अवनि को दूसरा मैडल कांस्य, प्रवीण को ऊंची कूद में रजत, तीरंदाजी में पहला कांस्य हरविंदर को
टोक्यो पैरालिंपिक LIVE:भारत को आज तीसरा मेडल, हरविंद्र सिंह ने तीरंदाजी में ब्रॉन्ज मेडल जीता
टोक्यो03 अगस्त।टोक्यो पैरालिंपिक में हरविंद्र सिंह ने आर्चरी में भारत के लिए तीसरा मेडल जीता। उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल मैच में शूटआउट में कोरिया के तीरंदाज को हराया। इससे पहले राजस्थान की अवनि लेखरा ने 50 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।अवनि के अलावा आज प्रवीण कुमार ने भी देश को मेडल दिलाया। उन्होंने हाईजम्प में नए एशियन रिकॉर्ड के साथ सिल्वर मेडल जीता। ये मेडल उन्हें टी-64 कैटेगिरी की हाईजंप में मिला।
भारत के अब टोक्यो में 13 मेडल हो चुके हैं। अब 53 साल में 11 पैरालिंपिक्स में 12 मेडल आए। 1960 से पैरालिंपिक हो रहा है। भारत 1968 से पैरालिंपिक में भाग ले रहा है। वहीं 1976 और 1980 में भारत ने भाग नहीं लिया था।
एक पैरालिंपिक में 2 जीतने वाली पहली खिलाड़ी बनी अवनि
टोक्यो पैरालिंपिक में देश के लिए पहला गोल्ड जीतने वाली जयपुर की अवनि 50 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्ज मेडल जीता। वह एक ओलिंपिक या पैरालिंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी हैं। देवेंद्र झाझरिया पैरालिंपिक में तीन मेडल जीत चुके हैं, वहीं ओलिंपिक में कुश्ती में सुशील कुमार और बैडमिंटन में पीवी सिंधु दो मेडल जीते हैं।
2012 में हुई थी दुर्घटना
2012 में महाशिवरात्रि के दिन अवनि का एक्सीडेंट हो गया था, जिससे उन्हें पैरालिसिस हो गया। तब वह पूरी तरह हिम्मत हार चुकी थीं। अपने कमरे से भी बाहर नहीं निकलती थीं, लेकिन अवनि के परिवार ने उसे हिम्मत दी। माता-पिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही। अवनि अब दुनियाभर में भारत नाम रोशन कर रही हैं।
बचपन से प्रवीण का एक पैर छोटा
सामान्य व्यक्ति की तुलना में प्रवीण का एक पैर छोटा है, लेकिन उन्होंने अपनी इसी कमजोरी को ताकत बनाया और अलग-अलग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हुए पैरालिंपिक के मंच तक पहुंचे। प्रवीण एक इंटरव्यू में बता चुके हैं कि वह स्कूल में वॉलीबॉल खेलते थे और उनकी जंप अच्छी थी। एक बार उन्होंने हाईजंप में भाग लिया और उसके बाद एथलेटिक्स कोच सत्यपाल के सुझाव पर वे जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में अभ्यास करने लगे।
प्रधानमंत्री ने भी दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पदक जीतने वाले प्रवीण कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह उनकी कड़ी मेहनत समर्पण का नतीजा है। मोदी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा- प्रवीण के पैरालिपिंक में मेडल जीतने पर गर्व है। यह उनके कड़ी मेहनत और खेल के प्रति समर्पण का नतीजा है। उन्हें बधाई।
पैरालिपिंक कमेटी की अध्यक्ष दीपा मलिक ने भी प्रवीण के जीतने पर बधाई दी है।
प्रवीण 2019 जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीत चुके हैं
प्रवीण ने जुलाई 2019 में जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था। इसी साल नवंबर में सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में वो चौथे स्थान पर रहे थे। उन्होंने वर्ल्ड ग्रां प्री में गोल्ड जीता और हाई जंप में 2.05 मीटर का एशिया का रिकॉर्ड बनाया था।
प्राची यादव ने कैनो स्प्रिंट के सेमीफाइनल में तीसरे स्थान पर रहकर फाइनल के लिए जगह बनाई।
प्राची मेडल से चूकीं
प्राची कैनो स्प्रिंट की महिला सिंगल्स के 200 मीटर वीएल-2 स्पर्धा में मेडल से चूक गई हैं। वह फाइनल में आठवें स्थान पर रहीं। इससे पहले उन्होंने सेमीफाइनल में तीसरे स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई। उन्होंने यह दूरी 1:07.397 के साथ पूरी की। प्राची यादव ग्वालियर में बहोड़ापुर इलाके के आनंद नगर की रहने वाली हैं। वे कैनोइंग के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला खिलाड़ी हैं।
जन्म से हैं दिव्यांग, 7 साल की उम्र में मां गुजर गई थी
प्राची यादव के दोनों पैर जन्म से खराब हैं। 7 साल ही उम्र में मां का भी देहांत हो गया। 2007 में 9 साल की उम्र में प्राची बतौर एक्सरसाइज तैराकी से जुड़ीं। इसी साल उन्हें चैंपियनशिप में खेलने का भी मौका मिला। प्राची ने जूनियर कैटेगरी में गोल्ड जीता। इस जीत ने उनका खेल के प्रति आत्मविश्वास बढ़ा दिया। इसके बाद दिन-रात की कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने लगातार 3 साल तक पदकों की झड़ी लगा दी।
कोच ने दी कैनोइंग की सलाह, रच दिया इतिहास
तैराकी में शानदार प्रदर्शन और प्राची के बड़े-बड़े हाथों को देखकर उनके कोच ने उन्हें कैनोइंग और कयाकिंग में भाग्य आजमाने के लिए कहा। प्राची ने भी 2018 में कोच मयंक सिंह ठाकुर के गाइडेंस में भोपाल के छोटे तालाब में प्रैक्टिस शुरू कर दी। तैराकी से जुड़े होने के कारण प्राची को कैनोइंग में भी मजा आया।
प्रैक्टिस में दिन और रात एक कर दिए। नतीजा 2019 में पहले ही नेशनल में एक गोल्ड और एक सिल्वर के रूप में देखने को मिला। इसके बाद अगस्त 2019 में हंगरी में खेले गए पैरालिंपिक्स के क्वालिफाइंग टूर्नामेंट कैनोइंग इवेंट में वे 8वीं पोजिशन पर रहीं।
बैडमिंटन में 6 खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंचे
पहली बार पैरालिंपिक में बैडमिंटन को शामिल किया गया है। भारत से सात खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। 6 खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। वहीं बैडमिंटन की मिक्स्ड डबल्स में पलक कोहली और प्रमोद भगत की जोड़ी सेमीफाइनल में पहुंच गई है। उन्होंने प्री क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड नंबर-3 थाईलैंड के सिरीपोंग और निपाडा की जोड़ी को 21-15, 21-19 से हराया।