उत्तराखंड कोरोना 04 सितंबर: नये केस 14,एक मौत, ठीक हुए 30, सक्रीय केस 393
उत्तराखंड में कोरोना: शनिवार को मिले 14 नए संक्रमित, एक मरीज की हुई मौत
Coronavirus in Uttarakhand : स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, शनिवार को आठ जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और ऊधमसिंह नगर में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है।
उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 14 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक मरीज की मौत हुई है। जबकि 30 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मामलों की संख्या 393 हो पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, शनिवार को आठ जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और ऊधमसिंह नगर में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। वहीं, देहरादून में 8, हरिद्वार और उत्तरकाशी में एक-एक व नैनीताल और पौड़ी में दो-दो संक्रमित मरीज आए हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 343084 हो गई है। इनमें से 329251 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7388 लोगों की जान जा चुकी है।
राहत की बात है कि उत्तराखंड के 13 में से आठ जिलों में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है। वहीं, दो जिलों में एक-एक और दो में दो-दो नए मामले पाए गए हैं। हालांकि, देहरादून में जरूर आठ नए कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटे में 19 हजार, 137 व्यक्तियों के सैंपल की जांच की गई, जिसमें अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी व ऊधमसिंह नगर में कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आया। हरिद्वार और उत्तरकाशी में एक-एक, जबकि नैनीताल व पौड़ी में दो-दो संक्रमित पाए गए हैं। कुल मिलाकर कोरोना वायरस संक्रमण दर महज 0.07 फीसद दर्ज की गई। सक्रिय मरीजों की संख्या भी 400 से नीचे आकर 393 रह गई है। इसमें 156 सक्रिय मरीज अकेले देहरादून के हैं। आपको बता दें कि टिहरी ही एकमात्र ऐसा जिला है, जहां कोरोना का सिर्फ एक सक्रिय मरीज है
77 हजार से अधिक को लगा कोरोनारोधी टीका
कोरोना की दूसरी लहर समाप्ति की तरफ और तीसरी लहर की आशंका को खत्म करने के लिए टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। प्रदेशभर में आयोजित 1048 सत्रों में 77 हजार, 518 व्यक्तियों को कोरोनारोधी टीका लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अभी तक 67 लाख से अधिक व्यक्तियों को टीके की पहली डोज लगाई जा चुकी है, जबकि दोनों डोज लगवाने वाले व्यक्तियों की संख्या 21 लाख के पार हो चुकी है
बीते रोज 36 नए मामले आए सामने
आपको बता दें कि बीते रोज कोरोना वायरस संक्रमण के 36 नए मामले मिले, जबकि नौ लोग स्वस्थ हुए। कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। उधर, पौड़ी जिले से एक मौत देरी से रिपोर्ट हुई। वहीं, 16 हजार 546 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। इनमें 16510 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई। चमोली में सबसे अधिक 15 लोग कोरोना संक्रमित मिले। देहरादून में भी 14 व्यक्तियों की रिपोर्ट पाजिटिव आई।
कोरोना टीका : दूसरी डोज नहीं लगाने पर लोगों का हंगामा
कोटद्वार में आर्य कन्या इंटर कॉलेज में आयोजित वैक्सीनेशन कैंप में कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लगाए जाने पर लोगों ने जमकर हंगामा काटा। करीब 150 लोग घंटों इंतजार करने के बाद लौटे। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से आर्य कन्या इंटर कॉलेज में सभी वर्गों के लिए वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन किया गया था। सुबह सात बजे से ही लोग लाइन में लगाकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे।
सुबह करीब नौ बजे स्वास्थ्य कर्मचारी कैंप में पहुंचे और उन्होंने लाइन पर लगे लोगों को टोकन बांटकर एक-एक कर वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया। लेकिन, स्वास्थ्य कर्मियों ने वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने वाले लोगों को टीका लगाने से मना कर दिया। इस पर घंटों से वैक्सीन लगाने का इंतजार कर रहे लोगों के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने हंगामा काटना शुरू कर दिया। लेकिन, उनके हंगामे का कोई असर नहीं हुआ। स्वास्थ्य कर्मियों ने उच्चाधिकारियों के आदेश का हवाला देते हुए वैक्सीन लगाने से साफ इनकार कर दिया। इस दौरान कई लोग बिना मास्क के देखे गए।
वैक्सीन लगाने पहुंचे ओपी बड़थ्वाल, केवल राम, सावित्री देवी, पंकज शर्मा, शालिनी रावत ने स्वास्थ्य विभाग पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। कहा कि कैंप के बारे में जानकारी देते समय उनको दूसरी डोज वालों को वैक्सीन नहीं लगाने की जानकारी नहीं दी गई और न ही कैंप में किसी प्रकार का जानकारी चस्पा की गई। करीब 150 लोग सुबह सात बजे से दूसरी डोज लगाने के लिए लाइन पर लगे रहे। घंटों इंतजार के बाद जब उनका नंबर आया, तो स्वास्थ्य कर्मियों ने दूसरी डोज लगाने से साफ इनकार कर दिया।
वैक्सीनेशन कैंपों में पहला डोज लगाने वाले लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है। कोटद्वार के आर्यकन्या इंटर कॉलेज में वैक्सीन की कमी होने के कारण लोगों को पहला डोज लगाया गया।
– डॉ. मनोज शर्मा, सीएमओ पौड़ी