उप्र तीसरा चरण: तनाव फ़ाइनल जैसा, सर्वाधिक 69% मतदान ललितपुर में, सबसे कम फर्रूखाबाद 57%
UP के थर्ड फेज में फाइनल जैसा प्रेशर:59 सीटों पर 57.58% वोटिंग; हिजाब पर हंगामा, जय श्री राम की नारेबाजी, खूनी झड़पें और फोटो वाली मेयर पर FIR
लखनऊ 20 फरवरी।उत्तर प्रदेश में रविवार को थर्ड फेज में 59 सीटों पर 59% वोटिंग हुई। इस दौरान 16 जिलों में प्रेशर ऐसा दिखा, जैसे चुनाव का फाइनल राउंड हो। कानपुर में हिजाब पर हंगामा हुआ तो प्रशासन ने सफाई दी। यहीं के रावतपुरा बूथ पर प्रत्याशी के सामने जय श्रीराम की नारेबाजी हुई। छिटपुट झड़पों के बीच झांसी में खूनी संघर्ष देखने को मिला। रिवॉल्वर अम्मा के नाम से मशहूर मेयर प्रमिला पांडे ने वोटिंग की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की तो उन पर FIR हो गई।
थर्ड फेज के चुनिंदा हाईलाइट्स जानने से पहले देख लेते हैं, दिनभर की वोटिंग का क्या हाल रहा…
अब जान लीजिए थर्ड फेज में कौन सी घटनाएं बनीं सुर्खियां
1. हिजाब को लेकर कानपुर में विवाद, जय श्री राम के नारे भी लगे
कानपुर के हडसन पोलिंग बूथ पर हिजाब को लेकर विवाद हो गया। कुछ मुस्लिम महिलाओं ने कैमरे के सामने शिकायत की कि उन्हें हिजाब पहनकर वोटिंग से रोका गया। महिलाओं का पोल अधिकारियों से विवाद भी हुआ। इसके बाद पुलिस पहुंची और इसका निपटारा किया। हालांकि, बाद में प्रशासन ने बयान जारी कर स्पष्टीकरण दिया कि हिजाब को लेकर विवाद की बात अफवाह है। विवाद था भीतो पुलिस ने निपटा दिया। कानपुर में ही रावतपुरा रामलला स्कूल में सपा प्रत्याशी सम्राट विकास के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारे लगाए।
2. झांसी में हिंसक झड़प तो जालौन में आपस में भिड़े भाजपाई
झांसी के बबीना विधानसभा में सिमथरी गांव में सपा-भाजपा कार्यकर्ताओं में लाठी-डंडों से मारपीट हुई। पथराव भी हुआ। कई घायल हुए । एक वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गए। उधर, जालौन भाजपा में आपसी कलह सामने आई। भाजपा कोंच नगर अध्यक्ष और पार्टी कार्यकर्ताओं में झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कानपुर के किदवई नगर में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों में विवाद हो गया। तनाव देखते हुए दोनों ही प्रत्याशियों को नजरबंद कर दिया गया और बूथ पर भारी फोर्स तैनात की गई।
3. सैफई में यादव परिवार की वोटिंग, अखिलेश-डिंपल ने डाला वोट, मुलायम व्हील चेयर पर आए
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के परिवार ने सैफई में मतदान किया। वे खुद व्हीलचेयर पर पहुंचे, जबकि शिवपाल, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और पत्नी डिंपल यादव ने भी मतदान किया। मुलायम सिंह के भाई अभय राम (78 वर्ष) वोट डालने बाइक से सुबह-सुबह ही पहुंचे गए थे। मुलायम परिवार के 32 सदस्यों में 30 सदस्यों ने मतदान किया। परिवार की पार्टी से बगावत कर चुकी अपर्णा यादव और उनकी सास साधना यादव वोट डालने नहीं आए। सूत्रों के मुताबिक अपर्णा ने पोस्टल बैलेट से मतदान किया है।
4. वोटिंग बीच भी बयानबाजी नहीं थमी, मोदी-योगी और अखिलेश के बयान आए
5. बिकरू कांड वाले गांव में लगी कतारें, लेकिन कई जगहों पर वोटिंग का बहिष्कार
गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के कारण चर्चा में आए बिकरू गांव में सुबह से ही वोटर्स की कतारें लगी रहीं। ज्यादातर लोगों ने कहा कि अब वोट डालते समय भय नहीं रहा। बिकरू में 2 जुलाई 2020 को विकास दुबे गैंग ने 8 पुलिसवालों की हत्या कर दी थी। हालांकि, 16 में से कुछ जिलों महोबा, ललितपुर, हाथरस और टूंडला में वोटिंग का बायकॉट किया गया। हाथरस के नगला बिहारी में गांव वालों ने मतदान रोक दिया। यहां सुबह 10 बजे तक सिर्फ 4 लोगों ने वोट डाला था। ललितपुर के 5 गांवों में शाम 4 बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा। कुछ जगहों पर ईवीएम में खराबी की वजह से वोटिंग देर से शुरू हुई थी।
6. कानपुर मेयर पर मुकदमा, सपा प्रत्याशी ने भी तोड़ा नियम
कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे पर वोटिंग के दौरान पोलिंग बूथ से अपनी फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करने पर FIR दर्ज हो गई । इसके अलावा सपा नेता नीलम रोमिला सिंह ने भी अपने वोट करने की सेल्फी फेसबुक पर पोस्ट की। इनके पहले कानपुर में भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष नवाब सिंह और कानपुर से ही सपा प्रत्याशी अभिमन्यु गुप्ता ने फेसबुक पर वोटिंग का वीडियो पोस्ट किया। इनके खिलाफ भी कार्रवाई आदेश हो गए हैं। उधर, जालौन में माधोगढ़ विधानसभा के सपा से प्रत्याशी राघवेंद्र सिंह ने सपा उमीदवार के पक्ष में वोट करने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।
7. भाजपा नेता को गोली लगने से हड़कंप, हाथरस में तनाव
हाथरस जिले की सिकंदराराऊ विधानसभा में भाजपा नेता जिला महामंत्री कृष्णा यादव की गोली लगने से मौत हो गई। अभी तक यह मामला चुनाव से जुड़ा नहीं बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि कृष्णा यादव की मौत की वजह पारिवारिक विवाद है। पर, चुनाव के बीच संदिग्ध हालात में हुई मौत से हाथरस में सनसनी फैल गई है और इलाके में तनाव का माहौल है।
अब जान लीजिए 59 सीटों पर 2017 में किसके हाथ लगी थी बाजी
वो मुद्दे जो चुनाव प्रचार के दौरान छाए रहे
वैसे तो उत्तर प्रदेश का पूरा चुनाव जिन्ना, आतंकवाद, तमंचावाद, गुंडागर्दी, पुलिस एनकाउंटर, ब्राह्मण उत्पीड़न, गर्मी जैसे मुद्दों के इर्द-गिर्द रहा है। शनिवार को भी मुुुख्यमंत्री योगी ने अहमदाबाद ब्लास्ट के एक दोषी के पिता का सपा से कनेक्शन होने का बयान दिया था। सपा और कांग्रेस बेरोजगारी, पुलिस उत्पीड़न, महिला अपराध पर सरकार को घेरे हुए हैं।
हॉट सीटें, जिन पर सबकी नजर
तीसरे चरण की 5 सबसे चर्चित विधानसभा सीटों में से 4 सपा का गढ़ हैं। एक सीट भाजपा के कब्जे वाली भी है। मोदी से लेकर मुलायम तक सभी बड़े नेता इन विधानसभा सीटों पर बड़ी-बड़ी रैलियां कर चुके हैं।
1. करहल में अखिलेश VS एसपी बघेल
ये उत्तर प्रदेश चुनाव की सबसे हॉट सीट हैं। यहां से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव चुनावी मैदान में हैं। अखिलेश को कड़ी टक्कर देने को यहां से भाजपा ने आगरा के सांसद और कैबिनेट मंत्री एसपी. सिंह बघेल को मैदान में उतारा है। 1993 से लेकर अब तक सिर्फ यादव ही चुनाव जीतते आए हैं, पार्टी चाहे कोई भी रही हो। कहा जा रहा है, इस सीट पर गुरु के बेटे और शिष्य के बीच की लड़ाई है। दरअसल, एसपी सिंह बघेल मुलायम के राजनीतिक शिष्य हैं और अखिलेश बेटे।
2. जसवंतनगर में शिवपाल VS विनय शाक्य
पिछले 5 विधानसभा चुनावों से इस सीट पर केवल समाजवादी पार्टी का कब्जा है। मुलायम सिंह यादव भी पहली बार इसी सीट को जीत कर विधायक बने थे। इस बार फिर अखिलेश के चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव चुनावी मैदान में हैं। भाजपा ने यहां से युवा नेता विनय शाक्य को मैदान में उतारा है। 32 साल के विनय जसवंतनगर क्षेत्र के चर्चित चेेेेहरेे हैं। इनके पिता मनोज शाक्य भी जाने-माने समाजसेवी हैं।
