घाम तापो पर्यटन का दिया विजन, उत्तराखण्ड में हो बारामासा पर्यटन: मोदी
विशेष रहा मोदी के मुखबा प्रवास, संबोधन की बड़ी बातें – PM MODI HARSHIL MUKHABA VISIT
शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने के लिए मुखबा पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, हर्षिल और मुखबा का किया दौरा, जनसभा को किया संबोधित
PM MODI HARSHIL MUKHABA VISIT
मुखबा में प्रधानमंत्री मोदी ((फोटो क्रेडिट @DIPR_UK))
देहारदून:पीएम मोदी का मुखबा दौरा उत्तराखंड को बहुत सी उम्मीदें दे गया. पीएम मोदी ने हर्षिल में जनसभा को संबोधित किया. जिसमें पीएम मोदी ने भाजपा सरकार के विजन को सबके सामने रखा. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी के उत्तराखंड को लेकर कई बड़ी बातें कही. इसमें घाम तापो उत्तराखंड, टूरिज्म, डेस्टिनेशन वेडिंग जैसी योजनाओं को लेकर उत्तराखंड से जुड़ने की अपील की.
हर्षिल में मोदी के संबोधन की बड़ी बातें
माणा एवलॉन्च पर जताया दुख: प्रधानमंत्री ने माणा हिमस्खलन में मारे गये लोगों के प्रति दुख व्यक्त किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि, आध्यात्मिक ऊर्जा से ओत प्रोत है. प्रधानमंत्री ने उत्तराखण्ड से अपना आत्मीय लगाव व्यक्त करते हुए कहा कि वो जीवनदायनी मां गंगा के शीतकालीन गद़्दी स्थल पर अपने परिवारजनों के बीच पहुंचकर धन्य महसूस कर रहे हैं. मां गंगा की कृपा से ही उन्हें दशकों तक उत्तराखण्ड की सेवा का सौभाग्य मिला.
शीतकालीन यात्रा की ब्रांडिग: प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखण्ड में शीतकालीन तीर्थाटन और पयर्टन की जोरदार ब्रांडिंग की. प्रधानमंत्री ने तीर्थयात्रियों, पर्यटकों से लेकर कॉरपोरेट और फिल्म उद्योग तक को विंटर सीजन में उत्तराखण्ड आने का निमंत्रण दिया. प्रधानमंत्री ने उत्तराखण्ड के विंटर टूरिज्म की ब्रांडिंग ‘घाम तापो टूरिज्म’ के तौर पर की है.
Pm modi uttarakhand visit praised CM Dhami for winter yatra said – this decade belongs to Uttarakhand
मुखबा को मिली नई उम्मीद, धामी की थपथपाई पीठ, प्रधानमंत्री के दौरा रहा खास
चारधाम शीतकालीन यात्रा का संदेश देने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सीमांत जिले उत्तरकाशी पहुंचे। मोदी उत्तराखंड में अब घाम तापो पर्यटन, नए विजन का मंत्र दे गए। उन्होंने कहा कि ये दशक उत्तराखंड का है। प्रगति के लिए नए रास्ते खुले हैं.
