अजमेर दरगाह केस के वादी विष्णु गुप्ता को देश-विदेश से हत्या की धमकी
Ajmer Dargah Case Hindu Sena Chief Vishnu Gupta Receives Death Threats
अजमेर दरगाह केस में मंदिर होने का दावा करने वाले विष्णु गुप्ता को मिली धमकी, कॉलर बोला- ‘सर कलम कर देंगे’
नई दिल्ली एक दिसंबर 2024 । अजमेर दरगाह में शिव मंदिर के दावे के मामले को कोर्ट में ले जाने पर हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता को जान से मारने की धमकियां दी गई हैं। कॉल कनाडा और भारत से आई हैं। विष्णु गुप्ता ने कहा कि वे धमकियों से नहीं डरेंगे और कानूनी तरीके से लड़ाई जारी रखेंगें।
अजमेर दरगाह में शिव मंदिर होने के दावे के मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को कोर्ट में ले जाने वाले हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता को अब इस केस में जान से मारने की धमकी मिली है। पूरे मामले की जानकारी खुद विष्णु गुप्ता ने दी है। उन्होंने बताया कि इस केस में धमकी देने वाला एक कॉलर कनाडा से है और एक भारत से है। धमकी देना वाला बोल रहा है कि यदि वो इस केस में पीछे नहीं हटे तो उन्हें परेशानी होगी। धमकी देने वाले कॉलर का कहा है कि तेरा सर कलम कर दिया जाएगा गर्दन काट दी जाएगी तूने अजमेर दरगाह का केस फाइल करके बहुत बड़ी गलती कर दी।
कनाडा से आई कॉल
विष्णु गुप्ता ने बताया कि उन्हें दो कॉल की गई है। एक भारत से और दूसरी कनाडा से आई है। कनाडा से आई कॉल में उन्हें धमकी दी गई कि आपने अजमेर दरगाह का केस फाइल कर बहुत बड़ी गलती कर दी। अब आपकी गर्दन काट दी जाएगी, सिर कलम कर दिया जाएगा। विष्णु गुप्ता ने कहा कि ऐसे धमकियों से डरने वाले नहीं है हम कानून के तहत काम कर रहे हैं और कोर्ट जाना हमारा अधिकार है और हम कोर्ट के माध्यम से अपने मंदिरों को वापस लेकर रहेंगे और अजमेर दरगाह संकट मोचन महादेव मंदिर था है और रहेगा।
उन्होंने दिल्ली पुलिस से इसकी शिकायत की है। विष्णु गुप्ता ने कहा कि मैं ऐसी धमकियों से डरने वाला नहीं हूं। हम सिर्फ अपना हक मांग रहे हैं, हमने किसी भी भावना को आहत नहीं किया है। न ही किसी की भावना को आहत करना चाहते हैं। अजमेर दरगाह में शिव मंदिर है और कानूनी लड़ाई से उसको वापस लेंगें।
विष्णु गुप्ता ने अजमेर दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए अजमेर पश्चिम की सिविल कोर्ट में वाद दायर किया था. उसके बाद उन्हें कनाडा से एक अज्ञात व्यक्ति ने इंटरनेट कॉल से धमकी दी कि “तुमने अजमेर दरगाह का वाद दायर करके बहुत बड़ी गलती की है. तुम्हारा सिर कलम कर दिया जाएगा.” इसके बाद उन्हें भारत से भी एक फोन आया, जिसमें गुप्ता को जान से मारने की धमकी दी गई. गुप्ता ने बताया कि उन्होंने दिल्ली के बारह खंबा थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई है. गुप्ता ने कहा- “हमने अदालत का दरवाजा खटखटा कर किसी धर्म या जाति के लोगों की भावनाएं आहत नहीं करना चाहते हैं. हम केवल यह सिद्ध करना चाहते हैं कि अजमेर दरगाह में शिव मंदिर है और हम इसे कानूनी रास्ते से वापस लेंगे.”
