। उधर, सीएम तीरथ सिंह रावत भी अपने पास ज्यादा विभाग रखने के मूड में नहीं हैं। बता दें कि राजभवन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने 11 विधायकों को पद व गोपनीयता की शपथ पिछले हफ्ते शुक्रवार को दिलाई थी। त्रिवेंद्र सरकार में खाली चल रहे कैबिनेट मंत्रियों के तीन रिक्त पदों को भी इस बार भरा गया है।

मंत्रिमंडल में त्रिवेंद्र सरकार के कैबिनेट मंत्रियों को ही दोबारा जगह मिली है। मंत्रिमंडल विस्तार में सात पुराने चेहरे हैं, जबकि चार विधायकों को पहली बार कैबिनेट में शामिल किया गया है। 11 मंत्रियों में आठ को कैबिनेट मंत्री जबकि तीन विधायकों को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी दी गई है। तीरथ ने अपनी कैबिनेट में गढ़वाल व कुमाऊं में बैलेंस बनाने की पूरी कोशिश की है। पहली बार मंत्री बन रहे विधायकों पर कुछ कम भार रखा गया है ताकि सरकार में संतुलन बना रहे। जबकि, प्रमुख विभागों को सीएम तीरथ ने अपने पास रखकर अधिकारियों को हर 15 दिनों में समीक्षा करने की भी बात कही है।

तीरथ सिंह रावत — गोपन, कार्मिक, सतर्कता, सुराज, भ्रष्टाचार उन्मूलन एवं जनसेवा, गृह, कारागार, नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड एवं अर्द्ध सैनिक कल्याण, वित्त वाणिज्य कर, स्टांप एवं निबंधन, राज्य संपत्ति, राजस्व, न्याय, तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, नागरिक उड्डयन, सूचना, लोनिवि, आबकारी, नियोजन, सचिवालय प्रशासन, सामान्य प्रशासन, ग्राम्य विकास, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा, औद्योगिक विकास(खनन)

सतपाल महाराज — सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, लघु सिंचाई, जलागम प्रबंधन, भारत नेपाल उत्तराखंड नदी परियोजनाएं, पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व

बंशीधर भगत– विधायी एवं संसदीय कार्य, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, शहरी विकास, आवास, सूचना एवं प्रौद्योगिकी

डॉ. हरक सिंह रावत — वन, पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन, श्रम, कौशल विकास एवं सेयायोजन, आयुष, आयुष शिक्षा

बिशन सिंह चुफाल — पेयजल, वर्षा जल संग्रहण, ग्रामीण निर्माण, जनगणना

यशपाल आर्य — परिवहन, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, छात्र कल्याण, निर्वाचन

अरविंद पाण्डेय — विद्यालयी शिक्षा बेसिक, माध्यमिक, खेल, युवा कल्याण, पंचायतीराज, संस्कृत शिक्षा

सुबोध उनियाल — कृषि, कृषि शिक्षा, कृषि विपणन, उद्यान एवं कृषि प्रसंस्करण, उद्यान एवं फलोद्योग, रेशम विकास, जैव प्रौद्योगिकी

गणेश जोशी — सैनिक कल्याण, औद्योगिक विकास, लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग

राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार)

डॉ. धन सिंह रावत — सहकारिता, प्रोटोकॉल, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास, उच्च शिक्षा

रेखा आर्या — महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास, पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन

यतीश्वरानंद — भाषा, पुनर्गठन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग

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