पासवर्ड न बताने पर मारे गए ONGC के रिटा. अफसर
ONGC रिटायर्ड इंजीनियर हत्या प्रकरण का अनावरण, ATM पिन न बताने पर गई जान, पुलिस ने हत्यारे दबोचे – ONGC RETIRED ENGINEER MURDER CASE solved
देहरादून पुलिस ने रिटायर्ड ONGC इंजीनियर अशोक कुमार गर्ग की हत्या का मामला सुलझाया, आरोपित पकड़े.
देहरादून12 दिसंबर 2024 । दून शहर के बसंत विहार क्षेत्र में अलकनंदा एन्क्लेव में वृद्ध के ब्लाइंड मर्डर केस का देहरादून पुलिस ने अपनी यूनियन वाले ही किया. पुलिस ने हत्या में शामिल दो आरोपियों को बसंत विहार क्षेत्र से गिरफ्तार किया. दोनों आरोपी, बुजुर्ग को डरा धमकाकर पैसा वसूलने घर में घुसे थे. लेकिन पैसे न मिलने पर और पहचाने जाने के डर से आरोपियों ने बुजुर्ग की हत्या कर दी थी. घटना का खुलासा करने वाले पुलिस टीम को आईजी गढ़वाल और एसएसपी ने ₹25-25 हजार का इनाम देने की घोषणा की है.ये है पूरा मामला: देहरादून पुलिस के मुताबिक, 9 दिसंबर को थाना बसंत विहार पुलिस को सूचना मिली थी कि अलकनंदा एन्क्लेव में स्थित एक घर से एक बुजुर्ग 75 वर्षीय अशोक कुमार गर्ग के चिल्लाने की आवाज आ रही है. सूचना पर थाना बसंत विहार पुलिस मौके पर पहुंची और घर में बुजुर्ग व्यक्ति को घायल अवस्था में पाया. बुजुर्ग के पेट और गले पर गहरे घाव के निशान थे. पुलिसकर्मियों ने घायल बुजुर्ग को इलाज के लिए इंद्रेश अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
देहरादून ONGC रिटायर्ड इंजीनियर अशोक कुमार गर्ग मर्डर केस का अनावरण
घटना की सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने घटना स्थल देख घटना के संबंध में जानकारी जुटाई. मौके पर आस पड़ोस के लोगों से पूछताछ में वृद्ध के चिल्लाने के साथ-साथ कुछ व्यक्तियों के उनसे पासवर्ड पूछने की बात भी सामने आई. लेकिन घटना स्थल पर जबरन प्रवेश और लूटपाट का कोई भी प्रयास नहीं मिला. घटना के संबंध में मृतक के भाई आदेश कुमार गर्ग निवासी देवबंद, सहारनपुर की लिखित शिक़ायत पर थाना बसंत विहार में अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया.
हत्या के अनावरण को जुटी पुलिस: देहरादून पुलिस ने घटना के अनावरण को आठ अलग-अलग टीमें गठित की. टीमों ने घटना स्थल और आसपास के क्षेत्र में आने जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की. उसके आधार पर पुलिस को घटना के बाद 2 संदिग्ध व्यक्ति हत्यास्थल से पीछे सतोवाली घाटी से गांधी ग्राम और जीएमएस रोड जाते दिखे द. लेकिन रात्रि समय होने से किसी भी फुटेज में आरोपितों का रूप-रंग साफ नहीं दिखा. फुटेज से मात्र आरोपितों के हत्या के समय पहने कपड़ों की पहचान हो सकी.
जीएमएस रोड के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए दोनों संदिग्ध :पुलिस ने जांच आगे बढ़ा जीएमएस रोड पर लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किये. उसमें दोनों संदिग्ध लाल रंग की ई-रिक्शा से मिलन बिहार कट तक जाते दिखे. वहां दोनों संदिग्ध उतरे. लेकिन उसके बाद पुलिस को दोनों की कोई जानकारी नहीं मिल पाई.
ई-रिक्शा की पहचान: तब पुलिस ने लाल रंग ई-रिक्शा ढूंढनी शुरू की. एक ई-रिक्शा चालक ने बताया कि 9 दिसंबर रात उसने दो व्यक्तियों को जीएमएस रोड से मिलन बिहार कट तक छोड़ा था. ई-रिक्शा चालक ने बताया कि दोनों को छोड़ते उसने गली में एक स्कूटी खड़ी देखी थी. पर उसे यह जानकारी नहीं है कि स्कूटी उन व्यक्तियों की थी कि नहीं.
