उत्तराखंड कोरोना 21 जुलाई:नये केस 35, ठीक हुए 14, सक्रीय केस643 मौत कोई नहीं,

उत्तराखंड में कोरोना: 24 घंटे में 37 नए संक्रमित मिले, एक भी मरीज की मौत नहीं

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण कम हो गया है। प्रदेश में अब संक्रमितों का रिकवरी रेट 95.90 पहुंच गया है।
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देहरादून 21 जुलाई।उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 37 संक्रमित मिले हैं। वहीं बुधवार को एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 14 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 643 पहुंच गई है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, बुधवार को 20213 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं तीन जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर और चंपावत में एक भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है। वहीं, चमोली में दो, देहरादून में सात, हरिद्वार में चार, नैनीताल में 11, पौड़ी में तीन, पिथौरागढ़ दो, रुद्रप्रयाग में चार, टिहरी और ऊधमसिंह नगर में एक-एक व उत्तरकाशी में दो संक्रमित मिले हैं।

प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 341573 हो गई है। इनमें से 327558 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7357 लोगों की जान जा चुकी है।

वैक्सीन खत्म, टीकाकरण केंद्रों पर पसरा रहा सन्नाटा
रुड़की में कोरोना का टीका खत्म होने के चलते शहर के सभी टीकाकरण केंद्रों पर फिर से सन्नाटा छाया रहा। सरकारी और निजी कार्यालयों में अवकाश के चलते लोग टीका लगवाने पहुंचे तो निराशा हाथ लगी। टीका न लगने से ज्यादा लोगों में इस बात को लेकर गुस्सा था कि वैक्सीनेशन नहीं होने की जानकारी एक दिन पहले तक चस्पा नहीं की जाती।

शहर में कुछ समय से टीकाकरण अभियान की गति पहले के मुकाबले आधी रह गई है। कुछ समय पहले 18 वर्ष आयु वालों के लिए बिना स्लॉट बुक कराए वैक्सीनेशन कराने की व्यवस्था के बाद युवाओं को बड़ी राहत मिल गई थी। इसके बाद से आए दिन सेंटरों पर वैक्सीन खत्म हो जाती है और लोगों को निराश लौटना पड़ता है। सेंटरों की संख्या भी 15 से घटकर तीन या चार रह गई है।

जहां एक तरफ युवाओं में वैक्सीनेशन को लेकर उत्साह बढ़ा है तो वहीं सेंटरों पर आए दिन सीमित मात्रा में वैक्सीन पहुंचने की समस्या आम हो गई है। बुधवार को भी शहर के किसी भी सेंटर पर वैक्सीनेशन नहीं हुआ। यहां पहुंचे लोगों को निराशा हाथ लगी।

दरअसल, बकरीद पर सरकारी और निजी कार्यालयों में अवकाश था। बुधवार के नाते बाजार भी बंद था। ऐसे में लोग वैक्सीन लगवाने सेंटरों पर पहुंचे। शिव विहार निवासी अब्दुल और फैजान का कहना था कि दूसरी बार ऐसा हो रहा है, जब अवकाश के चलते वैक्सीन लगवाने पहुंचे और सेंटर बंद थे। अंबर तालाब निवासी सकील, मुस्तफा, इकराम, रज्जाक आदि का कहना था कि निजी कंपनी में काम करने के चलते उन्हें अवकाश नहीं मिलता।

आज बकरीद का अवकाश था तो वैक्सीन लगवानी चाही, लेकिन स्कूल नंबर 14 पर वैक्सीनेशन नहीं हो रहा था। रामनगर निवासी संजना और मालती का कहना था कि वैक्सीनेशन नहीं होने की जानकारी एक दिन पहले चस्पा नहीं करने से बड़ी दिक्कत आ रही है। सेशन साइट इंचार्ज रामकेश गुप्ता का कहना है कि मंगलवार देर शाम तक वैक्सीन आने की उम्मीद थी। इसलिए सेंटरों पर नोटिस चस्पा नहीं करवाया जा सका।

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