ज्ञान: क्या है हैलीकॉप्टर से उतरने और चढ़ने का सुरक्षित ढंग?
How To Get On A Helicopter Safety Zones Explained Kedarnath Dham Accident
एक मिनट में 500 बार घूमते हैं हेलिकॉप्टर के ब्लेड, चढ़ने और उतरने का सही तरीका जान लीजिए
एक मिनट में 500 बार घूमते हैं हेलिकॉप्टर के टेल रोटर ब्लेड जो नंगी आंखों से दिखते तक नहीं, चढ़ने और उतरने का सही तरीका जान लीजिए
Helicopter Safely Zones : सामान्य हेलिकॉप्टर के टेल रोटर ब्लेड एक मिनट में 400-500 बार घूमते हैं जो दिखते तक नहीं तो आप बचाव कैसे कर सकते हैं? चॉपर पर चढ़ते-उतरते समय बेहद अलर्ट रहना होता है नहीं तो जान जा सकती है।
उत्तराखंड में रविवार को एक दर्दनाक दुर्घटना हुई। केदारनाथ धाम का ऑडिट और इंस्पेक्शन करने आए अधिकारी को हेलिकॉप्टर से देहरादून लौटना था। GMVN हेलिपैड पर हेलिकॉप्टर में चढ़ते वक्त अधिकारी ने सेफ्टी नियमों को नजरअंदाज किया। इसकी गलती की कीमत उन्हें अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। अधिकारी की गर्दन हेलिकॉप्टर के टेल रोटर ब्लेड में फंसकर कट गई। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। मृतक की पहचान अमित सैनी के रूप में हुई। अमित उत्तराखंड सिविल एविएशन डिवेलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) में फायनेंस कंट्रोलर थे। हेलिकॉप्टर पर चढ़ते वक्त अमित ने जो गलती की, वह आप मत कीजिएगा। वह सामने के बजाय पीछे से हेलिकॉप्टर में घुसने लगे। चॉपर में चढ़ने और उतरने के लिए सेफ्टी जोन होते हैं, इन्हें इग्नोर बिल्कुल नहीं करना चाहिए। आइए आपको बताते हैं कि हेलिकॉप्टर पर सुरक्षित तरीके से कैसे चढ़ने और उतरते हैं।
हेलिकॉप्टर के ब्लेड की चपेट में कैसे आ गए अधिकारी?
एसपी रुद्रप्रयाग वीए भदाणे ने कहा, ‘वह (अमित) हेलिकॉप्टर के गलत साइड की तरफ आ गए थे, पायलट ने उन्हें दूसरी तरफ से आने को कहा। प्रोटोकॉल के मुताबिक हेलिकॉप्टर के सामने से जाने के बजाय अमित पीछे से दूसरी तरफ जाने लगे और टेल रोटर्स की रेंज में आ गए।’ गर्दन में बेहद गंभीर चोटें लगने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
हेलिकॉप्टर के रेड, येलो और ग्रीन जोन समझिए
आपको शायद यह बात न पता हो लेकिन हेलिकॉप्टर के पंखे बेहद तेज गति से घूमते हैं। एक मिनट में ये 400 से 500 राउंड लगाते हैं। ऐसे में हेलिकॉप्टर से चढ़ते-उतरते समय बेहद सावधान रहना चाहिए। दुनियाभर की हेलिकॉप्टर ऑपरेटिंग एजेंसियां और कंपनियां कुछ सेफ्टी नियमों का पालन करती हैं। पैसेंजर्स को भी इनके बारे में बताया जाता है। फिर भी कुछ लोग इनका ध्यान नहीं रखते और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।
1-जब तक पायलट या क्रू न कहे, हेलिकॉप्टर की तरफ न जाएं। न ही उससे उतरें।
2-हेलिकॉप्टर को पीछे से अप्रोच न करें। उस तरफ टेल रोटर ब्लेड का डेंजर जोन होता है।
3-ऊपर के इन्फोग्रैफिक में हरे रंग वाला एरिया सेफ जोन हैं। यानी हेलिकॉप्टर पर सामने से चढ़ना चाहिए।
4-सामने से हेलिकॉप्टर की तरफ अप्रोच करते हुए पायलट या क्रू से आई कॉन्टैक्ट बनाए रखें।
5-पीले वाले हिस्से से भी एंट्री और एग्जिट किया जा सकता है, मगर बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है।
6-हेलिकॉप्टर के पास थोड़ा झुक जाएं क्योंकि मेन रोटर कुछ स्थितियों में थोड़ा नीचे झुक सकता है जिससे खतरा हो सकता है।
VIDEO: हेलिकॉप्टर में चढ़ते-उतरते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
…तो सेफ रहेगा हेलिकॉप्टर का सफर
1-हेलिकॉप्टर के दरवाजे से पीछे नहीं जाएं। जैसे बताया जाए, वैसे हेलिकॉप्टर में प्रवेश करें।
2-बाहर निकलने से पहले टेल रोटर्स के बंद होने का इंतजार करें।
3-हेलिकॉप्टर के भीतर हमेशा सेफ्टी बेल्ट लगाए रखें।
हेलिकॉप्टर से कभी कुछ न फैंकें।