गैरसैंण में स्वतन्त्रता दिवस ध्वजारोहण करने वाले प्रथम मुख्यमंत्री बने त्रिवेन्द्र,77 करोड़ के उपहार
Independence Day 2020: ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में मुख्य मंत्री ने फहराया तिरंगा, क्षेत्रवासियों को दिये करोड़ों के उपहार ,उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराडीसैंण) विधानसभा परिसर में स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण कर स्वर्णिम इतिहास रचा गया। …
देहरादून,। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराडीसैंण) विधानसभा परिसर में स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण कर स्वर्णिम इतिहास रचा। यह पहला मौका है जब प्रदेश के किसी मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित होने के बाद स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में कोरोड़ों की लागत की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया। इसके बाद कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज लिए भराडीसैंण में बनाए गए कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण पहुंचे। उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और राज्य आंदोलनकारियों को याद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनभावनाओं के अनुरूप ही राज्य में विकास कार्यों को आगे बढाने के लिए उनकी सरकार संकलपबद्ध है। सीएम ने कहा कि आज भराड़ीसैंण में हम सब लोग राज्य आंदोलनकारियों के बलिदान ओर समर्पण से ही एकत्रित हुए हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 76 करोड़, 67 लाख, 65 हजार की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकापर्ण करते हुए जनपदवासियों को बडी सौगात भी दी।
उसके बाद मुख्यमंत्री ने दस कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित कर विधानसभा परिसर स्थित सीएम आवास में वृक्षारोपण किया। मुख्यमंत्री ने गैरसैंण के लिए दर्जनभर भर नई घोषणाए कर सौगात दी, जिसके बाद वे भराड़ीसैंण में बने कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे। इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल विधानसभा उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह चौहान सहित क्षेत्रीय विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी थराली विधायक मुन्नी देवी शाह और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
गौरतलब है कि विधानसभा बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री रावत ने इसी साल चार मार्च को सदन में बजट पेश करने के बाद गैरसैंण (भराडीसैंण) को प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया था। ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बाद पहली बार मुख्यमंत्री ने भराडीसैंण पहुंचकर स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण किया।
इन योजनाओं का किया शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने जिन योजनाओं का शिलान्यास किया,उनमें कर्णप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में बुंगीधार-मेहलचैरी-बछुवाबाण मोटर मार्ग के 51 किमी में डामरीकरण और सुधारीकरण, गैरसैंण में पुनगांव-विषौणा मोटर मार्ग सुधारीकरण और डामरीकरण(लागत 312.93 लाख),गोपेश्वर में ईवीएम वेयर हाउस का निर्माण(लागत 223.31 लाख),पोखरी के विनायक धार में स्वर्गीय नरेंद्र सिंह भण्डारी की मूर्ति स्थापना और पार्क विकास निर्माण कार्य(लागत 14.30 लाख),भराड़ीसैंण में हैलीपैड निर्माण(लागत 216.76 लाख),राइंका थिरपाक में भौतिक, रसायन और जीवविज्ञान प्रयोग शाला निर्माण(लागत 82.02 लाख),हाईस्कूल पुडियाणी में रमसा में विविध कार्य (लागत 74.14 लाख),गैरसैंण में अक्षय बाडा पेयजल योजना(लागत 83.53 लाख),सारिगंगाव ग्राम समूल पेयजल योजना लागत 94.79 लाख,टंगणी तल्ली से टंगणी मल्ली तक मोटर मार्ग(लागत 260.46),कुहेड मैठाणा से रोपा चलधर मोटर मार्ग निर्माण(लागत 441.58 लाख)।
