उत्तराखंड कोरोना 02 जून: फिर हजार से ऊपर नये केस, हल्द्वानी में
उत्तराखंड में कोरोना के 1003 नए मामले, 30 संक्रमितों की मौत।
Uttarakhand Coronavirus Update उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बुधवार को 1003 नए मामले सामने आए हैं जबकि 2778 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हुए हैं। वहीं 30 संक्रमितों की मौत हुई है।
देहरादून02जून। उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बुधवार को 1003 नए500 बैड का कोविड केयर सेंटर मामले सामने आए हैं, जबकि 2778 मरीज स्वस्थ हुए हैं। वहीं, 30 संक्रमितों की मौत हुई है। प्रदेश में अब संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 331478 हो गई है। हालांकि, इनमें से 293768 मरीज स्वस्थ हो गए हैं। वर्तमान में 25366 केस एक्टिव हैं, जबकि 6535 की अब तक मौत हो चुकी है। इसके अलावा 5809 मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं।
*मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी में 500 बेड के कोविड केयर सेंटर का वर्चुअल उद्घाटन किया।*
*कोविड केयर सेंटर में 375 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था।*
*125 आईसीयू बेड एवं वेंटिलेटर की भी व्यवस्था।*
*बच्चों के लिए अलग वार्ड के साथ ही अभिभावकों के लिए भी की गई है व्यवस्था।*
*ब्लैक फंगस (म्यूकरमायोसिस) के मरीजो के लिए बनाया गया है अलग से वार्ड।*
*कोविड केयर सेंटर का क्लीनिकल मैनेजमेंट डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल द्वारा किया जायेगा।*
*मात्र तीन सप्ताह में बनकर तैयार हुआ कोविड केयर सेंटर।*
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हल्द्वानी में डी.आर.डी.ओ द्वारा स्थापित 500 बेड के अस्थायी कोविड केयर सेंटर (जनरल विपिन चन्द्र जोशी) का वर्चुअल उद्घाटन किया।
10 हजार वर्गफीट में बनाये गये इस आधुनिक सुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर में *375* ऑक्सीजन बेड, 125 आईसीयू एवं वेंटिलेटर की व्यवस्था की गई है। बच्चों के लिए अलग वार्ड के साथ ही उनके अभिभावकों के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। इसमें ब्लैक फंगस (म्यूकरमायोसिस) के मरीजों के लिए भी अलग वार्ड बनाया गया है। डीआरडीओ द्वारा यह कोविड केयर सेंटर मात्र तीन सप्ताह में तैयार किया गया है। अब इसका क्लीनिकल मैनेजमेंट डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल द्वारा किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य के समन्वित प्रयासों से यह कोविड केयर सेंटर जल्द बनकर तैयार हुआ है। मुख्यमंत्री ने इस कोविड केयर सेंटर की स्थापना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में इस कोविड केयर सेंटर के बनने से कुमायूं मण्डल के लोगों को ईलाज कराने में काफी सुविधा होगी। देवभूमि उत्तराखण्ड की परम्परा हमेशा सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय की रही है। जो भी मरीज यहां ईलाज के लिए आयेंगे, उन्हें उचित ईलाज दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में ऑक्सीजन, आईसीयू, वेंटिलेटर एवं अन्य आवश्यक दवाओं की पूर्ण उपलब्धता है। कोविड की तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी पुख्ता व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
कैबिनेट मंत्री श्री बंशीधर भगत ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हल्द्वानी में यह एक महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि कुमायूं क्षेत्र के लिए यह एक बड़ी सौगात है। कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत भी यह कोविड केयर सेंटर बहुत मददगार साबित होगा।
सांसद श्री अजय भट्ट ने कहा कि सीएम श्री तीरथ सिंह रावत के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं। राज्य के पर्वतीय एवं दूरस्थ क्षेत्रों में भी ऑक्सीजन, कन्संट्रेटर आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उन्होंने कोविड केयर सेंटर की बहुत कम समय में स्थापना करने पर डी.आर.डी.ओ के अधिकारियों का भी आभार व्यक्त किया।
नेता प्रतिपक्ष/विधायक डॉक्टर इंदिरा हृदयेश ने कहा कि हल्द्वानी में इस कोविड केयर सेंटर के बनने से मरीजों को ईलाज करने में काफी सुविधा होगी। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। हल्द्वानी में कुमांयू एवं उत्तर प्रदेश से अनेक मरीज ईलाज के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल ऐसा क्षेत्र है, जिसमें हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है। उन्होंने कहा कि कोविड लड़ने के लिए सबको मिलजुल कर प्रयास करने होंगे।
इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से मेयर हल्द्वानी डॉक्टर जोगेन्द्रपाल सिंह रौतेला, नैनीताल के भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार शत्रुघ्न सिंह, मुख्य सचिव ओम प्रकाश, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी जे. सुंद्रियाल, कुमायूं कमश्निर अरविन्द सिंह ह्यांकी, जिलाधिकारी नैनीताल धीराज गर्ब्याल, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर तृप्ति बहुगुणा, डॉक्टर सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज के प्रिन्सिपल डॉक्टर सी.पी. भैंसोड़ा एवं सीएमएस सुशीला तिवारी मेडिकल अस्पताल डॉक्टर अरूण जोशी आदि उपस्थित थे।