उक्रांद के पहले 16 प्रत्याशियों में दागी भी
विधानसभा चुनाव 2022: उत्तराखंड क्रांति दल ने जारी की प्रत्याशियों की पहली सूची, ये है पूरी लिस्ट
उत्तराखंड क्रांति दल ने अपने चुनावी प्रत्याशियों की पहली सूची जारी (Uttarakhand Kranti Dal declared list of candidates) कर दी है. अभी यूकेडी ने पहली सूची में 16 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है.इनमें कई दागी भी है । वहीं, यूकेडी ने बेरोजगारी, पलायन और भू कानून को अपना चुनावी मुद्दा बनाया है.
देहरादून21 दिसंबर। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 (Uttarakhand Assembly Election 2022) का शंखनाद हो चुका है. इसी कड़ी में सबसे पहले क्षेत्रीय पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल ने अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है. फिलहाल, यूकेडी ने 16 विधानसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों का ऐलान (Uttarakhand Kranti Dal declared list of candidates) कर दिया है. यूकेडी के चुनावी एजेंडे में मुख्य रूप से पलायन, बेरोजगारी, भू कानून जैसे मुद्दे प्रमुख तौर पर रहेंगे. इन मुद्दों को लेकर यूकेडी जनता के बीच चुनावी ताल ठोकने जा रही है.
उत्तराखंड क्रांति दल यानी यूकेडी इस बात को मानकर चल रही है कि साल 2017 विधानसभा चुनाव में जहां एक ओर उनका दल शून्य पर सिमटा था, लेकिन इस बार 2022 में परिवर्तन की लहर में कई सीटों पर हमारी जीत होगी. यूकेडी अपने प्रत्याशियों की दूसरी सूची संभवत: अगले हफ्ते तक जारी कर सकती है. बताया जा रहा है कि उत्तराखंड क्रांति दल राज्य की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
वहीं, प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद यूकेडी केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी (UKD National President Kashi Singh Airy) ने कहा कि राज्य गठन को 21 साल हो चुके हैं, लेकिन कांग्रेस और बीजेपी ने राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं के विपरीत कार्य किया है. इसका नतीजा प्रदेश में बेरोजगारी, पलायन, महंगाई, स्थायी राजधानी और अब भू कानून जैसे मुद्दे भी जोर पकड़ रहे हैं.ऐरी ने चुनावी दम भरते हुए कहा कि इस बार परिवर्तन की लहर में यूकेडी राज्य में कई सीटों पर जीत का परचम लहराएगी. यूकेडी केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी के मुताबिक पार्टी की ओर से जिन 16 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की गई है, वे उम्मीदवार पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं और वो चुनाव जीतने का दमखम भी रखते हैं. ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि UKD प्रत्याशी बीजेपी और कांग्रेस को कड़ी टक्कर देंगे.
प्रत्याशियों की दूसरी सूची के लिए चिंतन मंथन जारी
यूकेडी अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा कि उनकी पार्टी की दूसरी चुनावी प्रत्याशियों की सूची जल्द ही जारी की जाएगी. दूसरी सूची के लिए धरातल पर विचार-विमर्श कर बेहतर उम्मीदवारों का चिन्हीकरण कर पार्टी में सर्वसम्मति से चिंतन-मंथन किया जा रहा है.
