873 वर्ग किमी में बसेगी नई अयोध्या नगरी
देश के कई बड़े शहरों से बड़ी होगी नई अयोध्या, जानिए क्या करने जा रही है यूपी और केन्द्र सरकार
लखनऊ। 26 जून।राज्य सरकार ने नई अयोध्या का प्रारूप तैयार कर लिया है। नई अयोध्या देश के कई बड़े शहरों से बड़ी होगी। इसका दायरा 873.37 वर्ग किलोमीटर का होगा। श्रीराम मंदिर क्षेत्र जोन यानी कोर सिटी का दायरा 31.5 वर्ग किमी का होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष अयोध्या विजन-2051 का प्रारूप रखा। प्रधानमंत्री को बताया गया की नई अयोध्या की खासियत क्या होगी। यहां रहने और आने वालों को क्या-क्या सुविधाएं दी जाएंगी।
देश के साथ विदेशी पर्यटकों का ध्यान
देश के ही नहीं विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर नई योजना बसाई जाएगी। इसको ध्यान में रखते हुए अयोध्या का मास्टर प्लान 133 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल का तैयार कराया जा रहा है। अयोध्या में ग्रीनफील्ड टाउनशिप 4.86 वर्ग किलोमीटर में बसाई जाएगी। इसे आधुनिक शहर की तर्ज पर बसाया जाएगा, जिसमें रहने, घूमने, खाने व मनोरंजन आदि की सुविधाएं विकसित की जाएंगी। बड़ी-बड़ी इमारतों के साथ शॉपिंग मॉल, पांच सितारा होटल तक बनाए जाएंगे, जिससे अयोध्या आने वाले देश और विदेश के पर्यटकों को उनकी मनो अनुरूप सुविधाएं मिल सकें।
आध्यात्मिक केंद्र
अयोध्या को आध्यात्मिक केंद्र के रूप में बसाया जाएगा। इसमें आध्यात्मिक नगर, वैदिक एवं पारंपरिक ज्ञान और उत्सवधर्मी नगर बसाते हुए इसमें तीर्थ यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाएं विकसित की जाएंगी। पर्यटन का विविधीकरण, हब एंड स्पोक्स परिपथ, मंदिरों और धरोहरों का संरक्षण एवं भ्रमण, सरयू का तटीय विकास, ब्रांड अयोध्या का प्रचार-प्रसार और सुगम परिवहन की व्यवस्था की जाएगी। सुविधायुक्त सामुदायिक आश्रय, हरित एवं सौर ऊर्जाकृत नगर, आधुनिक अवस्थापना विकास, आत्मनिर्भर नगर, भूगर्भ जल, अपशिष्ट प्रबंधन आर्गेनिक खेती, वृहद क्षेत्र का विकास कराया जाएगा।
आसपास के तीर्थ स्थलों से जुड़ेगी अयोध्या
अयोध्या से ऐसे तीर्थ स्थलों को भी जोड़ा जाएगा जो एक दिन में हो सके। अयोध्या-लखनऊ दूरी 140 किलोमीटर- मनकामेश्वर मंदिर, हनुमान सेतु मंदिर, अंबेडकर मेमोरियल पार्क, जूलॉजिकल गार्डन व लखनऊ संग्राहलय। अयोध्या-प्रयागराज दूरी 160 किलोमीटर- त्रिवेणी, अक्षय वट, प्रयागराज का किला व आनंद भवन। अयोध्या-गोरखपुर दूरी 135 किलोमीटर- गोरखनाथ मंदिर, रेल संग्रहालय, गीता वाटिका, रामगढ़ ताल व वीर बहादुर सिंह तारा मंडल। अयोध्या-वाराणसी दूरी 150 किलोमीटर- पवित्र गंगा नदी पर नाव की सवारी, काशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन मंदिर, दुर्गा माता मंदिर और भारत माता मंदिर, संध्या आरती।अयोध्या में क्या होगा खास
विजन, लक्ष्य एवं रणनीतियां
वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र
वैश्विक पर्यटन थल
सुनियोजित विकास और स्मार्ट सिटी
प्रमुख परियोजनाएंअवस्थापना सुविधाओं का विकास
ग्रीन फील्ड टाउनशिप
पर्यटन सुविधाओं का विकास
आध्यात्मिक नगरपौराणिक महत्व के मुख्य क्षेत्र का मंदिर वास्तुकला के अनुरूप विकास
आध्यात्मिक सदभाव को बढ़ावा
धरोहरों का संरक्षण
परिक्रमा मार्गों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
प्राचीन मंदरों का दस्तावेजीकरण
अयोध्या शब्दकोष का निर्माणश्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक जाने वाले मार्ग
अयोध्या मुख्य मार्ग-बाईपास रोड से नया घाट 2.0 किमी
अयोध्या मुख्य मार्ग- नया घाट से सादातगंज 13.5 किमी
श्रृंगार हाट से श्रीराम जन्म भूमि मंदर मार्ग 0.85 किमी
सुग्रीव किला से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर मार्ग 0.70 किमी
परिक्रमा मार्ग- पंच, चौदह एवं चौरासी कोसी
– सड़क चौड़ीकरण
– छायादार सुरक्षित पैदल पथ
– विश्राम कक्ष, शौचालय, एवं सामुदायिक सुविधाएं
– फूड कोर्ट, मुक्तकाशी मंच
– स्ट्रीट फर्नीचर, साइनेज एवं हेरिटेज लाईटिंग
– फसाड कंट्रोलज्ञान केंद्र के रूप में विकास
– वैदिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा प्रोत्साहन
– अंतर्राष्ट्रीय महत्व की कल्याणकारी अवधारणाओं को प्रोत्साहन
– हस्तशिल्प, चिकित्सा इतिहास, पुरातत्व कला और विज्ञान को प्रोत्साहन
– स्वस्थ्य जीवन शैली को बढ़ावाउत्सव धर्मी नगर अयोध्या
– नवरात्रि से दीपावली तक 15 दिन सांस्कृतिक आयोजन
– भरत कुंड पौराणिक एवं सांस्कृतिक आयोजन
– ग्रीनफील्ड टाउनशिप में प्रदर्शनियों का आयोजन
– परिक्रमा मार्ग पर श्रीराम जीवन वृत्त से संबंधित प्रदर्शनियों का आयोजनस्ट्रीट लेवल सुविधाएं
– नगर के प्रवेश द्वार पर पर्यटक आवास और सुविधा केंद्र
– फूड कोर्ट, शिल्प हाट एवं जन सुविधाएं
– मार्ग निर्देशिकातीर्थ के अनुकूल सुविधाएं
– प्रदेश द्वार पर यात्री सुविधाएं एवं धर्मशालाएं
पर्यटन सर्किट
– बौद्ध सर्किट 1116 किलोमीटर
– अवध सर्किट 245 किलोमीटर
– बुंदेलखंड सर्किट 676 किलोमीटर
– विंध्य-वाराणसी सर्किट 70 किलोमीटर
– ब्रज सर्किट 71 किलोमीटर
– वाइल्ड लाइफ- इको पर्यटन सर्किट 522 किलोमीटर होगा
– राष्ट्रीय सर्किट में रामायण और सप्तपुरी सर्किट होगाअवस्थापना सुविधाओं का विकास
– मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
– अयोध्या धाम बस स्टेशन एवं रेलवे स्टेशन सुधारीकण
– समेकिट ट्रैफिक मैनेजमेंट प्रणाली यानी स्मार्ट एवं सेफ सिटी प्रोजेक्ट
– पार्किंग सुविधा, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर संपर्क मार्ग व रिंग रोड