सुशांत साइड एफेक्ट:वाट्स एप मैसेज लीकेज से घबराये लोगों ने अपनाया टेलेग्राम और सिग्नल प्रा. मैसेंजर
WhatsApp चैट लीक से घबराए यूजर्स! सिर्फ 6 दिन में Telegram बना पहली पसंद
मोबाइल इंटेलिजेंस फर्म Sensor Tower की रिपोर्ट के अनुसार, दीपिका (Deepika Padukone) की चैट लीक होने के बाद 19-24 सितंबर के बीच करीबन 14 करोड़ लोगों ने टेलीग्राम को डॉउनलोड किया है.
दीपिका की चैट लीक होने के बाद 19-24 सितंबर के बीच करीबन 14 करोड़ लोगों ने टेलीग्राम को डॉउनलोड किया है.
नई दिल्ली 29 सितंबर।सुशांत सिंह केस (Sushant Singh Rajput Case) से शुरू हुए ड्रग्स के मामलें को लेकर लीक हुई वॉट्सऐप चेट्स (Whatsapp Chats) का मुद्दा काफी चर्चा में है. जब से हाई प्रोफ़ाइल सेलेब्रिटीज़ की वॉट्सऐप चेट लीक हुई हैं तब से हर वॉट्सऐप यूज करने वाले यूजर के मन में अपनी वॉट्सऐप और फेसबुक चेट्स को लेकर आशंका बनी हुई है. सेलेब्रिटीज़ के चैट्स की तरह ही यूजर्स को अपने प्राइवेट चैट ऐसे खुलेआम लीक होने का डर बना हुआ है. इसी डर का फ़ायदा टेलीग्राम (Telegram) और सिग्नल (Signal) जैसे चैटिंग प्लेटफॉर्म उठा रहे हैं.
दरअसल, मोबाइल इंटेलिजेंस फर्म Sensor Tower की रिपोर्ट के अनुसार, दीपिका (Deepika Padukone) की चैट लीक होने के बाद 19-24 सितंबर के बीच करीबन 14 करोड़ लोगों ने टेलीग्राम को डॉउनलोड किया है. वही काफी यूजर्स Signal Private Messenger ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार, चैट लीक के बाद सिग्नल ऐप के 44,000 यूजर्स बढ़े है।
बताया जा रहा है कि हाई प्रोफ़ाइल सेलेब अपनी चैट प्राइवेट रखने के लिए अब टेलीग्राम का इस्तेमाल ऐप के सिक्योरिटी की वजह से कर रहे हैं. इन फीचर्स के मुताबिक़:
1) हर एक मैसेज का टाइमर सेट किया जा सकता है. जब टाइमर का टाइम पूरा हो जाएगा मैसेज खुद ब खुद ग़ायब यानि कि सेल्फ डिस्ट्रिक्ट हो जाएगा.
2) टेलीग्राम यूज़र को नोटिफाई किया जाता है अगर कोई चैट का स्क्रीनशॉट लेता है.
3) ऐप में सीक्रेट चैट फॉरवर्ड नहीं की जा सकती और किसी दूसरे डिवाइस से एक्सिस भी नहीं की जा सकती.
4) टेलीग्राम में बिना फ़ोन नंबर के भी चैट की जा सकती है और पब्लिक यूजरनेम रखा जा सकता है.
5) टेलीग्राम पर 1.5 GB की कोई भी फाइल भेजी जा सकती है. जबकि वॉट्सऐप पर वीडियो, इमेज या डॉक्यूमेंट जैसी छोटी फ़ाइल भेजना ही मुमकिन है.
लेकिन ग़ौरतलब है कि टेलीग्राम पर सिर्फ सीक्रेट चैट ही एंड टू एंड एन्क्रिप्टेड (end to end encrypted) है. जिसका मतलब यह कि सिर्फ भेजने वाला और मैसेज रिसीव करने वाला ही उस मैसेज को पढ़ सकता है. वो भी सिर्फ़ उसी डिवाइस पर जिससे मैसेज भेजा गया था. किसी सर्वर पर वो मैसेज सेव नहीं होता. सीक्रेट चैट के अलावा बाक़ी कोई भी नॉर्मल चैट एन्क्रिप्टेड नहीं होती मतलब सेफ नही होती है.
सिक्योरिटी फीचर्स के बावजूद वॉट्सऐप, टेलीग्राम से ज़्यादा पॉपुलर हैं. आप भी अगर टेलीग्राम डाउनलोड नहीं करना चाहते और सिर्फ वॉट्सऐप का ही इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि वॉट्सऐप पर सारी चैट्स एंड टू एंड एन्क्रिप्टेड होती है, मतलब सिर्फ सेंडर और रिसीवर ही चैट को एक्सिस कर सकता है.
वॉट्सऐप चैट्स लीक तब होती है अगर कोई उसका स्क्रीन शॉट लेता है. या चैट मेल करता है. ऐसे में मेल अकाउंट अगर कोई एक्सिस करता है तो चैट आसानी से लीक हो सकती है. और बैक अप चैट्स वॉट्सऐप की एंड टू एंड एन्क्रिप्टेड पॉलिसी से बाहर होती है, जिसकी सेफ्टी की गारंटी कंपनी नहीं लेती.