कुहेड-मैठाणा पलेठी-सरतोली-मथरपाल-नैथोली मोटर मार्ग लागत(989.23 लाख),मारवाडी-थेंग मोटर मार्ग(लागत 813 .08 लाख),मारवाडी-पुलना मोटर मार्ग(लागत 673.50 लाख),बूंगीधार-मैहलचैरी-बछुवाबाण मोटर मार्ग के किमी 12 से कोलानी मोटर मार्ग(लागत 296.69 लाख),रोहिडा-पज्याणा मोटर मार्ग(लागत 353.09 लाख),गौचर-ढमढमा मोटर मार्ग(लागत 806.04 लाख),नंदप्रयाग-घाट मोटर मार्ग के किमी 11 से मंगरोली मोटर मार्ग(182.44 लाख) और घाट-थराली मोटर मार्ग के किमी 10 से स्यारी मोटर मार्ग(लागत 108.23 लाख) शामिल है।
इन योजनाओं का लोकार्पण
जिलासू-उत्तरौं मोटर मार्ग डामरीकरण कार्य(लागत 185.06 लाख),गैरसैंण में क्रीडा स्थल का विस्तारीकरण और विकास कार्य(लागत 65.81 लाख),कर्णप्रयाग में बाला से सिरकोट मोटर मार्ग नवनिर्माण(लागत 65.81लाख),आदिब्रदी-नौटी से कॉसुवा होते हुए चांदपुर गढी तक नवनिर्माण कार्य(लागत 250.64 लाख),चेपडो गधेरे में लौह सेतु का निर्माण(लागत 214.89 लाख),राइंका कुराड में कम्प्यूटर,पुस्तकालय और आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण(लागत 50.46 लाख),राउमावि कण्डवाल में कम्प्यूटर,पुस्तकालय और आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण(लागत 55.25 लाख),राउमावि सणकोट में प्रयोगशाला,कम्प्यूटर,पुस्तकालय और आर्ट क्राफ्ट भवन निर्माण(लागत 74.94 लाख),गैरोली-मल्ली ग्राम समूह पेयजल योजना (लागत 154.77 लाख),हेलंग-ल्यारी-उर्गम मोटर मार्ग स्टेज-2(लागत 225.35 लाख) और गीबर से पैब मोटर मार्ग शामिल है।
50 बेड का हॉस्पिटल, मिनी सचिवालय, कोल्ड स्टोरेज समेत 12 विकास उपहार
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने भाषण में कहा कि गैरसैंण (भराड़ीसैण) के लिए ये दिन बेहद खास है. ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में गैरसैंण को एक अलग पहचान मिली है.
उन्होंने कहा, ”सालों से जिस उम्मीद में अलग उत्तराखंड राज्य के आंदोलन की लड़ाई लड़ी गई उस दिशा में राज्य बनने के करीब 20 वर्ष बाद कदम कुछ आगे बढ़े हैं. बीजेपी ने अपने घोषणा-पत्र में जो वादा किया था, उसके मुताबिक गैरसैंण को उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाया है.” हालांकि सिर्फ ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करना ही काफी नहीं है. त्रिवेंद्र सरकार को गैरसैंण के लिए की गईं घोषणाओं को अमलीजामा पहनाना होगा.
गैरसैंण में बुनियादी सुविधाओं के विकास, आधारभूत संरचना के निर्माण के साथ ही वहां बहुत से काम करने होंगे. इन कार्यों को शुरू कर समय से पूरा कराना ही सरकार के सामने असल चुनौती है. हालांकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का कहना है कि गैरसैंण के विकास के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ने ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के लिए एक दर्जन से अधिक घोषणाएं की जो निम्नवत हैं…
गैरसैण (भराड़ीसैंण) के लिए CM त्रिवेंद्र की घोषणाएं
1. सीएचसी गैरसैंण में 50 बेड्स के सब डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की स्थापना की जाएगी.
2. भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर में मिनी सचिवालय की स्थापना की जाएगी.
3. यहां के हॉस्पिटल में टेलीमेडिसिन की सुविधा प्रदान की जाएगी.
4. भराड़ीसैंण क्षेत्र में पंपिंग पेयजल पादप लाइन का निर्माण किया जाएगा.
5. गैरसैंण में सड़कों और अन्य स्थानों पर संकेतक लगाए जाएंगे.
6. गैरसैंण में जियो ओएफसी नेटवर्किंग का विस्तार किया जाएगा.
7. गैरसैंण लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन में 8 कमरों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की जाएगी.
8. गैरसैण ब्लॉक में कृषि विकास हेतु कोल्ड स्टोरेज एवं फूड प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना की स्वीकृति प्रदान की जाएगी.
9. बेनिताल का एस्ट्रो विलेज के रूप में विकास कराया जाएगा.
10. भराड़ीसैंण में ईको ट्रेड इको पार्क की स्थापना किए जाने हेतु स्वीकृति प्रदान की जाएगी.
11. जीआईसी भराड़ीसैंण में दो अतिरिक्त कमरों के निर्माण की स्वीकृति