यूकेडी से टिकट पाने वाले 16 प्रत्याशियों की लिस्ट
द्वाराहाट विधानसभा सीट से पुष्पेश त्रिपाठी,देवप्रयाग विधानसभा सीट से दिवाकर भट्ट,श्रीनगर विधानसभा सीट से मोहन काला,धनौल्टी विधानसभा सीट से उषा पंवार,लैंसडाउन विधानसभा सीट से एपी जुयाल,अल्मोड़ा विधानसभा सीट से भानु प्रकाश जोशी,काशीपुर विधानसभा से मनोज डोबरियाल,यमकेश्वर सीट से शांति प्रसाद भट्ट,केदारनाथ विधानसभा सीट से गजपाल सिंह रावत,रामनगर विधानसभा सीट से अनिल डोभाल,ऋषिकेश विधानसभा सीट से मोहन सिंह असवाल,देहरादून कैंट विधानसभा सीट से अनिरुद्ध काला,चौबट्टाखाल विधानसभा सीट से वीरेंद्र सिंह रावत,टिहरी विधानसभा सीट से उर्मिला,किच्छा विधानसभा सीट से जीवन सिंह नेगी,डोईवाला विधानसभा सीट से शिव प्रसाद सेमवाल
पहले राज्य बनाने की लड़ाई लड़ी थी,अब उत्तराखंड बचाने की लड़ाई लड़ेंगेें:दिवाकर भट्ट
वहीं, यूकेडी की पहली 16 प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद खुशी जाहिर करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने कहा कि यूकेडी राज्य में वो पार्टी है, जिसके पास आंदोलनकारियों की भावनाओं के अनुसार प्रदेश को आगे बढ़ाने का एजेंडा है. क्योंकि, उत्तराखंड राज्य बनाने के लिए जिन आंदोलनकारियों ने छातियों पर गोली खाई उनके सपने को साकार करने के लिए ही उत्तराखंड क्रांति दल हर बार की तरह चुनावी मैदान में उतर रहा है.दिवाकर भट्ट ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बीजेपी और कांग्रेस के कुशासन से परिवर्तन की लहर यूकेडी को फायदा पहुंचाएगी. दिवाकर भट्ट ने साफ तौर पर कहा कि पहले उनका दल राज्य बनाने के लिए लड़ा था, लेकिन अब उत्तराखंड बचाने को उनका दल चुनावी मैदान में दो-दो हाथ करने को तैयार है.
यूकेडी सत्ता में आई तो पलायन को रोकना सबसे बड़ा कार्य होगा
दिवाकर भट्टपूर्व कैबिनेट मंत्री और यूकेडी नेता दिवाकर भट्ट (UKD leader Diwakar Bhatt) ने बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में पहाड़ों में साढे़ चार हजार स्कूल बंद होने की जानकारी सामने आई थी. जब पहाड़ में पलायन होकर बच्चे ही नहीं रहेंगे तो स्कूल स्वाभाविक तौर पर बंद होंगे. ऐसे में अगर उत्तराखंड क्रांति दल सत्ता में आता है तो उसका सबसे पहला उद्देश्य पलायन रोकने को लेकर धरातल पर प्रभावी कार्रवाई करने का काम होगा.
उधर, 2022 विधानसभा चुनाव के लिए पहली सूची यूकेडी की तरफ से जारी होने के बाद उत्तराखंड क्रांति दल के संरक्षक बीडी रतूड़ी ने कहा कि इस चुनावी मैदान में उनके मुख्य एजेंडे में से भू कानून को प्रदेश में लागू करना प्राथमिकता के तौर पर रहेगा. क्योंकि, राज्य बनने के 21 साल के दरमियान बीजेपी और कांग्रेस की सरकारें स्थानीय लोगों के अधिकार छीनती गई हैं, जबकि बाहरी भू माफियाओं का वर्चस्व राज्य की धरती पर कब्जे के रूप में लगातार बढ़ा है.ऐसे में उत्तराखंड क्रांति दल (Uttarakhand Kranti Dal) अपने पलायन, स्थायी राजधानी, बेरोजगारी और प्रमुख तौर पर राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं अनुसार भू कानून को अपना चुनावी एजेंडा मानकर जनता के सम्मुख रहेगा. रतूड़ी ने कहा कि हिमाचल की तर्ज पर ही उत्तराखंड में भू कानून को लागू कराना उनकी पार्टी का प्रथम उद्देश्य है. ताकि बाहरी ताकतों को प्रदेश से हटाया जा सके.