उत्तराखंड कोरोना 09 सितंबर: नये केस 16, ठीक हुए 26, सक्रीय केस 331
उत्तराखंड में कोरोना: गुरुवार को मिले 16 नए संक्रमित, एक भी मरीज की मौत नहीं
Coronavirus Cases in Uttarakhand Today: प्रदेश में गुरुवार को पांच जिलों अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है।
उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 16 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 26 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मामलों की संख्या 331 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, गुरुवार को 18887 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। पांच जिलों अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। जबकि बागेश्वर, देहरादून, पौड़ी और ऊधमसिंह नगर में एक-एक, चमोली और नैनीताल में दो-दो, चंपावत और हरिद्वार में चार-चार, संक्रमित मिले हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 343167 हो गई है। इनमें से 329387 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7389 लोगों की जान जा चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, निजी व सरकारी लैब से 18 हजार 903 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें 18 हजार 887 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। चंपावत व हरिद्वार में सबसे अधिक चार-चार लोग संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा नैनीताल में दो, देहरादून, बागेश्वर, पौड़ी व ऊधमसिंह नगर में एक-एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया है। जबकि अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी व उत्तरकाशी में कोरोना का कोई नया मामला नहीं मिला।
कई दिन बाद फंगस का नया मामला
कई दिन बाद प्रदेश में फंगस (म्यूकर माइकोसिस) का नया मामला मिला है। यह मरीज एम्स ऋषिकेश में भर्ती है। राज्य में अब तक फंगस के 578 मामले मिल चुके हैं। इनमें से 131 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि 347 ठीक हो गए हैं।
68 हजार 636 व्यक्तियों को लगा टीका
प्रदेश में 1149 केंद्रों पर 68 हजार 636 व्यक्तियों को कोरोनारोधी टीका लगाया गया। ऊधमसिंह नगर में सबसे अधिक 16 हजार 155 व्यक्तियों का टीकाकरण हुआ। इसके अलावा हरिद्वार में 14 हजार 443, देहरादून में 10 हजार 663 और नैनीताल में 4991 व्यक्तियों को टीका लगा है। इस तरह प्रदेश में अब तक 69 लाख 12 हजार 695 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है। जबकि 22 लाख 80 हजार 45 का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। 18 से 44 आयु वर्ग के भी 40 लाख 37 हजार 667 लोग को वैक्सीन की पहली और पांच लाख 11 हजार 984 को दोनों खुराक लग चुकी हैं।
गढ़वाल विश्वविद्यालय में एंट्री के लिए दोनों वैक्सीन जरूरी
एचएनबी गढ़वाल केेंद्रीय विश्वविद्यालय के शोध छात्रों को वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र दिखाने के बाद ही परिसर व हॉस्टल में प्रवेश मिलेगा। दूसरे राज्यों से आने वाले छात्रों के लिए स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण कराना भी अनिवार्य है।
लंबे समय बाद गढ़वाल विवि में 15 सितंबर से ऑफ लाइन शैक्षणिक गतिविधियां शुरू होने वाली हैं। फिलहाल विवि प्रशासन ने सिर्फ पीएचडी के शोध छात्रों के लिए तीनों परिसरों (श्रीनगर, पौड़ी व टिहरी) को खोला है। केंद्र व राज्य सरकार की ओर से जारी एसओपी के अनुसार विवि ने अपने स्तर पर शोध छात्रों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
प्रभारी कुलसचिव हरिमोहन अरोड़ा ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए यह व्यवस्था की गई है। परिसर निदेशक, संकायध्यक्ष, पुस्तकालाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, अधिष्ठता छात्र कल्याण, नियंता मंडल और मुख्य छात्रावास अधीक्षक को गाइडलाइन के पालन की जिम्मेदारी दी गई है। पुस्तकालयाध्यक्ष को निर्देश दिए गए हैं कि पुस्तकालय में एक समय में 15 से अधिक शोध छात्र मौजूद न रहें। वहीं, विवि के सभी कार्यालय सुबह 10 से शाम 5 बजे तक खुले रहेंगे।