वाद दायर होने के बाद अदालत ने सभी संबंधित पक्षों को नोटिस भेजे हैं. गुप्ता को पूरी उम्मीद है कि न्यायालय इस मामले में सर्वे के आदेश जरूर देगी. इससे पहले भी विष्णु गुप्ता को व्हाट्सएप कॉलिंग पर किसी अज्ञात व्यक्ति से जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके बाद उन्होंने अजमेर के क्रिश्चियन गंज थाने में भी एक मुकदमा दर्ज कराया था.
प्रशांत भूषण की पिटाई, ओवैसी के घर पर हमला… कौन हैं हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता जिन्होंने अजमेर शरीफ दरगाह को बताया शिव मंदिर
Vishnu Gupta Hindu Sena Chief: विष्ण गुप्ता कम उम्र में शिवसेना की युवा शाखा से जुड़ गए थे। 2008 में गुप्ता बजरंग दल का हिस्सा बन गए थे।
हिंदू सेना के प्रमुख विष्णु गुप्ता (पीले कुर्ते में)। (Source-VishnuGupta_HS/X)
पिछले कुछ सालों में हिंदूवादी राजनीति के मामलों में हिंदू सेना अध्यक्ष विष्णु गुप्ता का नाम मीडिया की सुर्खियों में बहुत तेजी से उछला है। विष्णु गुप्ता का नाम इन दिनों इसलिए फिर से चर्चा में आया है क्योंकि अजमेर शरीफ दरगाह के सर्वे का आदेश अदालत ने जिस याचिका पर दिया है, वह याचिका विष्णु गुप्ता ने ही दायर की है।
विष्णु गुप्ता ने याचिका में दावा किया है कि जिस जगह पर अजमेर शरीफ की दरगाह है, वहां शिव मंदिर था।
विष्णु गुप्ता इससे पहले मथुरा में चल रहे श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह विवाद मामले में भी याचिका दायर कर चुके हैं। साल 2016 में तब वह चर्चा में आए थे जब उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के लिए हवन किया था।
आईए आपको बताते हैं कि विष्णु गुप्ता कौन हैं और उनका संगठन हिंदू सेना क्या करता है।
हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा से प्रभावित हैं गुप्ता
विष्णु गुप्ता मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा के रहने वाले हैं और बहुत कम उम्र में ही वह दिल्ली आ गए थे। हिंदू राष्ट्रवाद की विचारधारा से प्रभावित होकर कम उम्र में ही शिवसेना की युवा शाखा से जुड़ गए थे। 2008 में गुप्ता बजरंग दल का हिस्सा बन गए थे।
2011 में विष्णु गुप्ता और कुछ अन्य लोगों ने हिंदू सेना का गठन किया। गुप्ता का दावा है कि संगठन से लाखों लोग जुड़े हुए हैं और देश में लगभग सभी जगहों पर संगठन की शाखा हैं। हिंदू सेना की वेबसाइट में जो जानकारी दी है उसके मुताबिक यह संगठन भारत में किसी भी तरह के इस्लामीकरण, शरिया कानून, लव जिहाद और इस्लामिक कट्टरपंथ का विरोध करता है।
हिंदू सेना का कहना है कि उनका संगठन भारत और सनातन धर्म की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाले किसी भी व्यक्ति और संस्था के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
कब-कब चर्चा में आया हिंदू सेना संगठन?
