वैक्सीन राजनीति मौजूदा हालात को जिम्मेदार: विशेषज्ञ
वैक्सीनेशन के खौफ ने बढ़ाया कोरोना:एक्सपर्ट बोले- मौका मिलने पर भी वैक्सीन न लगवाने वाले इस हालात के लिए जिम्मेदार, इन्होंने दूसरे मरीजों के बेहतर इलाज का हक छीना
लेखक: हिमांशु मिश्रा
देश में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 2 लाख के पार हो चुका है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक,अब हर दिन 3 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा रहे हैं। हालांकि,देशभर के श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों से आ रही रिपोर्ट्स के मुताबिक मौतों का आंकड़ा कहीं ज्यादा है। अब इस पर एक्सपर्ट्स खुलकर बोलने लगे हैं। श्रीजयवेद इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवेस्कुलर साइंस एंड रिसर्च,बेंगलुरु के प्रोफेसर डॉक्टर प्रसन्नसिम्हा ने इन मौतों और देश के हालात के लिए मौका मिलने के बाद भी वैक्सीन न लगवाने वालों को जिम्मेदार ठहराया है।
वैक्सीन लगवा लेते तो आज ये हालात नहीं होते
डॉक्टर प्रसन्नसिम्हा ने कहा, ‘वैक्सीनेशन को लेकर लोगों के मन में जो संदेह था वही कोरोना महामारी में सबसे बड़ा हत्यारा बनकर सामने आया है। ज्यादातर वही लोग मर रहे हैं जिन्होंने मौका मिलने के बाद भी वैक्सीन नहीं लगवाई थी।’
‘अगर आपको वैक्सीन लगवाने का मौका मिला और आपने नहीं लगवाया। अब आप गंभीर रूप से संक्रमित हैं तो इसका आपको एहसास होना चाहिए कि आपने दूसरे मरीज को मिलने वाले बेहतर इलाज का हक उससे छीन लिया है। अगर आप नहीं होते तो आज ये स्थिति नहीं होती। मरीजों को आराम से इलाज मिलता, उन्हें वेंटिलेटर ऑर ऑक्सीजन की सुविधाएं मिल जातीं जिसके चलते आज लोगों की मौत हो रही है।
लोग वैक्सीन से डरते हैं,लेकिन कोरोना की मौत से नहीं
डॉक्टर प्रसन्नसिम्हा कहते हैं कि ये अजीब विडंबना है कि भारत में लोग जान बचाने वाली वैक्सीन से डरते हैं,लेकिन कोरोना की मौत से नहीं। लोग कहते हैं कि वैक्सीन लगवाने से खून जम जाता है जिससे मौत हो सकती है,लेकिन वही लोग ये नहीं जानते कि कोरोना होने के 6 हफ्ते बाद शरीर में जो खून का थक्का जमता है उससे आपके मरने का खतरा ज्यादा है।
वृद्धों को तुरंत आइसोलेट करें
डॉक्टर प्रसन्नसिम्हा कहते हैं कि अगर अब तक आपने वृद्धों को वैक्सीन नहीं लगवाई है तो अब उन पर ज्यादा खतरा है। इसलिए ऐसे वृद्धों को तुरंत आइसोलेट कर दें जितना जल्दी से जल्दी हो उनके वैक्सीनेशन का इंतजाम करें। इसके अलावा सुरक्षा के लिए घर में भी मास्क पहनें। उन्होंने बताया कि प्लाज्मा के लिए भी लोगों को ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। अभी तक कोई ऐसी स्टडी रिपोर्ट सामने नहीं आई है जिसमें प्लाज्मा थैरेपी को असरदार बताया गया है।