पूजा-अर्चना के बाद तीरथ सिंह रावत ने संभाला सचिवालय में मुख्यमंत्री का आसन
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पूर्जा-अर्चना के बाद कार्यभार संभाला, पहली बार पहुंचे सचिवालय
देहरादून 14 मार्च। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत पहली बार रविवार को सचिवालय स्थित अपने कार्यालय पहुंचे। उनके साथ उनकी पत्नी डॉक्टर रश्मि रावत भी मौजूद रहीं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत विविधत पूर्जा-अर्चना करने के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे। कुर्सी पर बैठने से पहले उन्होंने सभी का अभिवादन स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय में माथा टेका। मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के सूत्र वाक्य पर आगे बढ़ेगी व जनभावनाओं का सम्मान किया जाएगा। उन्होंने सभी स्टाफ को ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा से काम करने की सलाह भी दी।
बता दें कि तीरथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रदेश के विकास के लिए अपनी प्राथमिकताएं भी गिनाई थीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए वह रणनीति बनाकर कार्य करेंगे। उत्तराखंड के पहले शिक्षा राज्यमंत्री का पद संभाल चुके तीरथ कहते हैं कि प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए कार्य करेंगे। यहीं नहीं, प्रदेश के पर्वतीय जिलों में सरकारी स्कूलों की स्थिति ठीक करने के साथ ही अध्यापकों के तैनाती सुनिश्चित करेंगे। रावत ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य और पर्यटन पर भी विशेषतौर से फोकस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ाए जाएंगे।
तीरथ का कहना था कि प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी से रणनीति बनाकर कार्य करने की जरूरत है। इसके लिए पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार-विमर्श करने प्लान बनाकर कार्य किया जाएगा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के मंत्रिमंडल का विस्तार शुक्रवार शाम को हुआ। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने 11 विधायकों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। त्रिवेंद्र सरकार के चार साल खाली चल रहे कैबिनेट मंत्रियों के तीन रिक्त पदों को भी इस बार भरा गया है। मंत्रिमंडल में त्रिवेंद्र सरकार के कैबिनेट मंत्रियों को भी दोबारा जगह मिली है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब तीरथ सिंह रावत को विधानसभा का सदस्य बनना होगा। पार्टी को सल्ट विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव का भी सामना करना है। अभी वह पौड़ी से लोकसभा सांसद हैं।