उत्तराखंड कोरोना 12अगस्त: नये केस 24, ठीक हुए 37, सक्रीय 418
उत्तराखंड में कोरोना: गुरुवार को मिले 24 नए संक्रमित, एक भी मौत नहीं, 37 हुए ठीक
गुरुवार को जारी हुए हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक अब राज्य में कुल कोरोना संक्रमित मरीजाें की संख्या 342526 हो गई है।
उत्तराखंड में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 24 नए मामले सामने आए है। वहीं एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। गुरुवार को 37 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया है। फिलहाल राज्य में 418 सक्रिय मामले हैं।
गुरुवार को जारी हुए हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक अब राज्य में कुल कोरोना संक्रमित मरीजाें की संख्या 342526 हो गई है। जिनमें से कुल 328695 मरीज ठीक हो चुके हैं। अभी तक कुल 7369 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
गुरुवार को अल्मोड़ा, ऊधमसिंहनगर और टिहरी जिले में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं मिला है। बागेश्वर, पिथौरागढ़, देहरादून और उत्तरकाशी जिले में तीन, चमोली और हरिद्वार जिले में एक, चंपावत, नैनीताल और रुद्रप्रयाग जिले में दो व पौड़ी जिले में चार संक्रमित मिले हैं।
ब्लैक फंगस का एक मरीज मिला
गुरुवार को उत्तराखंड में ब्लैक फंगस का एक मरीज मिला है और एक मरीज ठीक हुआ है। अब तक राज्य में ब्लैक फंगस के कुल 571 मरीज और 130 मौत हो चुकी हैं। वहीं कुल 275 मरीज ठीक हो गए हैं।
रुद्रप्रयाग से आई कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती
जिला अस्पताल से रुद्रप्रयाग से रेफर होकर आई कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के कोविड प्रसूति वार्ड में भर्ती कराया गया है। वहीं, दो दिन पूर्व कोरोना पॉजिटिव आई वार्ड आया को भी बच्चे सहित कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अब मेडिकल कॉलेज में संक्रमितों की संख्या तीन हो गई है।
जानकारी के अनुसार, ऊखीमठ क्षेत्र से एक गर्भवती महिला को जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग लाया गया। रेपिड जांच में महिला के कोरोना संक्रमित निकलने पर उसे रेफर कर दिया गया। बुधवार रात डेढ़ बजे उसे कोविड प्रसूति वार्ड में भर्ती करा दिया गया। स्त्री रोग एवं प्रसूति विभागाध्यक्ष डाॅ. नवज्योति बोरा ने बताया कि अभी महिला का प्रसव नहीं हुआ है।
इधर, कोविड अस्पताल के पीआरओ अरूण बडोनी ने बताया कि दो दिन पूर्व स्त्री रोग विभाग की वार्ड आया कोविड पॉजिटिव निकली थी। जिस पर उसे होम आइसोलेट कर दिया था। उसका बेटा भी संक्रमित हो गया है। लेकिन गुरुवार को महिला की तबीयत खराब हो गई। जिसके चलते दोनों को कोविड वार्ड में भर्ती करा दिया गया है।
फर्जी कोरोना जांच रिपोर्ट पर 25 तक जवाब मांगा:हाईकोर्ट
हाईकोर्ट ने कोरोना की जांच रिपोर्ट के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को आवश्यक वस्तु अधिनियम के दायरे में लाने को लेकर दायर जनहित याचिका पर बुधवार को सुनवाई की। कोर्ट ने राज्य सरकार को 25 अगस्त तक इस मामले में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि कोरोना जांच रिपोर्ट के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव की ओर से बार कोड आवश्यक करने को लेकर आईसीएमआर को पत्र भेजा गया है।
लेकिन आईसीएमआर की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई जवाब नहीं दिया गया है। कोर्ट ने प्रदेश सरकार से इस संबंध में 25 अगस्त तक कोर्ट को जवाब देने को कहा है। कुछ दिनों पहले राज्य की सीमाओं पर बाहर से आने वालों की चेकिंग के दौरान कोरोना की फर्जी जांच रिपोर्ट पकड़ में आई थीं।इस मामले में हाईकोर्ट ने अधिवक्ता आदित्य प्रताप सिंह की ओर से लिखे गए पत्र का स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले को जनहित याचिका के रूप में स्वीकार किया।