उत्तराखंड का एसआई एक लाख वसूलते पकड़ा सीबीआई ने
CBI ने चंडीगढ़ में टैक्सी ड्राइवर से रिश्वत लेता उत्तराखंड पुलिस का एसआई रंगे हाथों पकड़ा
सीबीआइ ने चंडीगढ़ में रिश्वत लेता एसआई गिरफ्तार किया।
सीबीआइ ने चंडीगढ़ में टैक्सी ड्राइवर से रिश्वत लेता उत्तराखंड पुलिस का एसआई गिरफ्तार किया है। वह देहरादून कैंट एरिया में तैनात है और टैक्सी ड्राइवर को एक धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई न करने की एवज में रिश्वत ले रहा था।
देहरादून/चंडीगढ़ [कुलदीप शुक्ला]20 मार्च। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने उत्तराखंंड के देहरादून स्थित कैंट थाने में तैनात एक सब इंस्पेक्टर हेमंत खंडूरी को शनिवार को चंडीगढ़ में टैक्सी ड्राइवर से एक लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। शिकायतकर्ता टैक्सी ड्राइवर के खिलाफ देहरादून के कैंट थाने में धोखाधड़ी में मामला दर्ज है। इसी मामले में कार्रवाई नहीं करने के एवज में आरोपित एसआइ पांच लाख रुपये की डिमांड कर रहा था जिसकी शिकायत मिलने पर चंडीगढ़ सीबीआई ने ट्रैप लगाकर चंडीगढ़ से आरोपित एसआई हेमंत खंडूरी को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ टीम मामले की जांच करने के साथ आरोपित के ठिकानों पर छापामारी करने में लगी है।
सीबीआई टीम ने अपने ट्रैप के आधार पर शिकायतकर्ता द्वारा एसआई हेमंत खंडूरी को चंडीगढ़ बुला लिया। जैसे ही आरोपित एसआई हेमंत खंडूरी ने पैसे पकड़े सीबीआई टीम ने उसे दबोच लिया। चंडीगढ़ के टैक्सी ड्राइवर पर देहरादून स्थित कैंट थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज है। मामले में जांच अधिकारी एसआई ही था। उसने कई बार टैक्सी ड्रावर को बुलाकर गिरफ्तार करने की धमकी भी दी। इसी मामले में कार्रवाई नहीं करने के एवज में आरोपित एसआई पांच लाख रुपये की डिमांड टैक्सी ड्राइवर से करने लगा। एसआई की बार-बार डिमांड और दबाव से परेशान होकर टैक्सी ड्राइव ने चंडीगढ़ सीबीआई के सेक्टर-29 स्थित ऑफिस में शिकायत दे दी।
एसआई के घर और थाने में सीबीआई की रेड
सीबीआई टीम आरोपित एसआई हेमंत खंडूरी के देहरादून स्थित घर पर रेड कर दस्तावेजों की जांच में लगी है। इसके अलावा उसकी तैनाती कैंट थाने में होने के नाते सीबीआई सर्च कर रही है। सूत्रों के अनुसार थाने के इंचार्ज से भी मामले में सीबीआई पूछताछ करेगी। इसके अलावा विभाग के अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी सीबीआई जांच कर रही है। पुलिस लाइन देहरादून स्थित आवास में सीबीआई देहरादून की टीम देर रात तक कार्रवाई में जुटी रही। हालांकि, यहां से सीबीआई को क्या मिला और क्या नहीं इसके बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है।
चंडीगढ़ के वांछित खिलाफ कैंट थाने में पुराना मुकदमा दर्ज था, जिसका कोर्ट से वारंट जारी हुआ था। बताया जा रहा है कि खंडूरी ने उस आरोपित से कुल पांच लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। लेकिन, वह एक लाख रुपये देने को राजी हुआ था। इसके बदले आश्वासन मिला था कि अब उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
गिरफ्तारी के बाद नियमानुसार सीबीआई चंडीगढ़ ने स्थानीय सीबीआई टीम को सूचित किया। कुछ देर बाद सीबीआई देहरादून की टीम पुलिस लाइन स्थित हेमंत खंडूरी के घर पर पहुंच गई।चार सदस्यीय टीम ने घर में देर रात तक कार्रवाई करती रही। सीबीआई के पुलिस अधीक्षक पीके पाणिग्रही ने बताया कि एक टीम को पुलिस लाइन भेजा गया है। हालांकि, वहां से अभी क्या मिला है या नहीं इसके बारे में कार्रवाई के बाद ही बताया जा सकता है।
बर्खास्त किया जाएगा दरोगा: डीजीपी
इस मामले में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि उन्हें रिश्वतकांड की जानकारी विभिन्न सूत्रों के हवाले से मिली है। अधिकारिक रूप से उत्तराखंड पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं आई है। लेकिन, यदि इसमें कुछ भी सच्चाई हुई तो दरोगा को बर्खास्त किया जाएगा। यह बहुत ही निंदनीय है।
फरार कबूतरबाज को पकड़ने गया था दरोगा
मुकदमा आठ दिसंबर 2020 को दर्ज किया गया था। कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि कुछ लोगों ने फर्जी कंपनी बनाकर विदेश भेजने के नाम पर 20 से 25 लाख रुपये ठगे हैं।
इस मामले में तीन मार्च को लक्ष्मीनारायण उर्फ विनोद उर्फ निर्मल सिंह निवासी कलायत, कैथल हरियाणा को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उसने चंडीगढ़ निवासी एक साथी का और नाम बताया था। इसी फरार आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी कराया और एसएसआई हेमंत खंडूरी को चंडीगढ़ भेजा।