एक दिवसीय दौरे पर मुखबा-हर्षिल पहुंचे प्रधानमंत्री, उत्तराखंड में अब घाम तापो पर्यटन, नए विजन का मंत्र दे गए। उन्होंने कहा कि ये दशक उत्तराखंड का है, प्रगति के लिए नए रास्ते खुले हैं। उनका दौरा कई मायनों में यादगार बन गया। जाते-जाते वह शीतकाली यात्रा के लिए सीएम धामी की पीठ थपथपाकर भी गए। वे देश के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो भारत-तिब्बत सीमा से जुड़े उत्तराखंड के चमोली और पिथौरागढ़ सीमावर्ती जिलों के बाद अब गंगा के शीतकालीन पूजास्थल उत्तरकाशी के मुखबा और हर्षिल पहुंचे ।
चारधाम शीतकालीन यात्रा का संदेश देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को सीमांत जिले उत्तरकाशी के गंगोत्री धाम के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा और हर्षिल की यात्रा पर पहुंचे। पीएम सुबह भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से सुबह जौलीग्रांट स्थित देहरादून एयपोर्ट पहुंचे। यहां से उन्होंने एमआई-17 से उत्तरकाशी के लिए उड़ान भरी।
गंगा मंदिर में पूजा अर्चना की
प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा में दर्शन किए। उन्होंने करीब बीस मिनट तक गर्भगृह में पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के नाम एक रिकॉर्ड दर्ज हो गया। वह देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो मां गंगा के शीतकालीन पूजा स्थल पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले मां गंगा के शीतकालीन प्रवासस्थल मुखबा स्थित गंगा मंदिर में पूजा अर्चना की।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने हर्षिल की खूबसूरत घाटियां देखी। प्रधानमंत्री ने मुखबा मंदिर और हर्षिल व्यू प्वाइंट से सुंदरघाटियां देखी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने हर्षिल में ट्रैकिंग व बाइक रैली को फ्लैग ऑफ किया। गंगा आरती के बाद प्रधानमंत्री ने हर्षिल में जनसभा संबोधित की।
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की बड़ी बातें
प्रधानमंत्री मोदी ने गढ़वाली भाषा में अपने भाषण की शुरुआत की। कहा- म्यारा प्यारा भाई भेणी, मेरी सयवा सोंदी।
कहा कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है। मुझे लगता है कि मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सरकार को बारहमासी पर्यटन का विजन दिया। कहा इससे सालभर रहने वाले रोजगार के अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का बन रहा है। उत्तराखंड की प्रगति के लिए नए रास्ते खुले हैं। उन्होंने शीतकालीन पर्यटन को महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि घाम तापो पर्यटन उत्तराखंड के नया आमाम लेकर आएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि माणा, जादूंग, टिम्मरसैंण में तेजी से पर्यटन बढ़ रहा है। ऐसी व्यवस्था करेंगे जिससे उत्तराखंड हर सीजन में ऑन सीजन रहेगा।
प्रधानमंत्री ने लोगों से उत्तराखंड में आकर शादी करने की अपील की। उन्होंने कहा कि डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए उत्तराखंड को चुने। साथ ही उन्होंने फिल्मों की शूटिंग के लिए उत्तराखंड को बेहतर बताया।
उत्तराखंड में 50 टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित करने की बात प्रधानमंत्री मोदी ने कही। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है।
कॉरपोरेट घरानों से आग्रह किया कि वह अपनी बैठकों के लिए उत्तराखंड आएं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यहां विंटर योगा सेशन आयोजित किए जाएं।
प्रधानमंत्री ने सरकार से कहा कि सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर के लिए प्रतियोगिता आयोजित करें। वह उत्तराखंड के विंटर टूरिज्म पर शॉर्ट फिल्म बनाएं। जो सबसे अच्छी बनाएं उन्हें इनाम दें। इससे प्रदेश के खूबसूरत स्थलों की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचेगी।
