डॉ.हर्षवर्धन की जगह भाजपा के चांदनी चौक से उतारे खंडेलवाल हैं जाने-माने व्यापारी नेता
पूर्व मंत्री का टिकट काटकर BJP ने दिया टिकट, चीन की निकाल चुके हेकड़ी, जानें कौन हैं चांदनी चौक से उम्मीदवार प्रवीण खंडेलवाल
नई दिल्ली 02 मार्च 2024। भाजपा के चांदनी चौक से उम्मीदवार प्रवीण खंडेलवाल व्यापारी नेता हैं. ये प्रधानमंत्री मोदी की वोकल फॉर लोकल और मेक इन इंडिया मुहिम को आगे बढ़ाते हुए लंबे समय से चीनी प्रोडक्ट के बहिष्कार का अभियान चला रहे हैं, जानें इनके बारे में…
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पार्टी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. बीजेपी ने 195 कैंडीडेट के नाम की घोषणा की है. वहीं दिल्ली की सात में से 5 सीटों पर नामों का ऐलान कर दिया है. बीजेपी ने चांदनी चौक सीट पर मौजूदा सांसद और पूर्व मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का टिकट काटकर व्यापारी नेता प्रवीण खंडेलवाल को मैदान में उतारा है.
प्रवीण खंडेलवाल चुनाव के लिए भले ही नया चेहरा हैं और पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन दिल्ली और देश के व्यापारियों पर उनकी खासी पकड़ है. खंडेलवाल व्यापारियों के राष्ट्रीय संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के फाउंडर और जनरल सेक्रेटरी हैं. यही वजह है कि इनकी एक आवाज पर हजारों व्यापारी चले आते हैं.
देशभर के व्यापारियों के सहयोग की ताकत की बदौलत ही ये चीन की हेकड़ी निकाल चुके हैं. कैट के माध्यम से पिछले कई सालों से लगातार चाइनीज प्रोडक्ट के बायकॉट का अभियान चल रहा था. इसके बाद चीन से होने वाले आयात में भारी कमी देखी गई थी. साल 2021-22 में इन्होंने चीन से आयात को 1 लाख करोड़ रुपये घटाने का लक्ष्य पूरा करने का दावा भी किया था. इतना ही नहीं ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया, वोकल फॉर लोकल, हर घर तिरंगा जैसी मुहिमों को हर घर, हर दुकान तक पहुंचाने के सफल अभियान भी चला चुके हैं.
मोदी सरकार से ऐसे जुड़े रहे खंडेलवाल..
विदेशी ऑनलाइन पोर्टलों के बजाय देसी ई कॉमर्स पोर्टल के लिए इन्होंने 15 अगस्त 2021 को भारत का अपना भारत ई-कॉमर्स पोर्टल भी लांच किया था. इसके अलावा इन्हें 5 जुलाई 2021 को ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स का केंद्र सरकार पैनल एडवाइजर भी बनाया गया था.
कहां से की पढ़ाई-लिखाई
खंडेलवाल ने दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है. ये एलएलबी ग्रेजुएट हैं.
राजनीतिक कनेक्शन
प्रवीण खंडेलवाल के परिवार से उनके अंकल दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के नेता और पहाड़गंज विधानसभा से विधायक रह चुके हैं. सतीश खंडेलवाल 1993 से 1998 तक विधायक रहे. इससे पहले ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और जनसंघ से भी जुड़े रहे. इसके अलावा ये 17 साल तक पार्षद और डिप्टी मेयर भी रहे.
चांदनी चौक सीट पर प्रवीण खंडेलवाल को दिग्गज नेता डॉ. हर्षवर्धन की जगह उतारा गया है। खंडेलवाल व्यापारियों के सबसे बड़े संगठन कनफेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव हैं। उन्हें कारोबार और इकॉनमी की अच्छी समझ है। व्यापारियों से जुड़े मुद्दों पर वह काफी मुखर रहते हैं। चांदनी चौक को व्यापारियों का गढ़ माना जाता है और यही वजह है कि भाजपा ने इस बार इस सीट पर खंडेलवाल पर दांव खेला है।
खंडेलवाल ने एक बयान में कहा कि चांदनी चौक से लोकसभा चुनाव लड़ने का अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। ऐसा होने से आज यह सिद्ध हो चुका है कि पार्टी, भारत माता के लिए ईमानदारी और समर्पण के साथ काम करने वाले हर कार्यकर्ता को ना सिर्फ प्रोत्साहित करती है बल्कि और आगे बढ़ने का अवसर भी देती है। 9 करोड़ भारतीय व्यापारियों का समुदाय इस ऐतिहासिक निर्णय से प्रसन्न है और भारत को एक महाशक्ति बनाने में भाजपा के साथ एकजुटता से खड़ा है। उन्होंने कहा, ‘पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी देश की प्रगति के लिए दिन-रात कार्यरत रहे हैं। हम प्रधानमंत्री द्वारा किए गए सभी महान एवं विकासशील कार्यों को निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्येक मतदाता तक प्रचारित करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि विकसित भारत का दृष्टिकोण आगामी चुनावों में भाजपा को 400 से अधिक सीटों पर पहुंचाएगा।
किनकी टिकट कटी
खंडेलवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने 1980 में रामजस कॉलेज से 1980 में बीए और 1983 में एलएलबी किया था। एक्स पर उनके 28 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं। बीजेपी चार मौजूदा सांसदों के टिकट काट दिए हैं। इनमें डॉक्टर हर्षवर्धन के अलावा मीनाक्षी लेखी, प्रवेश वर्मा और रमेश बिधूड़ी शामिल हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली से एक बार फिर मनोज तिवारी को टिकट दिया गया है। नई दिल्ली से बांसुरी स्वराज, पश्चिमी दिल्ली से कमलजीत सहरावत और दक्षिणी दिल्ली से रामवीर सिंह बिधूड़ी को चुनावी मैदान में उतारा है।