3. कन्नौज में असीम अरुण VS अनिल दोहरे
दुनियाभर में इत्र नगरी के नाम से जानी जाने वाली कन्नौज वो सीट है, जहां से अखिलेश और डिंपल यादव ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। इत्र व्यापारी के घर छापे के बाद से ये शहर लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। इस सीट में सपा और भाजपा में कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। यहां सपा के तीन बार विधायक रहे अनिल दोहरे चौथी बार चुनावी मैदान में हैं। वहीं भाजपा ने कानपुर के पूर्व पुलिस कमिश्नर असीम अरुण को मैदान में उतारा है। पिछले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी बनवारी लाल केवल 2454 वोट से हार गए थे।
4. हाथरस में रामवीर VS गुड्डू चौधरी
भाजपा और आरएलडी के बीच कड़ी टक्कर है। इस सीट पर 15 जनवरी को बसपा छोड़ भाजपा में आए रामवीर उपाध्याय चुनावी मैदान में हैं। उनको सपा के समर्थन वाले आरएलडी के प्रदीप चौधरी गुड्डू कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं। जहां एक ओर रामवीर बसपा के बड़े नेता और सरकार में पूर्व मंत्री रहे हैं। हाथरस जिले में सभी 3 विधानसभा सीटों से विधायक बन चुके हैं। वहीं गुड्डू भी यहां से जिला पंचायत सदस्य और चर्चित नाम हैं। उनको सीट की सबसे बड़ी जाट आबादी का समर्थन प्राप्त है।
5. कानपुर में विश्नोई VS हाजी इरफान
सपा का मजबूत किला मानी जाती है। मोदी लहर में भी भाजपा इस सीट पर कब्ज़ा नहीं कर पाई। भाजपा पिछले 20 साल से इस सीट पर जीत का इंतजार कर रही है। सपा के टिकट पर 2012 से लगातार विधायक बन रहे हाजी इरफान सोलंकी फिर चुनावी मैदान में हैं। वहीं भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष और एमएलसी सलिल विश्नोई को मैदान में उतारा है। सलिल विश्नोई आर्यनगर और जनरलगंज से 3 बार के विधायक हैं।
करोड़पति कैंडिडेट्स के मामले में सपा आगे
तीसरे चरण में सपा पार्टी के 52 उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि भाजपा केे 48 उम्मीदवार ऐसे हैं। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार बसपा ने ऐसे 46 उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने 29 और आम आदमी पार्टी ने 18 करोड़पति मैदान में उतारे हैैं। 20 फरवरी को चुनाव लड़ने वाले 627 उम्मीदवारों में से 245 (39%) उम्मीदवार करोड़पति हैं।
मैदान में सबसे अमीर उम्मीदवार सपा के यशपाल सिंह यादव हैं, जिनकी संपत्ति 70 करोड़ रुपए से अधिक है। वह झांसी की बबीना सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरे कानपुर के किदवई नगर सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी अजय कपूर के पास 69 करोड़ की संपत्ति है।
इन 59 विधानसभा सीटों पर मतदान
हाथरस, सादाबाद, सिकंदरा राऊ, टूंडला, जसराना, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, सिरसागंज, कासगंज, अमांपुर, पटियाली, अलीगंज, एटा, मारहरा, जलेसर, मैनपुरी, भोगांव, किशनी, करहल, कायमगंज, अमृतपुर, फर्रुखाबाद, भोजपुर, छिबरामऊ, तिर्वा, कन्नौज, जसवंतनगर, इटावा, भरथना, बिधूना, दिबियापुर, औरैया, रसूलाबाद, अकबरपुर-रनिया, सिकंदरा, भोगनीपुर, बिल्हौर, बिठूर, कल्याणपुर, गोविंदनगर, सीसामऊ, आर्यनगर, किदवई नगर, कानपुर कैंटोनमेंट, महराजपुर, घाटमपुर, माधौगढ़, कालपी, उरई, बबीना, झांसी नगर, मऊरानीपुर, गरौठा, ललितपुर, महरौनी, हमीरपुर, राठ, महोबा, चरखारी।