चीणा का भात और फाफरे के पोले…पहाड़ी भोज के भक्त बने मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहाड़ से हमेशा ही प्रेम रहा है। वह यहां जब भी आते हैं तो कुछ नया जरूर करते हैं। सीमांत गांव उत्तरकाशी के मुखबा में मां गंगा की पूजा के बाद उन्होंने पहाड़ी खाने का स्वाद चखा. मोदी ने स्थानीय उत्पाद चीणा का भात और फाफरे के पोले और क्षेत्र की स्वादिष्ट राजमा के साथ बद्री गाय की दही मठ्ठा का सेवन किया। चीणा और फाफरा का उत्पादन जनपद के हर्षिल घाटी और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में होता है। तो वहीं यह स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण होता है। मुखबा में स्थानीय महिलाओं ने यह पकवान तैयार कर प्रधानमंत्री मोदी को परोसा।
हर्षिल उत्तराखंड का ऐसा पर्यटन स्थल है जो हिमालय की गोद में शांति की तलाश करने वालों के लिए एक दम उपयुक्त है। यह समुद्र तल से 2500 मीटर से भी अधिक ऊंचाई पर भागीरथी नदी तट पर है। सर्दियों में यहां की घाटियां बर्फ से लकदक दिखती हैं। वहीं, गर्मियों में यहां का दृश्य हरियाली से भरपूर दिखता है। यहां कई ट्रेकिंग रूट भी हैं जहां का पर्यटक दर्शन कर सकते हैं।
उत्तराखंड में अब घाम तापो पर्यटन, नए विजन का मंत्र दे गए मोदी
हर्षिल में जनसभा संबोधित कर प्रधानमंत्री मोदी ने जहां सरकार को विंटर टूरिज्म प्रोत्साहन को खास मंत्र दिया वहीं, लोगों से विंटर सीजन में उत्तराखंड आने की अपील भी की।
ये दशक उत्तराखंड का: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले जब वो बाबा केदार दर्शन को आए थे तो बाबा के दर्शन के बाद उनके मुंह से अचानक ही भाव प्रकट हुआ कि ये दशक उत्तराखण्ड का होगा. ये भाव भले ही उनके थे, लेकिन इसके पीछे सामर्थ्य देने की शक्ति बाबा केदार की थी. अब बाबा के आशीर्वाद से ये शब्द धीरे-धीरे सच्चाई में बदल रहे हैं. ये दशक अब उत्तराखण्ड का बन रहा है. उत्तराखण्ड की प्रगति को, नए-नए रास्ते खुल रहे हैं, जिन आकांक्षाओं को लेकर राज्य का जन्म हुआ था, उत्तराखण्ड नित नए लक्ष्य और संकल्प लेते हुए, उन्हें पूरा कर रहा है.
उत्तराखंड के लिए जरूरी बारामासी टूरिज्म: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखण्ड के लिए अपने टूरिज्म सेक्टर को बहुआयामी और बारामासी बनाना बहुत जरूरी है. उत्तराखण्ड में 356 दिन का पर्यटन जरूरी है. वो चाहते हैं कि उत्तराखण्ड में कोई भी पर्यटन सीजन ऑफ नहीं रहे, बल्कि हर सीजन में टूरिज्म ऑन रहे. उन्होंने कहा कि अभी सर्दियों के सीजन में होटल, रिजॉर्ट, होम स्टे खाली पड़े रहते हैं, ये असंतुलन साल के बड़े हिस्से में उत्तराखण्ड की आर्थिकी सुस्त कर देता हैं, जबकि सच्चाई यह है कि अगर देश-विदेश के लोग सर्दियों में यहां आए तो उन्हें सच्चे अर्थ में देवभूमि की आभा के दर्शन होंगे. विंटर टूरिज्म में यहां लोगों को ट्रैकिंग और स्कीइंग जैसी एक्टिविटी का रोमांच मिलेगा.
डबल इंजन पर प्रधानमंत्री मोदी का जोर: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डबल इंजन सरकार उत्तराखण्ड को विकसित राज्य बनाने को मिलकर काम कर रही है. राज्य में चार धाम, ऑल वेदर रोड आधुनिक एक्सप्रेस वे से लेकर रेलवे और हेली सेवाओं का विस्तार हो रहा है. एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने केदारनाथ और हेमकुंड साहिब को रोपवे मंजूरी किया है. केदारनाथ रोपवे से आठ से नौ घंटे की पैदल यात्रा 30 मिनट में पूरी हो जाएगी. इससे वृद्धों, महिलाओं ओर बच्चों की यात्रा सुगम हो सकेगी.
चार धाम यात्रा को लेकर कही बड़ी बात: प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. 2014 से पहले चार धाम यात्रा पर प्रतिवर्ष 18 लाख यात्री ही आते थे, अब हर साल 50 लाख से अधिक यात्री चार धाम यात्रा पर आ रहे हैं. इस साल के बजट में 50 टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित किए जा रहे हैं.
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