भूपेंद्र बसेड़ा को पुत्री शोक पर ऑल मीडिया जर्नलिस्ट्स एसो. मर्माहत , मुख्यमंत्री आवास व सचिवालय में शोक
देहरादून 25 जनवरी। आज के दिन की शुरुआत एक दुखद पारिवारिक सूचना के साथ हुई जिसमें पता चला कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के वरिष्ठ निजी सचिव (आवास) भूपेंद्र सिंह बसेड़ा की 21 वर्षीय सुपुत्री अब इस दुनिया में नहीं हैं। उन्हे उच्च रक्तचाप की शिकायत के चलते पिथौरागढ़ से हल्द्वानी उपचार को लाया गया था लेकिन डॉक्टर उनके जीवन को बचा नहीं पाये।
ऑल मीडिया जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन उत्तरांखड के इस पखवाड़े दो आयोजनों में शासन से सूत्र जोड़ने में माध्यम बने बसेड़ा हमारे पत्रकार परिवार के स्नेही सदस्य बन गये थे जो हमारे आयोजन की चिंता हमारी ही तरह कर रहे थे और अंतिम क्षण तक उसमें रचनात्मक योगदान देते रहे।
यह दुखद हृदय विदारक सूचना मिलते ही राजधानी देहरादून में मौजूद अमजा (ऑल मीडिया जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन उत्तरांखड) के पदाधिकारियों और सदस्यों ने प्रदेश कार्यालय पर शोक सभा कर बसेड़ा परिवार की लाड़ली बेटी के इस असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कामना की कि परमपिता परमात्मा बसेड़ा परिवार को इस असहनीय दुख को सहन करने की शक्ति और धैर्य दे। सदस्यों ने दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करने के ईश्वर से प्रार्थना को दो मिनट का मौन रखा।
इस अवसर पर अमजा उत्तरांखड महासचिव रवींद्र नाथ कौशिक ने कहा कि उत्तराखंड की प्रशासनिक सचिवालय सेवा में बसेड़ा वह दुर्लभ व्यक्तित्व हैं जो अपने पद से ज्यादा अपनी कलात्मक अभिरुचि से ज्यादा पहचाने जाते हैं। उनसे कैबिनेट मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय प्रकाश पंत के निजी सचिव के रूप में पहली बार परिचय हुआ तो श्री बसेड़ा ने अपनी सद्यप्रकाशित काव्य संग्रह भेंट किया था। उसके बाद उनका गायक और वादक स्वरूप सामने आया। इस तरह उनका व्यक्तित्व लीक से हटकर काम करने वाला और सबकी मदद को तैयार रहने वाला बना हुआ है। मुख्यमंत्री के वरिष्ठ निजी सचिव के रूप में मुख्यमंत्री के समय प्रबंधक के रुप में उनकी व्यस्तता का अनुमान ही लगाया जा सकता है। इसी बीच यह दिल दहलाने वाली सूचना मिली है। कौशिक ने कहा कि यह एक और उदाहरण बन गया कि राजकाज में जनसामान्य के हर कष्ट की चिंता करने वाले अपने परिवार की उतनी भी चिंता नहीं कर पाते जितना हम सामान्य लोग कर ले जाते हैं।
प्रदेश कोषाध्यक्ष राज कमल गोयल ने मुख्यमंत्री निवास में श्री बसेड़ा से संक्षिप्त भेंट को याद किया कि बसेड़ा दिन में न जाने कितने लोगों से मिलते होंगें लेकिन वे हर किसी से आत्मीयता की छाप छोड़ते हैं। ऐसे व्यक्ति को ऐसी पारिवारिक पीड़ा दिल तोड़ने वाली है।
शोक सभा में महिला प्रदेश संयोजक प्रभा वर्मा, गढ़वाल मंडल महिला प्रभारी रेणु सेमवाल, एसोसिएशन के गढ़वाल मंडल संयोजक केदारदत्त बंगवाल, उपाध्यक्ष संजय पाठक, तेजराम सेमवाल, समारोह सचिव गिरीराज उनियाल, पत्रकार रूद्र प्रताप सिंह, राजेश वर्मा, कुलदीप सिंह राणा, मौहम्मद खालिद, वीरेंद्र गैरोला,पवन गैरोला, राजेंद्र गैरोला, डॉक्टर प्रवीण कुमार,सोनू सिंह, अजय पांडेय,योगी मलिक आदि ने भी दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ निजी सचिव भूपेंद्र बसेड़ा की सुपुत्री के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवारजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों ने मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
सचिवालय संघ ने जताया दुख
सचिवालय के वरिष्ठ निजी सचिव और लोक कलाकार भूपेंद्र सिंह बसेड़ा की सुपुत्री का हुआ आकस्मिक निधन । बसेड़ा मुख्यमंत्री धामी के भी निजी सचिव हैं। बसेड़ा की पुत्री का निधन पिथौरागढ़ में हुआ है।
वही सचिवालय संघ ने भी बिटिया के आकस्मिक निधन पर शोक दुःख जताया हैं अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा की भगवान शोक संतप्त परिवार क़ो ये दुःख सहने की शक्ति दें सचिवालय के हमारे प्रिय साथी श्री भूपेंद्र सिंह बसेड़ा जी, वरिष्ठ निजी सचिव की सुपुत्री के आकस्मिक निधन का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है, भगवान शोक संतृप्त परिवार को इस गहन दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें तथा मृत शरीर को अपने चरणों में स्थान प्रदान करें 🕉 शांति