अतीक-अशरफ के तीनों हत्यारों के घर से, परिजनों ने कहा -हमें कोई मतलब नहीं

अतीक को मारने वालों के घर से रिपोर्ट:लवलेश के पिता बोले- कई सालों से लेना देना नहीं, माता-पिता की मौत के बाद अपराधी बना हमीरपुर का सनी

बांदा 16 अप्रैल।माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई। हत्याकांड को अंजाम देने वाले लवलेश तिवारी बांदा, अरुण मौर्य हमीरपुर और सनी सिंह कासगंज के रहने वाले हैं। खास बात है कि तीनों पर पहले से मुकदमे दर्ज हैं। सनी हिस्ट्रीशीटर है। उस पर 17 मामले दर्ज हैं। जबकि अरुण पुलिसकर्मी की हत्या में आरोपी है। लवलेश तिवारी किसी मामले में जेल जा चुका है। हत्याकांड के बाद हमारी टीम तीनों आरोपितों के घर पहुंची। उनके घरवालों से बातचीत की। लवलेश तिवारी के पिता ने कहा कि कई सालों से हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है। वह एक नशेड़ी है। उससे हम लोगों की अधिक बात नहीं होती है। चलिए अब आपको बारी-बारी से तीनों आरोपितों के बारे में पढ़वाते हैं..

ये लवलेश तिवारी का घर है। इसमें उसके माता-पिता और भाई रहता है।

सबसे पहले आपको ले चलते हैं। बांदा के शूटर लवलेश तिवारी के क्योटरा मोहल्ले में सन्नाटा है। लवलेश के पिता का नाम यज्ञ तिवारी है। वह स्कुूल बस चलाते हैं। हमने उनके पिता से बात की तो उन्होंने बताया, ” हमसे लवलेश से कोई मतलब नहीं था। घर कभी-कभी आता जाता था। कहां जाता था, क्या करता था। इसके बारे में कुछ नहीं पता है। पूछने पर कुछ नहीं बताता था।

यज्ञ कुमार ने कहा, ”हमारी लवलेश से सालों से बातचीत बंद है। वह कोई काम धंधा नहीं करता था। बस दिन भर नशा करता है, इसलिए काफी पहले से ही घर के सभी लोगों ने उससे बातचीत बंद कर दी थी। यहीं कहीं किराए पर रहता था। मेरे बाकी बेटे उसकी संगत में न रहें, इसलिए उससे कोई मतलब नहीं रखा था। ”

थप्पड़ से शुरू हुआ अपराध की दुनिया में आने का सिलसिला

यज्ञ कुमार के बताया, ”लवलेश ने 2 साल पहले भी एक युवती को बीच चौराहे पर थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद उसके खिलाफ मामला चला और वो जेल में भी रहा। उन्होंने बताया कि 12वीं की पढ़ाई करने के बाद लवलेश ने बीए में एडमिशन लिया था। मुझे उसके दोस्तों के बारे में भी कुछ नहीं पता है। वह किसके साथ रहता है, क्या करता है, घर के किसी भी सदस्य को नहीं पता।”

लवलेश की मां आशा देवी फूट-फूट कर रोते हुए बताया कि उनके चार बेटे हैं, जिनमें से लवलेश तीसरे नंबर पर है। पता नहीं उसके दिमाग में ये सब कैसे आ गया? वो हमेशा मंदिर जाता था। दूसरों की बहुत मदद करता था। वह भगवान का बहुत बड़ा भक्त था। भक्त मंडिली में गाने-बजाने का काम करता था।

ये लवलेश के भाई वेद तिवारी हैं।

भाई बोला- हमसे कोई मतलब नहीं वेद का

भाई वेद तिवारी ने कहा कि हमसे कोई मतलब नहीं था। लवलेश हमारे बड़े भाई हैं। एक हफ्ते पहले बांदा आए थे। कहीं जाते थे तो हम लोगों को कुछ नहीं बताते थे। 6 साल पहले एक हिंदू संगठन की सदस्यता छोड़ दी थी। इस समय कोई भी काम नहीं करते थे। एक मामले में पहले भी जेल जा चुके हैं। हम लोगों से उनसे ज्यादा लेना-देना नहीं था। मैं ग्रेजुएशन सेंकेंड ईयर का छात्र हूं। इसलिये अपनी पढ़ाई में व्यस्त रहता हूं, इसके अलावा भाई से किसी का उससे कोई मतलब नहीं है।

ये फोटो लवलेश की है।

अब आपको पढ़वाते हैं हमीरपुर के शूटर सनी के घर से रिपोर्ट

भाई बोला- 12 सालों से नहीं आया घर सनी

इसके बाद  टीम सनी सिंह थाना हमीरपुर के कुरारा इलाके का हिस्ट्रीशीटर सनी के घर पहुंची। यहां पर उसके घर के बाहर पुलिस तैनात है। घर बाहर मोहल्ले के लोग जुटे हैं। यहां हमारी मुलाकात उसके भाई भाई पिंटू सिंह से हुई। पिंटू यहां परिवार के साथ रहता है। वह चाय की दुकान चला कर जीवन यापन करता है। उसने बताया कि उसके माता-पिता कई साल पहले गुजर चुके हैं। उसका भाई सनी सिंह 15 साल पहले घर छोड़ कर चला गया था। तब से वह घर लौट कर नहीं आया। उसे जानकारी नहीं है कि उसके भाई ने प्रयागराज में हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल है।

ये हमीरपुर के शूटर सनी सिंह का घर है। उसके घर के बाहर पुलिस तैनात है।

मोहल्ले वालों ने बताया कि सनी सिंह के तीन भाई थे। उसके एक भाई पहले ही मौत हो चुकी है। सनी दिनभर घूमता फिरता रहता था। कोई काम नहीं करता था। उस पर किस मामले में मुकदमे दर्ज है। हम लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। वहीं कुरारा थाना पुलिस ने रिकार्ड खंगालते हुए बताया कि वह हिस्ट्रीशीटर अपराधी है, उस पर 17 मुकदमें दर्ज हैं और वह भागा हुआ है।

अब पढ़वाते हैं कासगंज के शूटर अरुण घर से रिपोर्ट

10 साल की उम्र से घर से फरार है अरूण

इसके बाद हम कासगंज के बघेला पुख्ता के रहने वाले अरुण मौर्य के घर पहुंचे। अरुण के घर के बाहर भी पुलिसकर्मी तैनात थे। यहां हमारी मुलाकात अरुण की रिश्ते में ताई से हुई। उन्होंने बताया कि अरुण जब 10 से 11 साल का था तभी से वह फरार है। उसके पिता की हीरालाल की मौत हो चुकी है। हम लोगों को उससे कोई संबंध नहीं है।

ये कासगंज का रहने वाला अरुण मौर्य है

जब उनसे पूछा कि आपको पता है कि उसने अतीक-अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी है। इस पर उन्होंने कहा कि हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। यहां मोहल्ले वाले से पूछताछ में पता चला कि अरूण मौर्य एक पुलिसकर्मी की हत्या में आरोपित है।

ये अरूण मौर्य की चाची है। उन्होने बताया कि कई सालों से यहां नहीं आया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *