1.19 लाख वैक्सीन पहुंची,अब शुक्रवार से उत्तराखंड में 18+ का वैक्सीनेशन

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देहरादून।03 जून।उत्तराखंड में 18 प्लस वालों के लिए वैक्सीन का संकट खत्म हो गया है। गुरुवार को 1.19 लाख वैक्सीन पहुंच गई। वैक्सीन को सभी टीकाकरण केंद्रों के लिए बांट भी दिया गया।

लंबे समय से राज्य में 18 प्लस वालों का वैक्सीनेशन अभियान ठप पड़ा था। वैक्सीन न होने के कारण युवाओं को टीकाकरण केंद्रों से वापस लौटना पड़ रहा था। राज्य ने केंद्र को 1.83 लाख वैक्सीन का एडवांस ऑर्डर किया था। बावजूद इसके वैक्सीन नहीं पहुंच पा रही थी। गुरुवार को जाकर ये कमी दूर हुई। अब सभी टीकाकरण केंद्रों में वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो जायेगा।

  • राज्य में 45 प्लस का वैक्सीनेशन अभियान पहले ही से सुचारु रूप से चल रहा है। असल दिक्क्त 18 प्लस वालों के अभियान में आ रही थी। वैक्सीनेशन के नोडल अफसर डा. कुलदीप मार्तोलिया ने बताया कि गुरुवार को 1.19 लाख वैक्सीन पहुंच गई। इसे सभी टीकाकरण केंद्रों को भिजवा दिया गया है। ताकि टीकाकरण अभियान सामान्य हो सके। शुक्रवार से अभियान पूरी तरह सामान्य हो जाएगा।

निजी चिकित्सालय और उद्योग भी जुटेंगे वैक्सिनेशन में

राज्य में 18-44 आयु वर्ग के व्यक्तियों के कोविड वैक्सीनेशन अभियान को अधिक व्यापक बनाने के लिए राज्य सरकार प्राईवेट हैल्थ सैक्टर का सहयोग भी प्राप्त कर रही है। इस विषय पर आज 04 जनपदों क्रमशः हरिद्वार, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर तथा देहरादून के निजी चिकित्सा संस्थानों के साथ स्वास्थ्य महानिदेशक द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक की गयी। इस बैठक में निजी चिकित्सालयों के चिकित्सकों तथा उद्योग इकाईयों के कुल 100 प्रतिभागियों द्वारा भाग लिया गया। बैठक में प्रमुख रूप से निदेशक उद्योग श्री संजय गुप्ता, अम्बुजा के श्री राजन कपूर, सिडकुल, हीरो होण्डा, महिन्द्रा गुप के प्रतिनिधि तथा कुमायूं मण्डल के को-चेयरमैन श्री राजीव घई ने प्रतिभाग किया।
बैठक के बारे में जानकारी देते स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि उत्तराखण्ड में 18-44 आयु वर्ग के लोगों की संख्या लगभग 50 लाख है तथा भारत सरकार से उपलब्ध कराए जा रहे वैक्सीन से टीकाकरण के कार्यक्रम को सम्पादित करने में अधिक समय लग रहा है। इस हेतु निजी चिकित्सालयों तथा प्रमुख उद्योग इकाईयों के बीच समन्वय स्थापित किए जाने हेतु विचार-विमर्श किया गया।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉक्टर सरोज नैथानी ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में जब 45 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों का टीकाकरण कार्यक्रम संचालित किया गया था, जब कुल 131 निजी स्वास्थ्य इकाईयों द्वारा कोविड वैक्सीनेशन कराया जा रहा था आज 18-44 आयु वर्ग के व्यक्तियों के टीकाकरण का कार्यक्रम 04 निजी स्वास्थ्य इकाईयों में किया जा रहा है तथा 27 निजी चिकित्सालयों द्वारा वैक्सीन क्रय करने का कार्य आरम्भ कर दिया है ।
डॉक्टर नैथानी के अनुसार इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि प्रमुख उद्योग इकाईयां निजी स्वास्थ्य संस्थानों में अपने कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों को कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित करें, जिससे यथासमय टीकाकरण का कार्य पूर्ण हो सके।
बैठक में उद्योग इकाईयों द्वारा यह सुझाव प्राप्त हुआ कि राज्य सरकार निजी अस्तपालों में कोविड टीकाकरण के लिए यूजर्स चार्ज को भी निर्धारित कर लें। अवगत कराना है कि भारत सरकार द्वारा निजी चिकित्सा इकाईयों में कोविड टीकाकरण की एक डोज की कीमत रू0 900/- निर्धारित की गयी है तथा चिकित्सालय द्वारा उद्योग इकाईयों के कार्यस्थल में जाकर टीकाकरण कराए जाने हेतु यूजर्स चार्जज लिया जाना भी निर्धारित है। परन्तु यूजर्स जार्च की धनराशि निर्धारित नहीं की गयी है। उद्योग इकाईयों द्वारा दिए गए सुझावों के अनुसार गुरुग्राम में यूजर्स चार्ज रू0 250 / डोज निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार उत्तराखण्ड में भी यूजर्स चार्ज निर्धारित किया जाना उचित होगा।
इस महत्वपूर्ण बैठक में राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉक्टर कुलदीप मर्तोलिया, यू०एन०डी०पी० एवं डब्ल्यू0एच0ओ0 के प्रतिनिधि सहित निजी अस्पताल, आई0एम0ए0 एवं आई0ए0पी0 के सदस्य तथा विभिन्न उद्योग संस्थानों के 40 प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।

 

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