तीन प्रकार की हैं सेमी हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेनें
Vande Bharat Express: तीन तरह की होंगी यह स्वदेशी ‘सेमी-हाई स्पीड’ ट्रेन, जानें- कब से चलेंगी और किसमें क्या होगा खास
Vande Bharat Express Latest News: वंदे भारत रेलगाड़ियों को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति के साथ तैयार किया गया है, लेकिन वे पटरी की क्षमता के अनुसार 130 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से चलेंगी।
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‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ स्वदेशी ‘सेमी-हाई स्पीड’ ट्रेन है।
Vande Bharat Express Latest News: स्वदेशी ‘सेमी-हाई स्पीड’ ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस अब तीन नए फॉर्मैट्स में चलेगी। इन तीन प्रारूपों में वंदे चेयर कार, वंदे मेट्रो और वंदे शयनयान ट्रेन्स होंगी, जो कि अगले साल फरवरी-मार्च तक चलेंगी।
यह जानकारी केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार (25 मई, 2023) को दी। उत्तराखंड में देहरादून में उन्होंने बताया कि शताब्दी, राजधानी और लोकल ट्रेन की जगह लेने की तैयारी कर रही ये रेलगाड़ियां चेन्नई के कोच निर्माण कारखाने में बनाई जा रही हैं। एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने जानकारी दी कि इन रेलगाड़ियों की अधिकतम स्पीड 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के लिए अगले तीन से चार साल में रेल पटरियों को और बढ़िया बनाया जाएगा। वैष्णव के अनुसार, “वंदे भारत के तीन प्रारूप हैं। सौ किमी से कम की यात्रा के लिए वंदे मेट्रो, 100-550 किमी के लिए वंदे चेयर कार और 550 किमी से अधिक की यात्रा के लिए वंदे स्लीपर। ये तीनों प्रारूप फरवरी-मार्च (अगले साल) तक तैयार हो जाएंगे।”
उनके मुताबिक, जून के मध्य तक हर राज्य को वंदे भारत रेलगाड़ी मिल जाएगी। इन रेलगाड़ियों के निर्माण में तेजी लाई जा रही है। हर आठवें या नौवें दिन कारखाने से एक नई रेलगाड़ी निकल रही है। दो और कारखानों में काम शुरू होने जा रहा है। इन कारखानों की आपूर्ति श्रृंखला स्थिर होने के बाद हमारे पास एक नई रेलगाड़ी आएगी।
उन्होंने आगे बताया, ‘‘पुरानी पटरियों को 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच की गति का समर्थन करने के लिए तैयार किया गया था। लगभग 25,000-35,000 किलोमीटर पटरियों को 110 किलोमीटर प्रति घंटे, 130 किलोमीटर प्रति घंटे और 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के समर्थन के लिए उन्नत किया जा रहा है। यह काम अगले तीन से चार साल में हो जाएगा।’’
मंत्री के अनुसार, रेलवे सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए रेल संपर्क परियोजनाओं पर तेजी से काम कर रहा है। रेल यात्रियों को 4जी-5जी सेवाएं मुहैया कराने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। रेलवे की ओर से तेजी से 4जी-5जी टावर लगाए जा रहे हैं। कई स्थानों पर उन्हें स्थापित किया गया है और यह काम लगातार जारी है।
ये सारी बातें उन्होंने देहरादून से दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल रेलवे स्टेशन तक वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत के बाद कहीं। दरअसल, दिल्ली-देहरादून वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री मोदी ने हरी झंडी दिखाई। उत्तराखंड के लिए इस तरह की पहली रेलगाड़ी राज्य की राजधानी और राष्ट्रीय राजधानी के बीच यात्रा के समय को देहरादून-नई दिल्ली रेलवे स्टेशन शताब्दी एक्सप्रेस में लगने वाले छह घंटे और 10 मिनट से घटाकर साढ़े चार घंटे कर देती है।