आरोपितों की स्कूटी पहचानी: इस सूत्र पर पुलिस ने मिलन बिहार कट के पास सीसीटीवी कैमरों में संदिग्ध स्कूटी ढूंढ़ी. पुलिस को संदिग्ध व्यक्तियों से मिलते जुलते 3-4 स्कूटी सवारों की फुटेज मिली. पुलिस ने सभी स्कूटी नंबरों की जानकारी ले उनका सत्यापन शुरू किया. इसमें पता चला कि घटना के समय एक वाहन स्वामी की लोकेशन हत्यास्थल और उसके आस पास के क्षेत्र में थी. तब पुलिस ने स्कूटी को संदिग्ध मानकर सर्च अभियान चलाया तो संदिग्ध स्कूटी इंद्रानगर क्षेत्र में माउंट फोर्ड एकेडमी के पास पार्क में खड़ी मिली. लेकिन तब भी पुलिस की चुनौती बड़ी थी. क्योंकि क्षेत्र में कई फ्लैट्स थे.
पुलिस पकड़ में आए आरोपित: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह और पुलिस अधीक्षक नगर ने स्थानीय भेदिए से फ्लैटों में किरायेदार युवाओं की जानकारी जुटाई. पुलिस टीम ने माउंट फोर्ट एकेडमी के पास कॉलोनी के एक फ्लैट से संदिग्धों से मिलते जुलते दो युवक नवीन कुमार चौधरी ( मूल निवासी मेरठ) और अनंत जैन (मूल निवासी बागपत) पकड़े. तलाशी में पुलिस को आरोपितों से मृतक अशोक कुमार का पर्स, 1500 रुपए नकद, मृतक का एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और अन्य प्रपत्र मिले.
दोनों आरोपियों ने पूछताछ में 9 दिसंबर को बसंत विहार क्षेत्र में वृद्ध की हत्या और पुलिस को भटकाने को हत्या समय पहने कपड़ों और घटना में प्रयुक्त पेपर कटर अन्य स्थान पर सूखे नाले में फेंका बताया . इसी पर पुलिस ने दोनों आरोपित पकडे.
गर्भवती पत्नी के लिए भूतल मकान की खोज:पुलिस पूछताछ में आरोपित नवीन कुमार ने बताया कि वह पेस्ट कंट्रोल का काम करता है. उसकी पत्नी गर्भवती है, इसलिए वह ग्राउंड फ्लोर पर किराये का कमरा ढूंढ रहा था. उसने यह ऋण दिलाने का काम करते अपने मित्र अनंत कुमार को बताया था. अनंत कुमार अलकनंदा एन्क्लेव में किरायेदार था. उसने बताया कि उसकी कॉलोनी में एक वृद्ध के मकान में नीचे कमरा खाली है.9 दिसंबर दोपहर दोनों पैदल वृद्ध अशोक गर्ग के घर कमरा देखने गए. अशोक गर्ग ने बताया कि उनके पास नीचे कमरा खाली है. पर वह केवल परिवारों को ही कमरा किराये पर देते हैं. नवीन ने शाम को आकर अपने परिजनों से बात करवाकर एडवांस किराया देने की बात कही.
डरा-धमकाकर लूटने की कोशिश: पुलिस के अनुसार, नवीन और अनंत आर्थिक तंगी में थे. इसलिए उन्होंने अशोक गर्ग को डरा धमकाकर उनसे पैसे लूटने की योजना बनाई. शाम को दोनों अशोक गर्ग के घर कमरा देखने गए तो अशोक कुमार ने दोनों आरोपितों के लिए चाय बनाई. बातचीत में दोनों आरोपितों को टेबल पर पड़ी मृतक अशोक की बैंक अकाउंट पासबुक से उसके खातों में काफी पैसा होने की जानकारी मिली। तब दोनों आरोपित अशोक कुमार को कमरा दिखाने के बहाने घर के पिछले हिस्से में ले गए जहां उन्होंने मृतक अशोक गर्ग को अपने पास रखे पेपर कटर से डराकर पैसे मांगे.अशोक ने अपना पर्स देते हुए बताया कि वह अपने पास नकद पैसा नहीं रखते. सभी लेन-देन ऑनलाइन करता है. इस पर आरोपियों ने अशोक से उसके एटीएम कार्ड का पिन बताने को कहा. अशोक ने आनाकानी की तो उसे डराने को साथ लाये पेपर कटर से उसके सीने पर वार कर दिया. घाव गहरा लगा और खून बहने से अशोक चिल्लाया.
पुलिस को किया भ्रमित: शोर सुन पड़ोसी वृद्ध की आवाज सुनकर गेट पर एकत्र हो गए. इससे हत्यारे डर कर भाग गए. हत्या बाद रात में दोनों अपने घर गए और पुलिस को भ्रमित करने को अगले दिन हत्या समय पहने कपड़े और हत्या में प्रयुक्त पेपर कटर अन्य स्थान पर फैंक दिये.
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