अगस्त, 2013 में गुप्ता ने अपने साथियों के साथ बम धमाकों के दोषी अब्दुल करीम उर्फ टुंडा पर दिल्ली के पटियाला हाउस अदालत के परिसर में हमला किया था।
जनवरी, 2014 में जब गाजियाबाद के कौशांबी में स्थित आम आदमी पार्टी के दफ्तर में तोड़फोड़ हुई थी तो उसमें हिंदू सेना के लोग भी शामिल थे। यह तोड़फोड़ इसलिए हुई थी क्योंकि आप के नेता और वकील प्रशांत भूषण ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में आर्मी की तैनाती के मामले में रेफरेंडम यानी जनमत संग्रह करवाया जाना चाहिए। तब प्रशांत भूषण पर हमला किया गया था।
फरवरी, 2014 में हिंदू सेना ने द कारवां मैगजीन के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया था। यह प्रदर्शन स्वामी असीमानंद को लेकर मैगजीन में छपी रिपोर्ट को लेकर हुआ था। तब स्वामी असीमानंद अजमेर दरगाह, मक्का मस्जिद और समझौता एक्सप्रेस में हुए बम धमाकों के मामले में जेल में थे। इन सभी मामलों में असीमानंद को अदालत ने बरी कर दिया था।
अक्टूबर, 2015 में विष्णु गुप्ता को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। पुलिस ने यह कार्रवाई इसलिए की थी क्योंकि गुप्ता ने एक फर्जी शिकायत दी थी कि नई दिल्ली की केरल हाउस कैंटीन में गोमांस परोसा जा रहा है। इसे लेकर तब बड़ा बवाल हो गया था और पुलिस ने केरल हाउस कैंटीन में छापेमारी की थी।
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के दफ्तर में तोड़फोड़
जनवरी, 2016 में विष्णु गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था क्योंकि उनके संगठन के सदस्यों ने नई दिल्ली में स्थित पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के दफ्तर में तोड़फोड़ कर दी थी। अगस्त, 2016 में हिंदू सेना ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पाकिस्तान जाने का विरोध किया था।
मई, 2019 में हिंदू सेना ने अभिनेता और राजनेता कमल हासन के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी थी। हिंदू सेना का आरोप था कि महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को हिंदू आतंकवादी कहने की वजह से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
सितंबर, 2021 में हैदराबाद के सांसद और एआइएमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के दिल्ली में स्थित सरकारी आवास पर हिंदू सेना से जुड़े लोगों ने तोड़फोड़ की थी। तब भी संगठन का नाम काफी चर्चा में आया था। इसी तरह दिसंबर, 2021 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा के तत्कालीन सदस्य इंजीनियर रशीद पर गुप्ता और उनके संगठन के लोगों ने प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया के दिल्ली दफ्तर में इंक और मोबिल ऑयल फेंक दिया था।
नूपुर शर्मा के समर्थन में तलवारें बांटी
इसके अलावा फिल्म आदिपुरुष के प्रसारण के खिलाफ याचिका दायर करने, दिल्ली में बाबर रोड के साइन बोर्ड की जगह पर “अयोध्या मार्ग” के स्टिकर लगाने की वजह से भी यह संगठन चर्चा में आया था। जून 2022 में हिंदू सेना ने दिल्ली के राजौरी गार्डन में विश्वगिरी मंदिर में एक कार्यक्रम आयोजित किया और भाजपा से निष्कासित नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में तलवारें बांटी।
पुलिस ने दर्ज की हैं कई एफआईआर
पिछले कुछ वर्षों में विष्णु गुप्ता और उनके संगठन हिंदू सेना के खिलाफ पुलिस के पास कई शिकायतें की गई हैं और एफआईआर भी दर्ज की गई हैं।
प्रशांत भूषण पर हमला करने, केरल हाउस में गोमांस परोसे जाने के बारे में झूठी सूचना देने, पीआईए स्टाफ को परेशान करने, दिल्ली में सीपीएम मुख्यालय में घुसने और पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी के साथ मारपीट करने, कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पोस्टर लगाने सहित कई मामलों में विष्णु गुप्ता और हिंदू सेना के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।
हिंदू सेना की ओर से दायर कई याचिकाओं को अलग-अलग अदालतों के द्वारा खारिज किया जा चुका है।
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AJMER DARGAH CONTROVERSY
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VISHNU GUPTA RECEIVES DEATH THREAT
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