उत्तराखंड कोरोना 15 मई:नये केस 5654, मौतें 197,सक्रीय मामले 80हजार

उत्तराखंड : 24 घंटे में आए 5654 नए कोरोना संक्रमित, रिकॉर्ड 197 की मौत, ब्लैक फंगस का एक और मरीज मिला
देहरादून 15 मई । स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, शनिवार को देहरादून जिले में 1423 कोरोना मरीज मिले हैं।उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 5654 संक्रमित मरीज सामने आए और रिकॉर्ड 197 मरीजों ने दम तोड़ा है। वहीं, 4806 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। कुल संक्रमितों की संख्या 283239 हो गई है। जबकि सक्रिय मामले 80000 पहुंच गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, शनिवार को देहरादून जिले में 1423 कोरोना मरीज मिले हैं। हरिद्वार में 464, ऊधमसिंह नगर 384 , नैनीताल में 1037, टिहरी में 405, पौड़ी में 482, रुदप्रयाग में 51, अल्मोड़ा में 339, उत्तरकाशी में 428, पिथौरागढ़ में 246, चमोली में 215, चंपावत में 42, बागेश्वर जिले में 138 संक्रमित मिले हैं।

शनिवार को मिला ब्लैक फंगस का एक और मरीज

वहीं देहरादून के एक निजी अस्पताल में आज शनिवार को भी ब्लैक फंगस का मरीज पाया गया है। इसे मिलाकर राजधानी देहरादून में अब तक 5 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं एक मामला हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भी सामने आ चुका है।

डॉक्टर से निशुल्क परामर्श के लिए जारी किया टोल फ्री नंबर

प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए आम आदमी पार्टी भी मदद के लिए आगे आई है। कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आप ने निशुल्क डॉक्टर परामर्श देने को टोल फ्री नंबर जारी किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल ने आप डॉक्टर अभियान की शुरूआत की है।

इस अभियान के तहत जारी किए गए टोल फ्री नंबर 8800026100 पर कॉल करते ही कोरोना संक्रमित मरीजों को या उनके तीमारदारों को विशेषज्ञों की ओर से डॉक्टरों की सलाह निशुल्क दी जाएगी। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बीच आम आदमी पार्टी ने आप का डॉक्टर अभियान की शुरुआत की है।
विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह और परामर्श निशुल्क ले सकते हैं
इस टोल फ्री नंबर पर कोई भी कोरोना संक्रमित व उनके परिजन फोन कर विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह और परामर्श निशुल्क ले सकते हैं। इसके अलावा होम आइसोलेशन में रहने वाले लोग जिन्हें सरकार की खामियों का शिकार होना पड़ रहा है वो भी विशेषज्ञ डाक्टरों से हर जरूरी सलाह तय समय में ले सकते हैं।

आम आदमी पार्टी का कहना है कि कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बीच आम लोगों में डर की भावना भी तेजी से बढ़ रही है, ऐसे में पार्टी की ओर से प्रदेश में चलाए जाने वाले इस तरह के अभियान की बेहद ज्यादा जरूरत थी। जिसे पार्टी आज विधिवत रूप से शुरू कर चुकी है।

पार्टी का मानना है कि इस अभियान का मकसद कोरोना संक्रमितों को चिकित्सकीय सहायता देने के साथ ही लोगों को कोरोना के खिलाफ मिलजुल कर लड़ने के लिए प्रेरित करना भी है।

कोरोना संकट के वक्त आम आदमी पार्टी लगातार प्रदेश में लोगों तक मदद पहुंचाने में जुटी हुई है। पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश के तमाम इलाकों में ऑक्सीजन सिलिंडर, दवाइयां और भोजन का इंतजाम करने के साथ ही अस्पताल और एंबुलेस सेवा भी चलाई जा रही है।

घर में अलग कमरा नहीं तो संक्रमित का कोविड केयर सेंटर में होगा उपचार

प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को होम आइसोलेशन के लिए घर में अलग कमरा न होने पर कोरोना संक्रमित मरीज का कोविड केयर सेंटर में इलाज कराया जाएगा। इस संबंध में सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी ने आदेश जारी किए हैं।

सभी जनपदों के जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को केंद्र सरकार की ओर से होम आइसोलेशन को लेकर जारी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए। वर्तमान में कुल सक्रिय मामलों में से 90 प्रतिशत संक्रमित होम आइसोलेशन में रह कर इलाज कर रहे हैं।

प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ने से सक्रिय मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर में सक्रिय मामले 80 हजार से ज्यादा हो गए हैं। इसमें 90 प्रतिशत संक्रमित होम आइसोलेशन की सुविधा लेकर घरों में ही उपचार कर रहे हैं। कई संक्रमित होम आइसोलेशन के नियमों का पूरा नहीं कर रहे हैं। जिससे परिवार के अन्य सदस्यों के संक्रमित होने का खतरा बना है।

इसे देखते हुए सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी ने होम आइसोलेशन के दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए आदेश जारी किए हैं। सचिव ने सभी डीएम और सीएमओ को निर्देश दिए कि कोविड केयर सेंटर में बिजली, पानी, मरीजों के भोजन और दवाईयों की उचित व्यवस्था की जाएगी। डॉक्टरों की टीम संक्रमितों का नियमित से जांच करें।

मेडिकल काउंसलर करेंगे होम आइसोलेशन मरीजों की निगरानी

होम आइसोलेशन रह रहे कोरोना मरीजों की निगरानी अब मेडिकल काउंसलर करेंगे। साथ ही मेडिकल काउंसलर मरीजों को परामर्श दिया जाएगा। एक काउंसलर को प्रतिदिन 50 मरीजों की जिम्मेदारी दी गई है। मेडिकल काउंसलर को टेलीफोन बिल और मरीज के रिकॉर्ड का रखरखाव करने के लिए प्रति माह एक हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

अस्पतालों से ज्यादा संक्रमित मरीज घर में ही रह कर उपचार कर रहे हैं। जिससे सरकार ने होम आइसोलेशन मरीजों की निगरानी मेडिकल काउंसलर के माध्यम से कराने का निर्णय लिया है। आइसोलेशन की 10 दिन के अवधि पूरी होने पर मरीज के स्वस्थ होने पर काउंसलर निगरानी को समाप्त करेंगे। साथ ही मरीज को होम आइसोलेशन और आयुष किट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी काउंसलर की होगी।

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