लव जिहाद: कोर्ट मैरिज के बाद कराया धर्म परिवर्तन, गर्भवती को दागा गर्म चिमटे से
कौशांबी में लव जिहाद का मामला:कोर्ट मैरिज करने के बाद जबरन कराया धर्म परिवर्तन, गर्भवती होने पर चिमटे से दागा, गुजरात पुलिस अपने साथ लेकर गई
कौशांबी 18 सितंबर।कड़ा कोतवाली प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि, गुजरात की पुलिस युवती को लेकर चली गई है। युवक को भी बुलाया गया है।
कड़ाधाम कोतवाली इलाके का रहने वाला है आरोपी युवक
दो दिन पूर्व चुपके से लड़की ने अपने परिजनों को फोन कर दी जानकारी
दो साल आठ माह पूर्व सूरत की कोर्ट में किया था विवाह, लॉकडाउन के बाद साथ लेकर आया घर
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में बुधवार को लव जिहाद का प्रकरण सामने आया है। यहां कड़ाधाम थाना क्षेत्र के रहने वाले एक युवक ने गुजराज की युवती को प्रेम जाल में फंसाकर उसके साथ कोर्ट मैरिज की। इसके बाद उसका धर्म परिवर्तन करा दिया। लेकिन लॉकडाउन के दौरान वह गुजरात से अपने गांव लौट आया। आरोप है कि इस दौरान आरोपी युवक व उसके घर वालों ने युवती को यातनाएं दी। परेशान युवती ने चुपके से फोन कर परिजनों को जानकारी दी। घरवालों की शिकायत पर गुजरात पुलिस ने बुधवार को कौशांबी से युवती को बरामद कर लिया और अपने साथ लेकर यहां से टीम रवाना हो गई। युवक को भी पुलिस ने गुजरात बुलाया है।
होटल में मैनेजर था युवक, सात माह की गर्भवती युवती
दरअसल, कड़ाधाम थाना क्षेत्र के एक गांव का युवक गुजरात के नौसारी जिले में रहता था। वह वहां होटल मैनेजर था। बताया जाता है कि होटल के समीप रहने वाली एक युवती को उसने प्रेम जाल में फंसा लिया। इसके बाद दो साल आठ महीने पहले उसके साथ सूरत की अदालत में कोर्ट मैरिज कर ली। युवती की मानें तो युवक ने शादी करने के बाद उसका नाम ही नहीं, धर्म तक बदलवा दिया। कुछ दिनों तक वह युवती को लेकर गुजरात में ही इधर-उधर रहता रहा। साथ ही दूसरे होटल में नौकरी करने लगा।
लॉकडाउन में होटल बंद हुआ तो अप्रैल में युवती को लेकर यहां अपने घर चला आया। युवती का कहना है कि घर लाने के बाद युवक का रवैया ही बदल गया। परिजनों संग मिलकर बात-बात पर वह गाली-गलौज करता था। विरोध करने पर कमरे में बंद करके पिटाई करता था। युवती को गर्म चिमटे तक से दागा गया। फिलवक्त युवती सात माह की गर्भवती है। इसकी जानकारी होने के बाद भी लड़के के घर वालों को उस पर तरस नहीं आ रही थी। दो दिन पहले चुपके से फोन का जुगाड़ कर युवती ने आपबीती परिजनों को बता दी। बुधवार को गुजरात के नौसारी थाने से दरोगा एमपी पटेल की अगुवाई में परिजनों संग आई पुलिस युवती को लेकर चली गई। मामले में कड़ा कोतवाली में किसी तरह का कोई केस नहीं दर्ज कराया गया है।
यहां कोई केस दर्ज नहीं
कड़ा कोतवाली प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि, गुजरात की पुलिस युवती को लेकर चली गई है। युवक को भी बुलाया गया है। यहां परिजनों ने किसी तरह का कोई केस नहीं दर्ज कराया गया है। युवती का बयान भी गुजरात की पुलिस ने ही लिया है। इस बाबत वहीं की पुलिस कोई जानकारी दे सकेगी।
पति ने दिया तीन तलाक, सास बना रही देवर से हलाला का दबाव
उधर बरेली शहर में तीन तलाक का एक मामला सामने आया है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि मायके से पांच लाख रुपये लाकर नहीं देने से खफा पति उसे तीन तलाक देकर सऊदी अरब चला गया। सास अब देवर के साथ हलाला करने का दबाव बना रही है। महिला से कहा गया है कि यदि उसे दोबारा पति से निकाह करना है तो मायके से पांच लाख रुपये लाने के साथ ही देवर के साथ हलाला भी करना होगा। इज्जतनगर पुलिस ने महिला की शिकायत पर पति, देवर और सास समेत छह लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
फरीदापुर चौधरी निवासी युवती का निकाह 24 नवंबर 2018 को रहपुरा चौधरी के नयाब खां से हुआ था। आरोप है कि शादी में आठ लाख रुपये खर्च करने के बावजूद ससुराल वाले दो सप्ताह बाद ही पति के कारोबार के लिए मायके से पांच लाख रुपये मंगाने लगे। महिला का आरोप है कि इस बीच सऊदी अरब से लौटे देवर ने उससे अश्लील हकरतें कीं और अपने हिसाब से रहने को दबाव बनाया। लेकिन शिकायत पर पति और बाकी ससुराल वालों ने भी देवर का ही साथ दिया। विरोध करने पर जेवर, कपड़ा छीनकर घर से निकाल दिया। 30 जून 2020 को पति नयाब खां उसे तीन तलाक देकर सऊदी अरब चला गया और कहा कि पांच लाख का इंतजाम करके दोबारा निकाह कर लेना। महिला का आरोप है कि 20 अगस्त 2020 को सास मोमीना उसके मायके पहुंचीं और कहा कि पांच लाख रुपये दो तो देवर आरिफ से हलाला कराकर नायाब से तुम्हारा दोबारा निकाह करा देंगे। पुलिस ने पति नयाब खां, सास मोमीना, जेठ जहान खां व पप्पू, ननद जोहरा बी और देवर आरिफ के खिलाफ मारपीट, छेड़छाड़, दहेज उत्पीड़न आदि की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
मुस्लिम समाज की महिलाएं अब जागरूक होने लगी हैं और वे गलत के विरोध में बोलने लगी हैं। तलाक और हलाला को मजहब से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। जो लोग इसे इस्लाम में जायज बताते हैं, वे गलत कहते हैं क्योंकि इस्लाम कभी किसी पर जुल्म करने की इजाजत नहीं देता। पुलिस को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
– निदा खान, अध्यक्ष, आला हजरत हेल्पिंग सोसाइटी
हलाला जैसी कुप्रथा मुस्लिम समाज की महिलाओं के साथ अत्याचार है। पति तलाक देकर गलती करे और उसके किए हुए जुर्म की सजा पत्नी भुगते। ये महिला की इज्जत के साथ खिलवाड़ है। इस्लाम ने महिला को एक फूल की मानिंद बताया है और उसकी इज्जत करने का हुक्म दिया है। पुलिस को इस अपराध के प्रति सख्त होना चाहिए।
– फरहत नकवी, अध्यक्ष, मेरा हक फाउंडेशन