उत्तराखंड कोरोना 03जून,589 नये केस,संक्रमण दर 6.80%

 

उत्तराखंड में दो महीने बाद कोरोना के सबसे कम मरीज मिले, 31 संक्रमितों की मौत
देहरादून 03 जून।  राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में तेज गिरावट दर्ज की गई और दो माह बाद सबसे कम मरीज मिले हैं। गुरुवार को राज्य में 589 नए मरीज मिले जबकि इससे पहले चार अप्रैल को इससे कम 550 मरीज मिले थे। स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को राजधानी देहरादून में महज 136 नए मरीज मिले। जबकि चम्पावत में 550 सैंपलों की जांच के बाद महज दो मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है।

राज्य के विभिन्न अस्पतालों में गुरुवार को 31 मरीजों की मौत हुई है। यह आंकड़ा बुधवार के मुकाबले एक अधिक है। सबसे अधिक छह मरीजों की मौत एम्स ऋषिकेश में हुई है। इसके अलावा भी अन्य अस्पतालों में मरीजों की जान गई है। इसके साथ ही राज्य में कुल मरने वालों का आंकड़ा 6573 हो गई है। गुरुवार को विभिन्न अस्पतालों की ओर से सात मरीजों की मौत के बैकलॉग आंकड़े सरकार को भेजे गए। राज्य में कुल मरीजों की संख्या तीन लाख 32 हजार, ठीक होने वाले मरीजों की संख्या दो लाख 97 हजार, जबकि एक्टिव मरीजों की संख्या 22 हजार रह गई है। गुरुवार को विभिन्न अस्पतालों से ठीक होने के बाद 3554 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया।

ब्लैक फंगस से आठ मरीजों की मौत

गुरुवार को ब्लैक फंगस के आठ मरीजों की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में अभी तक इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या 35 हो गई है। राज्य में अभी तक ब्लैक फंगस के मरीजों की कुल संख्या 255 हो गई है। इस बीमारी का संक्रमण होने के बाद राज्य में अभी तक महज 16 लोग ठीक हुए हैं। जबकि इसके दोगुना मरीजों की मौत हुई है। एम्स ऋषिकेश में सबसे अधिक 156 मरीज भर्ती हैं।

प्रदेश की रिकवरी दर 89.48 प्रतिशत और संक्रमण दर 6.80 प्रतिशत दर्ज की गई है।

उत्तराखंड में बीते 24 घंटे के भीतर 589 नए संक्रमित मिले और 31 मरीजों की मौत हुई है। जबकि 3354 मरीज स्वस्थ हुए हैं। कुल संक्रमितों की संख्या 332067 हो गई है। वहीं, सक्रिय मामले घटकर 22530 पहुंच गए है।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बुधवार को 27548 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, देहरादून जिले में 136, हरिद्वार में 104, नैनीताल में 75, पिथौरागढ़ में 22, टिहरी में 21, चमोली में 50, अल्मोड़ा में 46, पौड़ी में 12, रुद्रप्रयाग में 13, ऊधमसिंह नगर में 70, उत्तरकाशी में 21, बागेश्वर में 17, चंपावत जिले में 2 संक्रमित मिले हैं।

प्रदेश में अब तक 6573 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि 297122 मरीज संक्रमण को मात दे चुके हैं। संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वाले मरीज ज्यादा होने से सक्रिय मामले घट रहे हैं।

कोरोना से युद्ध में महारथी साबित हुए मेडिसिन मैन मनीष

कोरोना से जारी लड़ाई में फायरमैन मनीष पंत पुलिस के महारथी के तौर पर सामने आए हैं। पूरे प्रदेश में लोगों की सेवा में लगी पुलिस के साथ मनीष ने अपनी अलग छाप पहाड़ों और सुदूर क्षेत्रों में छोड़ी है। उन्होंने 74 से अधिक लोगों को दवाएं पहुंचाई हैं। इसके साथ ही कई लोगों को टेलीमेडिसिन के माध्यम से डॉक्टरों से संपर्क कराया है।

मनीष पंत ने पिछले साल भी कोरोना काल में इसी तरह लोगों को दवाएं पहुंचाई थी। उस वक्त पुलिस ने उन्हें अपना मेडिसिन मैन बताया था। अकेले फायरमैन मनीष पंत ने सैकड़ों लोगों की जरूरत के समय मदद की थी।

इस साल भी उनहोंने उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, चमोली, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ तक दवाएं पहुंचाई हैं। मनीष वर्तमान में पुलिस मुख्यालय के मीडिया सेल में तैनात हैं। जो लोग दवाईयों का खर्च नहीं उठा सकते।

ऐसे जरूरतमंदों को मनीष स्वयं के खर्चे पर दवाएं उपलब्ध कराते हैं। मनीष ने यह कार्य पुलिस महानिदेशक की मुहिम मिशन हौसला के तहत किया है। उन्होंने आर्थिक तंगी वाले लोगों को अपनी तन्ख्वाह से भी मदद की है।

 

 

 

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *