वैक्सिनेशन का महा रिकार्ड : दिनभर में लगी 85 लाख वैक्सीन, सर्वाधिक 16 लाख वैक्सीन मप्र में
वैक्सीनेशन का महा रिकॉर्ड:एक दिन में 85 लाख से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई, 16 लाख टीके लगाकर MP पहले नंबर पर
नई दिल्ली21जून।नई गाइडलाइंस के मुताबिक वैक्सीनेशन शुरू होने के पहले दिन अब तक के सारे रिकॉर्ड टूट गए। सोमवार को 85 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया। राज्यों से पूरा डेटा आने के बाद यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है। cowin.gov.in पर दिए डेटा के मुताबिक, अब तक 85.15 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। इससे पहले 5 अप्रैल को 43 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी।
रिकॉर्ड लोगों को वैक्सीन लगने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जताई। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह रिकॉर्ड तोड़ वैक्सीनेशन खुश करने वाला है। कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन हमारा सबसे मजबूत हथियार बना हुआ है। उन सभी को बधाई जिन्होंने टीका लगवाया। सभी फ्रंटलाइन वॉरियर्स को बधाई जिन्होंने सुनिश्चित किया कि इतने सारे लोगों को टीका लगे। वेल डन इंडिया।
मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन
cowin.gov.in के मुताबिक, सोमवार को सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन मध्य प्रदेश में हुआ है। यहां 16.70 लाख लोगों को टीका लगाया गया। यह किसी भी राज्य में एक दिन में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड है। इसके अलावा कर्नाटक में 11.11 लाख और यूपी में 7.16 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवाई। दिल्ली में यह संख्या मात्र 76,282 रही।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देश में आज जितना वैक्सीनेशन हुआ है, उसमें मध्य प्रदेश ने अकेले 20% से ज़्यादा वैक्सीन लगा दी। अगर संपूर्ण वैक्सीनेशन हो गया तो हम कॉलेज और कोचिंग संस्थान खोल सकते हैं। हम 1 से 3 जुलाई फिर एक महाअभियान चलाएंगे।
मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक वैक्सीनेशन सेंटर पर इतनी भीड़ हुई कि सोशल डिस्टेंसिंग की गुंजाइश ही खत्म हो गई।
वैक्सीनेशन का दायरा कितना बड़ा…
देश में सोमवार को जितने लोगों को टीका लगाया गया, उससे कम कम आबादी वाले दुनिया में 134 देश हैं। इनमें हांगकांग, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, कुवैत, नार्वे और फिनलैंड जैसे देश शामिल हैं। भारत में एक दिन में इजराइल और स्विटजरलैंड की आबादी के लगभग लोगों को टीका लगाया गया है।
इस मामले में हमने अमेरिका को भी काफी पीछे छोड़ दिया है। अमेरिका में अब तक एक दिन में 40 लाख लोगों को टीका लगा है। यह रिकॉर्ड 4 अप्रैल को दर्ज हुआ था। ऑस्ट्रेलिया में अब तक कुल 6.87 लाख डोज लगे हैं। इससे करीब डेढ़ गुना भारत में एक दिन में ही लगा दिए गए।
टीका लगवाने वालों की कुल संख्या 28 करोड़ के पार
उधर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि देश में अब तक 28.33 करोड़ लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें 23.27 करोड़ से ज्यादा को पहला और 5.05 करोड़ को दूसरा डोज लग चुका है। नई गाइडलाइंस के मुताबिक, अब 18 साल से ज्यादा उम्र के हर नागरिक को केंद्र सरकार की ओर से मुफ्त वैक्सीन लगाई जा रही है। देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई थी।
7 जून को PM ने किया था ऐलान
इससे पहले केंद्र सरकार ने राज्यों और निजी अस्पतालों को 50% टीके खरीदने की इजाजत दी थी। हालांकि, कई राज्यों ने फंडिंग सहित दूसरी समस्याओं की शिकायत की। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 जून को वैक्सीन गाइडलाइंस में संशोधन की घोषणा की थी।
हावड़ा जिले के उत्तर बटोरा द्वीप में डोर-टू-डोर वैक्सीनेशन किया गया। गांव वालों को टीका लगाने के लिए हेल्थकेयर वर्कर्स नाव की सवारी करके पहुंचे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश में एक दिन में कोरोना की वैक्सीन लगी है. इसके बाद कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और गुजरात में वैक्सीन की डोज लगाई गई है.
