उप्र: 18 जिला पंचायत निर्विरोध अध्यक्षों में भाजपा के 17,झुंझलाये अखिलेश ने हटाये 11 जिलाध्यक्ष
जिला पंचायत के 18 निर्विरोध निर्वाचित अध्यक्षों में BJP के 17, एक पर सपा ने बाजी मारी
भारतीय जनता पार्टी के गोंडा से घनश्याम मिश्रा का निर्विरोध निर्वाचन
Zila Panchayat Chairman Election
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में जिला पंचायत के 18 निर्विरोध निर्वाचित अध्यक्षों में BJP के 17 एक पर सपा ने बाजी मारी है। इनके खिलाफ किसी ने भी नामांकन पत्र नहीं भरा है।
लखनऊ, 26 जून। प्रदेश की सत्ता के सेमीफाइनल माने जा रहे जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी के 16 निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं। इनके खिलाफ किसी ने भी नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है। शनिवार को नामांकन दिन में 11 बजे से तीन बजे तक हो रहा था। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा ने भारी बढ़त ले ली है। कुल 75 जिलों में से जिन 18 जिलों के पंचायत अध्यक्ष का निर्विरोध चुना जाना तय है, उनमें 17 भाजपा के और मात्र एक समाजवादी पार्टी का होगा। अब 29 जून को नाम वापसी के बाद निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की जाएगी। शनिवार को हुए नामांकन में कुल 164 प्रत्याशियों ने पर्चे भरे। इनमें से छह प्रत्याशियों के नामांकन पत्र जांच में खारिज हो गए। 29 जून को नाम वापसी के बाद बची हुई सीटों पर तीन जुलाई को मतदान होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार जिन 18 सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन तय है, उनमें मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, अमरोहा, मुरादाबाद, आगरा, इटावा, ललितपुर, झांसी, बांदा, चित्रकूट, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, गोरखपुर, बुलंदशहर, वाराणसी व मऊ हैं। इनमें इटावा को छोड़कर अन्य भाजपा के पास रहेंगी। निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा 29 जून को नाम वापसी के बाद होगी। चुनाव होने वाली 57 सीटों में 41 ऐसी हैं, जिनमें दो प्रत्याशियों के बीच सीधा मुकाबला होगा। 11 सीटें ऐसी हैं, जहां पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा। सर्वाधिक पांच उम्मीदवार भदोही में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। चार सीटों में चार-चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
जिश प्रमुख छह प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त हुए, उनमें मुजफ्फरनगर, अमरोहा, वाराणसी व गोरखपुर से एक-एक व बांदा से दो शामिल हैं। वाराणसी में समाजवादी पार्टी की चंदा यादव का नामांकन पत्र खारिज हो गया। 29 जून को सुबह 11 बजे से दिन में तीन बजे तक नाम वापसी का समय है। इसके बाद चुनाव मैदान में बचे प्रत्याशियों की संख्या अंतिम हो जाएगी। निर्विरोध निर्वाचन के बाद बची हुई सीटों पर तीन जुलाई को दिन में 11 बजे से तीन बजे तक मतदान होगा। इसी दिन शाम को मतगणना कर परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
भाजपा के आगरा से मंजू भदौरिया, गाजियाबाद से ममता त्यागी, मुरादाबाद से डॉ. शेफाली सिंह, बुलंदशहर से डॉ. अंतुल तेवतिया, ललितपुर से कैलाश निरंजन, मऊ से मनोज राय, चित्रकूट से अशोक जाटव, गौतमबुद्ध नगर से अमित चौधरी, श्रावस्ती से दद्दन मिश्रा, गोरखपुर से साधना सिंह, बलरामपुर से आरती तिवारी, झांसी से पवन कुमार गौतम, गोंडा से घनश्याम मिश्रा, मेरठ से गौरव चौधरी, बांदा से सुनील पटेल, वाराणसी से पूनम मौर्या तथा अमरोहा से ललित तंवर जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं। समाजवादी पार्टी अपना गढ़ इटावा बचाने में सफल रही है, जहां पर अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव उर्फ अंशू के खिलाफ किसी ने भी नामांकन नहीं किया।
बलरामपुर से 21 वर्षीया आरती तिवारी, गौतमबुद्ध नगर में भाजपा के अमित चौधरी, मऊ से मनोज राय, गोरखपुर से साधना सिंह, चित्रकूट से अशोक जाटव, झांसी से पवन कुमार गौतम, गोंडा से घनश्याम मिश्र, श्रावस्ती से दद्दन मिश्रा, बुलंदशहर से भाजपा की डॉ अंतुल तेवतिया, प्रदेश के पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के गृह जनपद मुरादाबाद से डाक्टर. शैफाली सिंह, मेरठ से गौरव चौधरी,गाजियाबाद से ममता त्यागी तथा ललितपुर से कैलाश निरंजन के खिलाफ किसी ने भी नामांकन दाखिल नहीं किया। यहां पर भाजपा प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया है।
