उत्तराखंड कोरोना 30 जुलाई:नये केस 41, ठीक हुए 64, सक्रीय केस 645
उत्तराखंड में कोरोना: 41 नए संक्रमित मिले, एक भी मरीज की मौत नहीं
शुक्रवार को उत्तराखंड के चार जिलों चमोली, चंपावत और टिहरी और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है।
देहरादून 30जुलाई।उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 41 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 64 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। वहीं, सक्रिय मामलों की संख्या 645 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, शुक्रवार को 26408 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं चार जिलों चमोली, चंपावत और टिहरी और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज सामने नहीं आया है। वहीं, अल्मोड़ा में पांच, बागेश्वर में एक, देहरादून में सात, हरिद्वार चार, नैनीताल में पांच, पौड़ी में एक, पिथौरागढ़ में दो, रुद्रप्रयाग में पांच और ऊधमसिंह नगर में 11 संक्रमित मिले हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 342023 हो गई है। इनमें से 327979 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7362 लोगों की जान जा चुकी है।
27 दिनों से रोजना 100 से कम मिल रहे संक्रमित
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के साथ मरीजों की मौतें थम गई हैं। 27 दिनों से उत्तराखंड में प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या 100 से कम ही आ रही है। वहीं, एक सप्ताह में मात्र दो कोरोना मरीजों की मौत हुई है। हालांकि अभी कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है
कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित मामलों में ठहराव आया है। प्रदेश में तीन जुलाई को एक दिन में 158 नए संक्रमित मिले थे। इसके बाद से प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या 100 से कम है। वहीं, मौतें भी लगातार कम हो रही हैं। 24 से 30 जुलाई तक प्रदेश में मात्र दो कोरोना मरीजों की मौत हुई है।
वर्तमान में प्रतिदिन सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण की दर 0.16 प्रतिशत है। सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल का कहना है कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। इसकी रफ्तार में स्थिरता जरूर आई है।
उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव को लेकर राजनीति व अन्य गतिविधियां बढ़ रही हैं, जिससे कोरोना संक्रमण की रोकथाम भी करना चुनौती है। केरल समेत अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण तेजी बढ़ रहा है। इस देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है।
प्रदेश में ब्लैक फंगस भी थमा
प्रदेश में ब्लैक फंगस का खतरा थम गया है। दूसरे दिन भी प्रदेश में नए मामले और मौतें नहीं हुई है। पांच मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया है। प्रदेश में कुल मरीजों की संख्या 555 और 124 मौतें हो चुकी है, जबकि 221 मरीज स्वस्थ हुए हैं।:
उत्तराखंड में 16 अगस्त से चलेंगी सभी स्कूलों की छठी से आठवीं तक कक्षाएं
प्रदेश में सभी सरकारी और निजी स्कूलों में नवीं से 12वीं तक कक्षाएं दो अगस्त प्रारंभ होंगी। छठी से आठवीं तक कक्षाएं 16 अगस्त से संचालित की जाएंगी। स्कूल सिर्फ ट्यूशन फीस ले सकेंगे। अन्य फीस नहीं ली जा सकेगी।
उत्तराखंड में 16 अगस्त से चलेंगी सभी स्कूलों की छठी से आठवीं तक कक्षाएं।
प्रदेश में सभी सरकारी और निजी स्कूलों में नवीं से 12वीं तक कक्षाएं दो अगस्त प्रारंभ होंगी। छठी से आठवीं तक कक्षाएं 16 अगस्त से संचालित की जाएंगी। स्कूल सिर्फ ट्यूशन फीस ले सकेंगे। अन्य फीस नहीं ली जा सकेगी। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के अंदेशे के बीच दो अगस्त से स्कूल खोलने के फैसले में आंशिक संशोधन किया गया है।
विद्यालयी शिक्षा सचिव राधिका झा की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में निजी स्कूलों एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ स्कूलों को खोले जाने के संबंध में मंथन किया गया। बैठक में प्राप्त सुझावों के आधार पर सचिव राधिका झा ने दिशा-निर्देश जारी किए। बीती 27 जुलाई को कैबिनेट बैठक में आगामी दो अगस्त से प्रदेश में स्कूलों को खोलने के निर्णय पर मुहर लगाई गई। अब इस फैसले को अमलीजामा पहनाने की तैयारी की जा रही है।
नवीं से 12वीं तक चार घंटे पढ़ाई
बैठक में तय किया गया कि नवीं से 12वीं तक कक्षाएं अधिकतम चार घंटे और छठी से आठवीं तक अधिकतम तीन घंटे चलेंगी। विद्यालयों का संचालन हाइब्रिड मोड पर होगा। स्कूल आफलाइन के साथ आनलाइन पढ़ाई भी जारी रखेंगे। शिक्षक कक्षाओं में अध्यापन कार्य को आनलाइन करेंगे, ताकि स्कूल न आने वाले विद्यार्थियों को पढ़ाई का नुकसान न उठाना पड़े। ऐसे विद्यार्थी घर से ही पढ़ाई जारी रख सकेंगे। छात्र-छात्राओं को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। इसके लिए अभिभावकों से सहमति ली जाएगी। विद्यालय में सहमति पत्र उपलब्ध कराने के लिए छात्रों को तीन दिन का समय दिया जाएगा। कक्षा कक्षों में बैठने की व्यवस्था में सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा।
मिड डे मील और लंच बाक्स की मनाही
स्कूलों में बगैर मास्क किसी की एंट्री नहीं होगी। शिक्षकों, कर्मचारियों और सभी विद्यार्थियों को मास्क पहनने के बाद ही दाखिल होने की अनुमति मिलेगी। स्कूलों में प्रार्थना सभा, बाल सभा, खेलकूद, संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम समेत अन्य सामूहिक गतिविधियां स्थगित रखी जाएंगी। मिड डे मील नहीं बनेगा। खाद्यान्न सामग्री बच्चों को बीते वर्ष की तरह वितरित की जाती रहेगी। भोजन माताएं स्कूलों में आकर छात्र-छात्राओं के सैनिटाइजेश व अन्य कोविड सुरक्षा प्रोटोकाल का पालन करने में सहयोग देंगी। स्कूलों में विद्यार्थियों को लंच बाक्स या भोज्य पदार्थ लाने की अनुमति नहीं होगी। स्कूल प्रबंधन को इसका पालन कराना होगा।
कक्षा एक से पांचवीं तक स्कूल नहीं खुलेंगे
कक्षा एक से पांचवीं तक स्कूल नहीं लगेंगे। आनलाइन पढ़ाई यथावत जारी रखी जाएगी। आनलाइन पढ़ाई के लिए बच्चों के आस-पड़ोस में उपलब्ध पारिवारिक सदस्यों के स्मार्ट फोन की उपलब्धता के मुताबिक शिक्षकों को पढ़ाई का समय निर्धारित करने को कहा गया है। आनलाइन पढ़ाई की सुविधा से वंचित विद्यार्थियों के लिए स्कूल स्तर पर विशेष कार्ययोजना बनाने को कहा गया है।