किस राज्य में कितनी डोज़ लगाई गई
मध्य प्रदेश 1542626
कर्नाटक 1067734
उत्तर प्रदेश 674546
गुजरात 502173
हरियाणा 472659
बिहार 470352
राजस्थान 430439
महाराष्ट्र 378945
असम 330707
तमिलनाडु 328321
पश्चिम बंगाल 317991
ओडिशा 280106
केरल 261201
तेलंगाना 146302
त्रिपुरा 141848
उत्तराखंड 115376
हिमाचल प्रदेश 98169
पंजाब 90503
छत्तीसगढ़ 84638
झारखंड 82708
दिल्ली 76216
आंध्र प्रदेश 47328
जम्मू और कश्मीर 32822
पुदुचेरी 17207
मिजोरम 17048
गोवा 15586
मेघालय 13052
अरुणाचल प्रदेश 12892
सिक्किम 11831
नगालैंड 9745
चंडीगढ़ 6738
मणिपुर 6589
दादरा और नगर हवेली 4176
दमन और दीव 4374
लद्दाख 1288
अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह 783
लक्षद्वीप 289
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मई के महीने में राष्ट्रव्यापी कोरोना टीकाकरण के लिए 7.9 करोड़ से ज्यादा टीके उपलब्ध थे. जबकि जून में ये 11.78 करोड़ डोज हो गई. इनमें भारत सरकार से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीकों की मुफ्त आपूर्ति शामिल है. इसके अलावा इसमें वो वैक्सीन डोज भी शामिल हैं जो सीधे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा खरीदे जाते हैं और जो सीधे निजी अस्पतालों द्वारा खरीदे जाते हैं.
आज से केंद्र सरकार राज्यों को कोरोना की वैक्सीन मुफ्त में दे रही है. इससे पहले केंद्र सरकार सिर्फ हेल्थकेयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए राज्यों को मुफ्त में वैक्सीन दे रही थी. लेकिन अब देश में वैक्सीन निर्माताओं द्वारा उत्पादित किए जा रहे टीकों का 75 फीसदी खरीद केंद्र सरकार करेगी और खरीदे गए टीके राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को मुफ्त में दिया जाएगा, जैसा कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के शुरू से होता आ रहा है. ये प्राथमिकता के अनुसार सभी नागरिकों को राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों द्वारा सरकारी टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से निःशुल्क दिए जाएगा.
राज्यों की जनसंख्या, संक्रमितों की संख्या और वैक्सीनेशन की रफ्तार के हिसाब से केंद्र सरकार वैक्सीन देगी. वहीं, वैक्सीन वेस्टेज होने पर राज्यों की सप्लाई पर नकारात्मक असर पड़ेगा.
भारत सरकार द्वारा राज्यों को मुफ्त में उपलब्ध कराए गए टीके के टीकाकरण को कुछ ऐसे प्राथमिकता दी जाएगी:-
हैल्थकेयर वर्कर
फ्रंट लाइन वर्कर्स
45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को
उन लोगों जिनकी दूसरी खुराक बाकी है
18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को
वहीं, 18 साल से ऊपर की उम्र के लोगों के टीकाकरण में राज्य को वर्गीकरण की स्वतंत्रता होगी.
वैक्सीन सप्लाई की पूर्व सूचना राज्यों को दी जाएगी. राज्यों को इससे जरूरत के हिसाब से जिला स्तर और वैक्सीनेशन सेंटर तक वैक्सीन पहुंचाने में सुविधा मिलेगी. राज्यों को वैक्सीनेशन सेंटर्स या जिला स्तर पर वैक्सीन की उपलब्धता सार्वजनिक करनी होगी. वैक्सीन उत्पादक कंपनियां 25 फीसदी प्रति माह डोज प्राइवेट अस्पतालों को बेच सकेंगे. राज्य प्राइवेट अस्पताल की क्षमता, उसके आकार और स्थानीय संतुलन के हिसाब से वैक्सीन की मांग रखेंगे और केंद्र सप्लाई सुनिश्चित करेगा.
ओडिशा में 51 साल के शख्स को 30 मिनट में 2 टीके लगाए
ओडिशा में 51 साल के एक शख्स को 30 मिनट के अंदर दो बार कोरोना का टीका लगा दिया गया। हालांकि, उसमें कोई बुरा असर नहीं दिखाई दिया है। अथॉरिटी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि प्रसन्ना कुमार साहू नाम का यह शख्स मयूरभंज जिले के रघुपुर गांव का रहने वाला है। वह शनिवार को सत्यसाईं गवर्नमेंट हाई स्कूल में पहला डोज लगवाने गया था।
साहू का दावा है कि एक टीका लेने के बाद वह 30 मिनट का ऑब्जर्वेशन टाइम खत्म होने का इंतजार कर रहा था। तभी एक नर्स अंदर आई और उसके मना करने से पहले ही दूसरा इंजेक्शन लगा दिया। ऑफिशियल ऑब्जर्वर राजेंद्र बेहरा के मुताबिक, साहू टीका लगवाने के बाद ऑब्जर्वेशन रूम में जाने के बजाय वैक्सीनेशन एरिया में ही बैठा था। इस वजह से यह घटना हुई।