यूक्रेन में फंसे उत्तरांखड वासियों की संख्या पहुंची 226

उत्तराखंड के 226 नागरिकों की सूची विदेश मंत्रालय को भेजी

देहरादून रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध के बीच उत्तराखंड सरकार ने यूक्रेन में फंसे राज्य के नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने की तैयारी शुरू कर दी है

देहरादून 26 फरवरी: रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध के बीच उत्तराखंड सरकार ने यूक्रेन में फंसे राज्य के नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने की तैयारी शुरू कर दी है। शनिवार को शासन ने 226 उत्तराखंड के नागरिकों की सूची विदेश मंत्रालय को भेजी है। यूक्रेन में फंसे ये वह नागरिक हैं, जिनके स्वजन ने हेल्पलाइन नंबर 112 पर सूचना दी है।

अपर सचिव गृह रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि यूक्रेन में फंसे नागरिकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। पहली लिस्ट में उत्तराखंड के 86 नागरिकों के यूक्रेन में फंसे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद दूसरी लिस्ट में आंकड़ा बढ़कर 154 हो गया। तीसरी लिस्ट में आंकड़ा 188 हो गया। अब यूक्रेन में फंसने वाले नागरिकों की संख्या 226 हो गई है। अब तक जिन नागरिकों की यूक्रेन में फंसे होने की सूचना हेल्पलाइन नंबर से मिली है, उसकी सूची विदेश मंत्रालय को भेज दी गई है।

राज्य के 16 नागरिकों के पड़ोसी देशों में जाने की सूचना

यूक्रेन में हालात खराब होने के चलते उत्तराखंड के 16 नागरिकों के दूसरे देशों में जाने की सूचना है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया, सूचना मिली है कि 16 नागरिक दूसरी लोकेशन में चले गए हैं। हालांकि, इसकी पुख्ता जानकारी विदेश मंत्रालय ही दे पाएगा।

यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के नागरिकों की जिलावार संख्या

जिला, संख्या

देहरादून, 55

हरिद्वार, 41

टिहरी, 17

पौड़ी, 21

चमोली, 04

उत्तरकाशी, 07

रुद्रप्रयाग, 05

नैनीताल, 24

ऊधमसिंह नगर, 38

अल्मोड़ा, 01

चंपावत, 05

पिथौरागढ़, 03

अन्य, 05 विदेश मंत्रालय के संपर्क में प्रदेश सरकार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि प्रदेश सरकार लगातार विदेश मंत्रालय और केंद्र सरकार के संपर्क में है। हमारे अधिकारी यूक्रेन में फंसे उत्तराखंडियों को सुरक्षित लाने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। हमने यूक्रेन में फंसे नागरिकों के स्वजन को उनकी सुरक्षित वापसी का भरोसा दिया है।

 

 बंकर में शरण लिए हुए बेटी को देख थमे नहीं मां के आंसू, वीडियो कॉल पर कहा- पीएम मोदी पर भरोसा

एमबीबीएस की छात्रा व फलई गांव निवासी अवंतिका ने शनिवार को अपनी मां रचना भट्ट से वीडियो कॉल के जरिए बातचीत की।

अवंतिका

यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही फलई गांव की अवंतिका सहित 300 से अधिक छात्र-छात्राएं एक बंकर में शरण लिए हुए हैं। उनके पास खाने-पीने का सामान भी सीमित रह गया है। अवंतिका ने वीडियो कॉल के जरिए अपने माता-पिता से बातचीत कर वहां के हालात बताएं हैं, जिससे परिजन भी भावुक हो रहे हैं।

परिजनों का कहना है कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा है, लेकिन अब उनके बच्चों का धैय जवाब दे रहा है, जिससे वह चिंतित हो रहे हैं। रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से वहां पढ़ रहे बच्चों के लेकर माता-पिता परेशान हैं। रुद्रप्रयाग जिले से चार छात्र-छात्राएं यूक्रेन में एमबीबीएस के प्रथम, तृतीय व चतुर्थ वर्ष में पढ़ रहे हैं।

 

अवंतिका ने बताया- बस अब कुछ चिप्स, बिस्कुट और बोतलबंद पानी ही रह गया

चतुर्थ वर्ष की छात्रा व फलई गांव निवासी अवंतिका ने शनिवार सुबह 9 और दोपहर बाद 4 बजे अपनी माता रचना भट्ट से वीडियो कॉल के जरिए बातचीत की। इस दौरान अवंतिका ने एक वीडियो भी अपनी मां को भेजा, जिससे पता चल रहा है कि ये बच्चे बंकर में कैसे रह रहे हैं। रचना भट्ट ने अपनी बेटी अवंतिका और उसकी सहेलियों के हवाले से बताया कि अभी तक बंकर में रह रहे छात्र-छात्राओं से किसी ने भी संपर्क नहीं किया है।

उनके पास अब भोजन सामग्री भी सीमित रह गई है। बस अब कुछ चिप्स, बिस्कुट और बोतलबंद पानी ही रह गया है। छात्राओं ने बताया कि वहां के हालात ठीक नहीं हैं और वह ज्यादा दिनों तक ऐसे नहीं रह पाएंगे। उन्होंने बताया कि सभी छात्र-छात्राएं स्वयं ही बॉर्डर पार करने की सोच रहे थे। लेकिन फिर दोपहर को कुछ लोगों को सुरक्षा बलों ने बीच में ही रोक दिया था, जिसके बाद उन्होंने अपना विचार बदल दिया है।

उधर, नागजगई के उत्कर्ष शुक्ला, ऊखीमठ की लिपाक्षी कुंवर और अगस्त्यमुनि के अंकित चंद्र के माता-पिता ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने बच्चों को सकुशल वापस लाने की गुहार लगाई है। लिपाक्षी की माता सुधा कुंवर ने दोपहर को अपनी बेटी से वीडियो कॉलिंग पर बात की। उन्होंने बताया कि सभी बच्चे भयभीत हैं क्योंकि वहां हालात दिनोंदिन खराब हो रहे हैं।

इसके लिए डीआईजी पी रेणुका देवी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, साथ ही एसपी प्रमोद कुमार को सहायक नोडल अधिकारी नामित किया गया है। एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि शनिवार को 72 अन्य लोगों का विवरण एकत्रित कर विदेश मंत्रालय को भेजा गया है, इससे पहले शुक्रवार को 154 लोगों की लिस्ट केंद्र सरकार के पास भेजी गई थी।

इसके अलावा भी प्रदेश भर से कुछ और लोगों के वहां फंसे होने की जानकारी सामने आ रही है। इसे प्रमाणित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल यूक्रेन में सभी उत्तराखंडवासी सुरक्षित हैं, भारत सरकार के स्तर से सभी को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

हेल्पलाइन नंबर
पी रेणुका देवी (नोडल अधिकारी) – 7579278144
प्रमोद कुमार (सहायक नोडल अधिकारी) – 9837788889
आपातकालीन नंबर – 112 (टोल फ्री)
उत्तराखण्ड सदन – 011-26875614- 15

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