ऐसी भी क्या आर्थिक तंगी कि सूरत में और जयपुर में 10 परिजनों ने दे दी जान
Gujarat Ahmedabad Seven People Of A Family Committed Suicide Included Three Children In Surat
गुजरात के सूरत में परिवार ने किया सामूहिक सुसाइड, मरने वालों में दंपति के माता-पिता और तीन बच्चे शामिल
गुजरात की डायमंड सिटी सूरत में दिलcदहलाने वाली घटना सामने आई है। सूरत के पालनपुर पाटिया इलाके में रहने वाले सोलंकी परिवार ने एक साथ सामूहिक तौर पर आत्महत्या कर ली। इस घटना के खुलासे के बाद हड़कंप की स्थिति है। पुलिस घटना के कारणों की जांच में जुटी है।
मुख्य बिंदु
गुजरात के सूरत में सामूहिक आत्महत्या का सनसनीखेज मामला
फर्नीचर व्यवसायी ने सभी को जहर देने के बाद खुद लगाई फांसी
पुलिस को मौके पर कुछ कागज मिले, इनमें उधार देने का है ब्योरा
मृतकों में फर्नीचर व्यवसायी के पत्नी, माता-पिता और बच्चे शामिल
अहमदाबाद / जयपुर 28 अक्टूबर: गुजरात की डायमंड सिटी सूरत से दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है। सूरत में पालनपुर पाटिया इलाके में सामूहिक आत्महत्या के एक मामले में एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हो गई। प्रांरभिक जांच में सामने आया है कि परिवार के सभी सदस्यों ने जहर पी लिया था। घटना सामने आने पर हीरा नगरी में हड़कंप मच गया है। पुलिस मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें किसी का नाम नहीं लिखा है। इसमें कुछ लोगों को रुपये देने का विवरण है। आशंका है कि फर्नीचर व्यवसायी परिवार ने कुछ लोगों को उधार रुपये दिए थे। उनके रुपये नहीं लौटाने पर परिवार के मुखिया ने यह कदम उठाया।
मरने वालों में छोटे बच्चे भी
पुलिस के अनुसार पालनपुर पाटिया इलाके में सिद्धेश्वर अपार्टमेंट के सी-2 बिल्डिंग के जी-1 फ्लैट निवासी मनीष सोलंकी ने परिवार में अपने माता-पिता,पत्नी और तीन बच्चों को जहर दे खुद फांसी लगा आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही पुलिस के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गये। पड़ोसियों का कहना है कि मनीष सोलंकी काफी समय से आर्थिक तंगी में थे। वह फर्नीचर व्यवसायी और बड़े ठेकेदार थे।
सूचना पर पहुंचे परिवार के सदस्य
सोलंकी परिवार के सुसाइड के बाद परिजन भी पहुंच गए, लेकिन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। एक ही परिवार के सात सदस्यों की आत्महत्या की सूचना पर आसपास के लोग भी उमड़ पड़े। स्थानीय लोगों में चर्चा है कि मनीष भाई को लोगों से पैसे वापस लेने थे। कुछ स्थानीय लोग बता रहे हैं कि लंबे समय से परिवार आर्थिक तंगी में था। इसी से परिवार ने आत्महत्या की है। इस सनसनीखेज घटना में जानकारी मिल रही है कि परिवार ने आर्थिक तंगी से निकलने के लिए अपना फ्लैट भी बेचने को विज्ञापन निकाला था, लेकिन फ्लैट नहीं बिका तो परिवार ने अंततः आत्मघाती कदम उठा लिया।
RajasthanJaipurIllness And Financial Crisis Broke Family They Mixed Poison In The Juice And Drank
बीमारी और आर्थिक तंगी ने इतना तोड़ा कि जूस में जहर मिलाकर पी गया परिवार,पति- पत्नी और बेटे तीनों की मौत
जयपुर में एक मेडिकल स्टोर संचालक ने जूस में जहर मिलाकर अपने बेटे और पत्नी को पिला दिय़ा। इसके बाद खुद भी जहर मिले हुए जूस को पी लिया। तीनों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि मतृक नवीन सैन की दोनों किडनियां खराब थीं और उनके घर की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। लिहाजा उन्होंने ऐसा गलत कदम उठा लिया।
आर्थिक तंगी आदमी को किस कदर तक तोड़ देती है। इसका अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है। सोचिए… साइंस में स्नातक और मेडिकल की डिग्री किए हुए व्यक्ति जो लोगों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने में सक्षम होते हैं। ऐसे व्यक्ति जब आत्महत्या जैसा कदम उठाते हैं तो ऐसी घटनाएं समाज के लिए सोचनीय है। जयपुर में एक मेडिकल स्टोर संचालक ने जूस में जहर मिलाकर पीया और सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि स्वयं ज्यूस पीने से पहले उसने अपने बेटे और पत्नी को भी जहर मिला हुआ ज्यूस पिलाया। तीनों की मौत हो चुकी है।
आर्थिक तंगी और बीमारी ने अंदर से तोड़ दिया नवीन को
यह सिर्फ एक घटना या खबर नहीं है बल्कि इंसान को अंदर तक झकझोरने वाली घटना है। जैसे ही लोगों ने इस खबर के बारे में जाना तो वे अंदर तक टूट गए। हर कोई यह जानकर हैरान था कि एक हंसता खेलता परिवार जो रोज पड़ोसियों से खुशी की बातें करता था। अचानक सब खत्म कैसे हो गया। हालांकि इस परिवार के मुखिया नवीन सैन की दोनों किडनियां खराब थी। इलाज में लाखों रुपए खर्च हो गए थे। परिवार का गुजारा ठीक से नहीं हो पा रहा था। शायद इसी से नवीन सैन ने यह कठोर कदम उठाया।
रविवार रात को पीया विष मिला जूस
मामला जयपुर के करधनी थाना इलाके में निवारू रोड स्थित बालाजी विहार कॉलोनी का है। थाना प्रभारी उदयसिंह यादव ने बताया कि 41 वर्षीय नवीन सैन, 39 वर्षीय उसकी पत्नी सीमा सैन और 14 वर्षीय बेटे मयंक जहरीला जूस पीने से मौत हुई है। रविवार देर शाम नवीन का बड़ा बेटा अनुराग मेडिकल शॉप से घर पहुंचा तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा खटखटाने और आवाज लगाने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला गया तो उसने पड़ोसी बुलाये। पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो नवीन, उसकी पत्नी सीमा और मयंक बेहोश मिले।
जूस का खाली गिलास और जहर का पाउच पड़ा मिला
थानाधिकारी उदय सिंह ने बताया कि नवीन झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ तहसील स्थित गांव बसावा निवासी था। जयपुर में उसकी मेडिकल की दुकान और बालाजी विहार में मकान था। नवीन की दोनों किडनियां खराब थी तो वह बीमारी की हालत में घर ही रहता था। बड़ा बेटा अनुराग दुकान संभालता था। पुलिस को नवीन के घर में जूस का खाली गिलास और एक विषाक्त पाउच मिला था। इससे लगा कि शायद नवीन ने आर्थिक तंगी और बीमारी से परेशान होकर यह कदम उठाया होगा। जहर मिला जूस पीने से पहले उसने अपने बेटे और पत्नी को पिलाया होगा। नवीन और सीमा को डॉक्टरों ने रविवार देर रात ही मृत घोषित कर दिया जबकि मयंक ने सोमवार को दम तोड़ दिया।