गाज़ा नहीं,कतर और तुर्किये में ऐश करते हैं हमास के टॉप कमांडर

Where Do The Top Leaders Of Hamas Live Funding And Supporters Countries All You Need To Know
Gaza में नहीं, कतर और तुर्किये में आलीशान जिंदगी जीते हैं Hamas के शीर्ष आतंकी, घर-गाड़ी-खाना सबकुछ सरकारी
इजरायल ने हमास के हमले के बाद गाजा पट्टी को खंडहर में बदल दिया है। इसके बावजूद हमास के शीर्ष नेतृत्व को कोई फर्क नहीं पड़ रहा। हमास उन इजरायली बंधकों को रिहा करने को तैयार नहीं है, जिन्हें उसने 7 अक्टूबर को हमले के दौरान अगवा कर लिया था।

तेल अवीव12 अक्टूबर: इजरायल पर हमास के हमले के बाद गाजा पट्टी में इजरायली सेना ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। गाजा पट्टी को हमास का सबसे बड़ा गढ़ माना जाता है। हमास के आतंकवादी तीन तरफ से इजरायल से घिरे इस छोटे से इलाके में अपना राज चलाते हैं। जब 7 अक्टूबर को हमास के आतंकवादियों ने इजरायल पर भीषण हमला किया, तब हमास का शीर्ष नेतृत्व एक आलीशान कमरे में टेलीविजन सेट पर इसका लाइव टेलीकॉस्ट देखता नजर आया। गाजा पट्टी में हमास का जमीन के ऊपर कोई ऐसा ठिकाना नहीं है, जिसके बारे में इजरायल को न पता हो। अगर हमास के इतने शीर्ष आतंकवादी गाजा के किसी एक घर में मौजूद हों तो इजरायल को उसे खडंहर बनाने में एक पल की भी देरी नहीं लगेगी। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर हमास के ये शीर्ष आतंकवादी ऐसी कौन सी जगह पर रहते हैं, जिसे लेकर उन्हें इजरायल की जवाबी कार्रवाई का कोई डर नहीं है।
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इस्माइल हानिया और याह्या सिनवार

कहां रहते हैं हमास के शीर्ष आतंकवादी

हमास के शीर्ष नेता का नाम इस्माइल हानिया है। याह्या सिनवार को हमास का दूसरा सबसे लोकप्रिय नेता माना जाता है। ये दोनों आतंकवादी अपने कुछ अन्य समर्थकों के साथ कतर की राजधानी दोहा में रहते हैं। इन आतंकवादियों के रहने-खाने और बाकी जरूरतों को पूरा करने की जिम्मेदारी कतर सरकार संभालती है। वहीं, ये आतंकवादी सरकारी पैसों पर मौज कर कतर के अमीरों से मिलकर हमास के लिए फंडिंग जुटाते हैं। इन पैसों का अधिकतर हिस्सा हमास के टॉप लीडरशिप अपने ऐशोआराम पर खर्च करती है। हमास के कुछ आतंकी तुर्की में भी रहते हैं। इस्माइल हानिया और उसके बेटे के पास तुर्की का पासपोर्ट है। हमास ने तुर्की में भी अपना एक राजनीतिक कार्यालय खोला है। इस कार्यालय को चलाने के लिए फंडिंग तुर्की की सरकार देती है।

चंदे के पैसों से मौज करते हैं हमास के नेता

हमास के शीर्ष आतंकी दुनियाभर के मुसलमान देशों से गाजा के हालात दिखाकर चंदा वसूलते हैं। चंदे के रूप में मिली मोटी रकम का इस्तेमाल ये आतंकी खुद के लिए करते हैं। बाकी बचे कुछ पैसों को गाजा में आतंकवादी वारदातों को अंजाम देने में इस्तेमाल किया जाता है। हमास का शीर्ष नेतृत्व जान बूझकर गाजा के विकास को रोकता है ताकि उसके पास चंदे का जरिया बना रहे। हमास जानता है कि वह इजरायल से सैन्य शक्ति के क्षेत्र में कभी भी मुकाबला नहीं कर सकता। इसके बावजूद यह आतंकी संगठन अपने वजूद के लिए जानबूझकर इजरायल पर आतंकवादी हमला करता है, ताकि वह खुद को चर्चा में बनाए रख सके। हालांकि, इसका खामियाजा गाजा की जनता को भुगतना पड़ता है।

मध्यस्थता का दिखावा कर रहे कतर और तुर्की

वर्तमान में तुर्की और कतर कथित तौर पर इजरायल और हमास के बीच “युद्धविराम” या “बंधकों की अदला-बदली” के लिए अमेरिका के साथ काम कर रहे हैं। वहीं, इजरायली अधिकारी हमास को एक आतंकवादी संगठन के रूप में नष्ट करने की तैयारी कर रहे हैं जो इजरायल को और अधिक नुकसान पहुंचाने में सक्षम है। हालांकि, वर्तमान में न तो इजरायल और ना ही हमास किसी भी तरह के समझौते के लिए राजी हैं। मिस्र ने भी कतर और तुर्की की मध्यस्थता पर सवाल उठाया है और उनकी भूमिका पर शक जताया है।

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