इसके अतिरिक्त कुछ ऐसे जिले भी हैं जहां पर बड़ी संख्या में नामांकन दाखिल किया गया है। जौनपुर में भाजपा व अपना दल की संयुक्त उम्मीदवार मैदान में हैं। यहां से बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह तथा पूर्व सांसद हरिवंश सिंह की बहू नीलम ने भी नामांकन किया है। यहां पर अपना दल से दो प्रत्याशियों ने नामांकन किया है जबकि समाजवादी पार्टी से निशी यादव ने पर्चा भरा है। नीलम सिंह तथा श्रीकला सिंह निर्दलीय प्रत्याशी हैं। प्रतापगढ़ से चार और उन्नाव ने तीन प्रत्याशी मैदान में हैं। उन्नाव से अरुण सिंह ने भी भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी शकुन सिंह के खिलाफ नामांकन कर दिया है। अयोध्या में भाजपा रोली सिंह व समाजवादी पार्टी से इंदू सेन यादव ने नामांकन किया।
उतर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान कुल 3050 जिला पंचायत सदस्य चुने गए थे। इनमें से समाजवादी पार्टी के 747, भारतीय जनता पार्टी के 666, बहुजन समाज पार्टी के ï322, कांग्रेस के 77, आम आदमी पार्टी के 64 और 1174 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीते थे। अब 75 जिला पंचायत अध्यक्षों में 17 का निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया है। जिनमें से 16 भाजपा तथा एक समाजवादी पार्टी का है। 75 में से अब 58 जिलों में चुनाव के बाद विजेता तय होगा। जिसमें भी मुख्य लड़ाई में भाजपा तथा समाजवादी पार्टी ही है
Action of Akhilesh Yadav: सपा प्रमुख का बड़ा एक्शन, जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में शिथिल रहने पर 11 जिलाध्यक्ष बर्खास्त
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के गोंंडा झांसी गोरखपुर मुरादाबाद आगरा मऊ गौतमबुद्धनगर बलरामपुर श्रावस्ती भदोही व ललितपुर जिलाध्यक्ष को उनके पद से तत्काल बर्खास्त कर दिया है। पर्चा दाखिला न होने पर जिलाध्यक्ष आनंद स्वरूप को हटा दिया गया है।
शांत तथा सौम्य रहने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के जिलाध्यक्षों के खिलाफ बड़ा सख्त एक्शन लिया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया के दौरान शनिवार को एक्टिव न रहने वाले 11 जिलों के पार्टी अध्यक्ष को करारा सबक दिया है। सपा प्रमुख के निर्देश पर समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने 11 जिलाध्यक्षों को पार्टी से बर्खास्त कर दिया है।
समाजवादी पार्टी के गोंंडा, झांसी, गोरखपुर, मुरादाबाद, आगरा, मऊ, गौतमबुद्धनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही व ललितपुर जिलाध्यक्ष को उनके पद से तत्काल बर्खास्त कर दिया गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन सभी के ऊपर जिला पंचायत चुनाव की नामांकन प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगने पर हटाया है।
गोंडा से सपा प्रत्याशी ने पर्चा ही नहीं दाखिल किया था। पर्चा दाखिला न होने पर गोंंडा जिलाध्यक्ष आनंद स्वरूप को हटा दिया गया है। श्रावस्ती में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सपा प्रत्याशी का नामांकन भी न हो पाने के मामले में सपा जिलाध्यक्ष पर गाज गिर गई है। जिलाध्यक्ष सर्वजीत यादव
नेतृत्व की ओर से उन्हें पद से मुक्त कर दिया गया है।इसके अलावा अन्य दस जिलाध्यक्ष के भी नामांकन के दौरान मुस्तैद न रहने पर कार्रवाई की गई है।
फर्रुखाबाद के सचिन छह वर्ष के लिए निष्कासित
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 11 जिला पंचायत अध्यक्ष पर एक्शन लेने के साथ फर्रुखाबाद के नेता पर भी सख्त कार्रवाई की है। फर्रुखाबाद के सचिन यादव को पार्टी गतिविरोधी के कारण छह वर्ष के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
सहारनपुर में नवीन खटाना बसपा से निष्कासित
बसपा ने सहारनपुर से जिला पंचायत अध्यक्ष के घोषित उम्मीदवार शिमला देवी के समय पर पहुंच कर नामांकन पत्र दाखिल न करने पर उनके पुत्र नवीन खटाना को पार्टी से निष्कासित किया है। जिलाध्यक्ष ने पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से निष्कासन का पत्र जारी किया है। बसपा ने जबरदस्त किरकिरी के बाद कदम उठाया है।