उत्तराखंड कोरोना 12 सितंबर:नये केस 12, ठीक हुए 20, सक्रीय केस 312
उत्तराखंड के छह जिलों में कोरोना का नया मामला नहीं, 0.07 फीसद दर्ज की गई संक्रमण दर
Uttarakhand Coronavirus उत्तराखंड के छह जिलों में कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला नहीं आया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार निजी व सरकारी लैब से 17 हजार 358 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई इनमें 17 हजार 346 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
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उत्तराखंड के छह जिलों में कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला नहीं आया है।
देहरादून 12 सितंबर: उत्तराखंड के छह जिलों में कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला नहीं आया है। जबकि बाकी सात जिलों में 12 व्यक्तियों में कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं बीस मरीज ठीक भी हुए हैं। कोरोना से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण दर 0.07 फीसद दर्ज की गई। 20 रोगी ठीक हो कर घर चले गए हैं जबकि सक्रीय केस 312 रह गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, निजी व सरकारी लैब से 17 हजार 358 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई, इनमें 17 हजार 346 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। पौड़ी गढ़वाल में सबसे ज्यादा चार लोग संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा नैनीताल व उत्तरकाशी में भी दो-दो लोग पाजिटिव मिले हैं। वहीं चंपावत, देहरादून, रुद्रप्रयाग व ऊधमसिंह नगर में एक-एक मामला आया है। अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, हरिद्वार, पिथौरागढ़ व टिहरी गढ़वाल में कोरोना का कोई नया मामला नहीं मिला है।
राज्य में अब तक कोरोना के तीन लाख 43 हजार 223 मामले आए हैं। जिनमें तीन लाख 29 हजार 458 (95.99 फीसद) स्वस्थ हो गए हैं। राज्य में फिलवक्त कोरोना के 312 सक्रिय मामले हैं। वहीं 7389 मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है
फंगस का एक और मामला
प्रदेश में फंगस (म्यूकर माइकोसिस) का एक और मामला मिला है। राज्य में अब तक इस बीमारी के 580 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 131 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि 350 ठीक हुए हैं।
37 हजार 421 व्यक्तियों को लगा टीका
प्रदेश में 749 केंद्रों पर 37 हजार 421 व्यक्तियों को कोरोनारोधी टीका लगाया गया। हरिद्वार में सबसे अधिक 15 हजार 90 व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया। इसके अलावा ऊधमसिंह नगर में सात हजार 611, देहरादून में पांच हजार 783 और नैनीताल में दो हजार 578 व्यक्तियों का टीकाकरण हुआ है। प्रदेश में अब तक 70 लाख 9 हजार 574 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है। जबकि 23 लाख 57 हजार 401 का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। 18 से 44 आयु वर्ग के भी 41 लाख 16 हजार 36 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली और पांच लाख 65 हजार 795 को दोनों खुराक लग चुकी हैं।
वैक्सीन को लेकर झिझक: अफसर पीटते रहे दरवाजा, किसी ने बाहर तक नहीं झांका
हरिद्वार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ लोगों में कोरोना की वैक्सीन को लेकर अब भी झिझक बरकरार है। डीएम के आदेश पर विशेष अभियान चलाकर प्रशासनिक अधिकारी इसे तोड़ने में जुटे हैं। इसी कड़ी में रविवार को कुछ गांवों में ऐसे मामले सामने आए, जिनमें कोई वैक्सीन लगवाने में बहानेबाजी करता मिला तो किसी ने घर का दरवाजा तक नहीं खोला। मजबूरी में अधिकारियों को मायूस लौटना पड़ा। इस दौरान अधिकारियों ने क्षेत्र में चल रहे टीकाकरण केंद्र का भी निरीक्षण किया।
प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी जिले के गांवों में कोरोना टीकाकरण रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। कई गांव ऐसे हैं, जहां अब भी काफी कम लोगों का टीकाकरण हुआ है। इन गांवों में शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए डीएम विनय शंकर पांडेय के निर्देश पर शनिवार से दो दिन का विशेष अभियान शुरू किया गया। रविवार को दूसरे दिन भी जिला प्रशासन के अधिकारियों समेत सभी विभागों के अधिकारी सारे कामकाज छोड़कर मैदान में उतरे। भगवानपुर तहसील क्षेत्र के कालेवाला गांव में प्रशासन की टीम लोगों को जागरूक करने पहुंची। एक परिवार को चिह्नित कर अधिकारी उनके घर पहुंचे और दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर होने के बावजूद परिवार के सदस्यों ने दरवाजा नहीं खोला।
अधिकारियों के बार-बार दरवाजा खटखटाने पर अंदर मौजूद महिलाओं ने कहा कि उन्हें वैक्सीन नहीं लगवानी है। मजबूरी में अधिकारियों को लौटना पड़ा। इसके अलावा कुछ लोग आधार कार्ड खो जाने तो कुछ लोग वोटर आईडी नहीं होने का बहाना बना रहे हैं। कुछ लोग झूठ बोल रहे हैं कि वे वैक्सीन लगवा चुके हैं जबकि विभाग के पास वैक्सीन लगवा चुके लोगों का पूरा ब्योरा है। टीम के सदस्यों ने रुहालकी, शाहपुर, भगवानपुर, कालेवाला आदि गांवों में जाकर लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही टीकाकरण केंद्रों का निरीक्षण किया, जहां व्यवस्थाएं ठीक मिलीं। टीम में एसडीएम बृजेश कुमार तिवारी, तहसीलदार रेखा आर्य, एडीएम बीर सिंह बुदियाल, प्यारे लाल शाह, त्रिभुवन सिंह मौजूद रहे।