दो महिलाएं कूदी गंगा में, विवाहिता की मां कराना चाहती है मुस्लिम से दूसरी शादी
मिर्जापुर में 2 महिलाएं गंगा में कूदी:हिंदू प्रेमी से विवाह से नाराज अम्मी कराना चाहती थीं मुस्लिम से दूसरी शादी, इसलिए नदी में कूदी; दूसरी पति के बिना मायके में जिंदगी बिताने से थी दुखी
नदी में छलांग लगाने के बाद मल्लाहों ने महिला को बचाया।
मिर्जापुर 20जुलाघ।उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में कुछ घंटों के दौरान दो अलग-अलग महिलाओं ने गंगा में कूद आत्महत्या का प्रयास किया। चुनार पुल से छलांग लगाने के बाद दोनों नदी के गहरे पानी में डूबनी चली गईं। इस बीच पुल के नीचे मौजूद मल्लाहों ने उन्हें डूबते देख लिया। मल्लाहों ने नदी में कूद कर उनको बचा लिया। डूबने के दौरान महिलाओं के शरीर में पानी भर गया, जिससे वो बेहोश हो गई। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच दोनों महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
अम्मी मुस्लिम से कराना चाहती हैं शादी
पहला मामला अदलहाट थाना क्षेत्र की नई बस्ती बघेडा का है। जहां की मुस्कान (25) ने पारिवारिक दबाव के चलते गंगा में छलांग लगा दी थी। महिला को डूबते मल्लाह भोला साहनी ने देख लिया। इसके बाद उसने डूब रही महिला को पानी से निकाल उसकी जान बचा ली। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को चुनार अस्पताल में भर्ती कराया। महिला ने बताया कि, चार महीने पहले उसने दरगाह मोहल्ला निवासी सुरेंद्र से प्रेम विवाह किया था। विवाह के बाद से ही परिवार उसपर पति से रिश्ते खत्म करने का दबाव बना रहा था। उसने बताया कि, अम्मी मेरी मुस्लिम लड़के से दूसरी शादी कराना चाहती थीं। शादी के लिए जो लड़का उन्होंने देखा है वो मुझे पसंद नहीं है। मैं अपने प्रेमी के साथ ही रहना चाहती हूं। इसलिए मैं अपनी जान देने नदी में कूदी थी।
पति से दूर रहने पर थी दुखी
दूसरा मामला कोतवाली क्षेत्र के मेडीया का है। जहां की रहने वाली रानी (37) पति के बिना मायके में अकेले रहने से परेशानी थी। रानी की शादी भुडकुडा में हुई थी, लेकिन शादी के कुछ दिन बाद ही उसका पति कमाने मुंबई चला गया। वो मायके में रह रही थी। बिना अकेले जिंदगी बिताने पर रानी का मुंबई में साथ रखने को लेकर पति से विवाद हो गया। जिसके बाद उसने आत्महत्या करने के लिए गंगा में छलांग लगा दी थी। हालांकि, उसको भी मल्लाहों ने कूदने के बाद बचा लिया।
गंगा में कूदी दो महिलाओं को नाविकों ने बचाया
चुनार (मीरजापुर) जाको राखे साईयां मार सके न कोय.मंगलवार को यह कहावत उस समय चरितार्थ हुई जब गंगा पुल से कूदी दो महिलाओं को नाविकों ने सुरक्षित बचा लिया। लगातार गंगा में आत्महत्या की नीयत से छलांग लगाने की घटनाओं में वृद्धि होने से स्थानीय नागरिक चितित हैं। पुल की रेलिग को और ऊंचा कराने की मांग कर रहे हैं।
पहली घटना, सीखड़ के मेड़िया गांव निवासी रानी देवी (36 वर्ष) ने मंगलवार की सुबह करीब छह बजे गंगा में छलांग लगा दी। जिसे गंगा में नाव लेकर मौजूद नौलखा साहनी ने डूबने से बचा लिया। इसके बाद रानी देवी अपने घर चली गई। रानी का विवाह भुड़कुड़ा गांव में हुआ है। उनके पति मुंबई रहते हैं और रानी अपने मायके में रहती है। मंगलवार को किसी बात से नाराज होकर उन्होंने अपनी इहलीला समाप्त करने की नीयत से गंगा में दलांग लगा दी। वहीं दूसरी घटना, अदलहाट थाना क्षेत्र के नई बस्ती बघेड़ा गांव निवासी सुबीना (22वर्ष) पुत्री निजामुद्दीन ने मंगलवार की दोपहर करीब ढाई बजे गंगा में छलांग लगा दी। जिसे गंगा में नाव के साथ मौजूद चुनार निवासी भोला साहनी ने बचाया। युवती को बालूघाट निवासी अजय शर्मा व अन्य युवक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए, जहां उसका उपचार किया गया। युवती ने बताया कि चार महीने पहले उसका प्रेम विवाह चुनार के दरगाह शरीफ मुहल्ले के सुरेश के साथ हुआ था। युवती का आरोप है कि दूसरे धर्म में विवाह करने पर उसके ससुराल वाले खुश नहीं थे। लगातार उसे और उसके पति को ताना मारते थे। एक माह पहले कागज पर दस्तखत कराकर तलाक भी ले लिया गया, लेकिन सुवीना अपने प्रेमी के साथ ही रहना चाहती है। युवती के मुताबिक उसके मायके वाले भी इसका विवाह कहीं और कराना चाहते हैं। इससे क्षुब्ध होकर उसने मंगलवार को गंगा में छलांग लगा दी।ढ़ें़े़ें़़ें