उत्तराखंड कोरोना 23 सितं.:नये केस 17, ठीक हुए 20, सक्रीय केस 249
Uttarakhand CoronaVirus: उत्तराखंड में अब 250 से कम कोरोना के सक्रिय मामले
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीते 24 घंटे में निजी और सरकारी लैब से 16 हजार 291 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें 16 हजार 274 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में सबसे अधिक छह लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।
उत्तराखंड में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 17 नए मामले मिले।
देहरादून ,23 सितंबर: उत्तराखंड में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 17 नए मामले मिले। वहीं, 20 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। राहत की बात यह भी है कि बीते 24 घंटे में कोरोना से किसी मरीज की मौत नहीं हुई। अब राज्य में कोरोना के 249 सक्रिय मामले रह गए हैं। छह जिलों में दस से कम सक्रिय मामले हैं। देहरादून जनपद में सर्वाधिक 124 सक्रिय मामले हैं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीते 24 घंटे में निजी और सरकारी लैब से 16 हजार 291 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें 16 हजार 274 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। देहरादून में सबसे अधिक छह लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी में दो-दो, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल, हरिद्वार व टिहरी में एक-एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। चार जिलों चमोली, बागेश्वर, पौड़ी व ऊधमसिंह नगर में कोरोना संक्रमण का नया मामला नहीं आया।
अब तक राज्य में कोरोना के तीन लाख 43 हजार 445 मामले आ चुके हैं। इनमें से तीन लाख 29 हजार 715 (96 फीसद) लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। वहीं, 7391 मरीजों की मौत हो चुकी है।
18 से 44 साल के 10.14 लाख व्यक्तियों का पूर्ण टीकाकरण
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए राज्य में टीकाकरण अभियान तेजी से चल रहा है। गुरुवार को प्रदेश में 1108 केंद्रों पर 61 हजार 169 व्यक्तियों को कोरोनारोधी टीका लगाया गया। राज्य में अब तक 72 लाख 93 हजार 772 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है। 29 लाख 21 हजार 762 व्यक्तियों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।
ऋषिकेश को डेंगू मुक्त शहर के लिए निगम कटिबद्ध
ऋषिकेश नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं ने नगर निगम क्षेत्र में डेंगू संक्रमण की रोकथाम को लेकर सफाई निरीक्षकों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने निगम परिसर का भी निरीक्षण किया और अनावश्यक कबाड़ की नीलामी कर परिसर के खेल मैदान को चाक चौबंद करने की बात कही।
गुरुवार को महापौर ने सफाई निरीक्षकों की बैठक लेकर उनसे तमाम वार्डों की सफाई व्यवस्था को लेकर फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि बारिश का दौर लंबा चलने की वजह से डेंगू का खतरा लगातार बना हुआ है। इसलिए उसकी रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की जरूरत है।
महापौर ने बताया कि अधिकारियों को बरसाती पानी की समुचित निकासी का प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें कहा गया है कि बारिश होने पर विभिन्न इलाकों में पानी एकत्र हो रहा है, जिससे डेंगू के मच्छर पनपने की संभावना बनी रहती है। इसलिए प्रत्येक वार्ड में नालियों की सफाई तथा कूड़े का नियमित निस्तारण करने की जरूरत है। इसके अलावा उन्होंने ने सफाई निरीक्षकों को प्रत्येक वार्ड में नियमित फोगिंग मशीन से कीटनाशक दवाई का छिड़काव करने के निर्देश दिए। बैठक में पार्षद विजय बडोनी, अनिता रैना, विकास तेवतिया, विजेंदर मोघा, अधिशासी अभियंता आनंद मिश्रवान, ज्योति उनियाल, सफाई निरीक्षक धीरेंद्र सेमवाल, अभिषेक मल्होत्रा, सफाई नायक नरेश खैरवाल आदि मौजूद रहे।