उत्तराखंड कोरोना 12 जुलाई:नये केस 51, मौतें दो, सक्रीय केस 932
उत्तराखंड में कोरोना: 51 नए संक्रमित मिले, दो की मौत, घटकर एक हजार से कम हुए एक्टिव केस
उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 51 संक्रमित मिले हैं। वहीं दो मरीज की मौत हुई है। जबकि 205 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 932 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, सोमवार को 22294 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं तीन जिलों अल्मोड़ा, रुद्रप्रयाग और टिहरी में एक भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है। वहीं, बागेश्वर में तीन, चमोली में एक, चंपावत में दो, देहरादून में 15, हरिद्वार में सात, नैनीताल में 11, पौड़ी में एक, पिथौरागढ़ में दो, ऊधमसिंह नगर में दो और उत्तरकाशी में सात मामले सामने आए हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 341230 हो गई है। इनमें से 326968 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7341 लोगों की जान जा चुकी है।
कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लिए बिना लैंसडाउन से सौ पर्यटन लौटाए
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से अनुपालन कराने के लिए सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। सोमवार को कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लिए बिना लैंसडौन और आसपास के क्षेत्रों में पहुंचे करीब सौ से अधिक पर्यटकों को लौटा दिया।
सोमवार को कोतवाली पुलिस ने लैंसडौन सहित निकटवर्ती क्षेत्र पालकोट, डेरियाखाल, जयहरीखाल, फतेहपुर तक के होटलों में चेकिंग अभियान चलाया, जिसमें होटलों और रिजॉर्ट के आसपास बिना मास्क पहने और झुंड बनाकर घूम रहे 279 पर्यटकों का चालान किया गया।
इसके अलावा कोरोना की निगेटिव आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट लिए बिना लैंसडौन में प्रवेश कर रहे करीब 100 पर्यटकों को लौटा दिया। कोतवाल संतोष सिंह कुंवर ने बताया कि पर्यटकों को लौटाना उन्हें भी अच्छा नहीं लगा, लेकिन तीसरी लहर की आशंका के कारण मिली गाइड लाइन का सख्ती से पालन कराना उनकी जिम्मेदारी है।
कोतवाल ने बताया कि 145 पर्यटकों का बिना मास्क में चालान काटते हुए उनसे 72 हजार 500 की राशि, 87 पर्यटकों का शारीरिक दूरी उल्लंघन के तहत चालान काटते हुए उनसे 8700 रुपये की राशि और 47 पर्यटकों का पुलिस एक्ट में चालान कर 13 हजार 450 की राशि वसूली गई।
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उत्तराखंड में दूसरे राज्यों से आने के लिए पर्यटकों को कोरोना आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है। यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर पर्यटकों पर कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट की सख्ती से जांच होगी। दूसरे राज्यों से कोरोना की रिपोर्ट के बिना आने वाले पर्यटकों को वापिस भेज दिया जाएगा। डीआईजी (लॉ एंड ऑडर ) नीलेश आनंद भरणे ने पर्यटकों से अपील की है कि वह कोविड गाइडलाइन्स का सख्ती से पालन करें। पर्यटकों का स्वागत करते हुए कहा कि पर्यटकों को उत्तराखंड प्रवेश के लिए कोरोना आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट, स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन और होटल बुकिंग संबंधी दस्तावेज उपलब्ध होने पर प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। भरणे ने सख्ती से कहा कि किसी भी पर्यटक को बिना सभी दस्तावेजों के उत्तराखंड में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पिछले कुछ दिनों से भले ही उत्तराखंड में कोरोना का ग्राफ कुछ कम हुआ है लेकिन सरकार ढिलाई के मूड में नहीं दिख रही है। दिल्ली, यूपी समेत दूसरे प्रदेशों से उत्तराखंड आने वाले यात्रियों कोरोनो आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है। दूसरे प्रदेशों से उत्तराखंड आने के लिए आरटीपीसीआर, एंटीजन या रेपिड टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है। कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट नहीं होने पर किसी भी यात्री को प्रदेश में आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर पर पुलिस पोस्टों पर सभी की गहनता से जांच की जाएगी। वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। हरिद्वार में पर्यटकों की भारी संख्या से सबक लेते हुए पुलिस-प्रशासन ने भी सख्ती करने का फैसला लिया है।
रविवार को पांच हजार पर्यटकों की भीड़ के बाद पुलिस ने बॉर्डर पर अतिरिक्त चेक पोस्ट बनाने का फैसला लिया है। पिछले दो हफ्ताें से हरिद्वार में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट और पंजीकरण के बिना हरिद्वार आने वाले पर्यटकों को वापिस लौटा दिया जाएगा। बता दें कि चिड़ियापुर-श्यामपुर चेकपोस्ट पर रोजाना तीन से चार सौ पर्यटक रोज पहुंच रहे हैं। एसएचओ श्यामपुर अनिल चौहान ने बताया कि चेकपोस्ट से करीब 100 गाड़ियों का वापिस भेज दिया गया है। यूपी, दिल्ली, हरियाणा से बिना काेविड नेगेटिव रिपोर्ट और पंजीकरण के बिना पर्यटकों को वापिस लौटा दिया गया है। बताया कि दूसरे राज्यों से उत्तराखंड आने के लिए 72 घंटे की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है।
हरिद्वार प्रशासन की ओर से वीकेंड पर सख्ती की जा रही है ताकि कोई भी पर्यटक बिना कोविड नेगेटिव रिपोर्ट के जिले में प्रवेश न कर सके। नैनीताल पुलिस ने बगैर आरटीपीसीआर के जिले के बार्डरों से प्रवेश कर रहे 2 हजार 491 पर्यटकों को वापस लौटा दिया। जिले के बार्डरों में बाहरी राज्यों से 4 हजार 728 पर्यटक पहुंचे। इसमें से आरटीपीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट लेकर आए 4360 पर्यटकों को ही जिले में प्रवेश दिया गया। कुल 1241 वाहनों में से 1049 वाहनों को प्रवेश दिया गया, 192 वाहनों को वापस भेज दिया गया। बीते तीन दिनों से 8548 वाहनों सहित कुल 32 हजार 934 यात्रियों पर्यटकों को जिले में प्रवेश दिया गया। रविवार को पुलिस ने आरटीपीसीआर रिपोर्ट जांच के साथ ही जाम पर विशेष सतर्कता बरती रखी। एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने कहा कि अगर नैनीताल में जिले में घुमने आ रहे हैं तो आरटीपीसीआर रिपोर्ट जांच कराकर आए और रिपोर्ट साथ रखें जिससे बार्डर से प्रवेश में आसानी हो।