नागपुर हिंसा को कौन उत्तरदायी? कुल्हाड़ी,तलवारों के हमले में चार पुलिस अफसरों समेत

Nagpur Violence: नागपुर में  कर्फ्यू, दोषियों के खिलाफ सरकार लेगी एक्शन, मास्टरमाइंड का होगा पर्दाफाश
नागपुर में  हिंसा बाद शहर  में कर्फ्यू है।  सरकार ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र सरकार नागपुर हिंसा को जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है, जिससे शहर के कुछ हिस्सों में व्यापक अशांति फैल गई।

नई दिल्ली 19 मार्च 2025 : महाराष्ट्र में नागपुर हिंसा रोकने को पुलिस ने कड़े प्रबंध किए हैं। हिंसा स्थानों में धारा 163 में कर्फ्यू लगा है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र सरकार नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा को जिम्मेदार लोगों पर कठोर कार्रवाई कर रही है, जिससे शहर के कुछ हिस्सों में व्यापक अशांति फैल गई।

जोशी ने कहा, “सरकार स्थिति बहुत अच्छे से संभाल रही है । ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए। यह राजनीति नहीं है, जिसने भी गलत किया, महाराष्ट्र सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है।” औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर नागपुर में भड़की हिंसा की निंदा भारतीय जनता पार्टी सांसदों ने भी की है।

सच्चाई आएगी सामने – अशोक चव्हाण
भाजपा सांसद अशोक चव्हाण ने कहा कि “दुखद घटना” पर काबू में है, “जांच बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।” चव्हाण ने कहा, “यह एक दुखद घटना है। स्थिति नियंत्रित कर ली गई,  ऐसे विषयों पर सांप्रदायिक दंगे गलत है, महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य में यह सही नहीं।  कई लोग हिरासत में हैं। जांच बाद सच्चाई सामने आएगी।”

शांति बनाए रखने की अपील
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने लोगों से राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि पुलिस  जांच कर रही है कि यह घटना “पूर्व नियोजित साजिश” थी या नहीं। शिंदे ने कहा, “नागपुर घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।  डीसीपी स्तर के चार अधिकारी घायल हैं। मुख्यमंत्री स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार कई लोग बाहर से आए। पेट्रोल बम भी फेंके। दुर्भाग्यवश पुलिस पर भी हमला हुआ। कठोर कार्रवाई होगी। सभी से शांति  की अपील है।”

लगा हुआ कर्फ्यू
औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर तनाव बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 में नागपुर शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा है। नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंदर कुमार सिंघल की आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार प्रतिबंध अगले आदेश तक लागू रहेंगें।

कर्फ्यू कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर के पुलिस थानों की सीमा में लागू है।

नागपुर हिंसा : विवाद की कैसे हुई शुरुआत और किसने क्या कहा

महाराष्ट्र के नागपुर में हुई हिंसा पर राजनीति शुरू हो गई है. विपक्षी पार्टियों ने सत्ताधारी गठबंधन पर तीखा निशाना साधा है. कांग्रेस ने राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के लिए फडणवीस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास होम मिनिस्ट्री है और वे सांप्रदायिक हिंसा के लिए छावा फिल्म को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. सुप्रिया ने कहा कि यदि ऐसा है, तो क्या सीएम झुनझना बजाने के लिए सत्ता में बैठे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन के नेताओं के नफरती भाषण की वजह से माहौल बिगड़ा है.

विधानसभा में प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने कहा कि इस घटना के लिए फिल्म छावा जिम्मेदार है. उनके अनुसार छावा फिल्म की वजह से लोगों में औरंगजेब के प्रति गुस्सा को भड़का दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा की शुरुआत एक अफवाह की वजह से हुई. इस अफवाह में यह कहा गया था कि एक प्रतीकात्मक कब्र पर रखी चादर पर धार्मिक चिन्ह था, जिसे जलाया गया. इस अफवाह के बाद ही दोनों पक्षों में गुस्सा भड़का. कुछ लोगों ने पत्थरबाजी और तोड़फोड़ की.

हालात को संभालने के लिए जब पुलिस आई, तो पुलिस वालों पर भी हमला किया गया. इस हमले में 33 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. डीसीपी स्तर के तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी घायल हुए.

उद्धव ठाकरे सरकार पर बरसे

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर भाजपा को हरे रंग से दिक्कत है तो वह अपने झंडे से इस रंग को हटा दे. उन्होंने कहा कि हिंसा की साजिश किसने रची, सरकार जल्द बताए. उद्धव ने कहा कि औरंगजेब तो 400 साल पहले आया था और इतनी पुरानी बात निकालना चाहते हैं तो निकालिए, उसका कब्र भी उखाड़ दीजिए, लेकिन इससे पहले आप चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को भी जरूर बुलाइए.

क्या कहा विश्व हिंदू परिषद ने

विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि हमारा विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्वक खत्म हो गया था, लेकिन बाद में कुछ लोगों ने एक धर्मस्थल पर जाकर साजिश रची और उन्होंने हमलोगों पर सीधा हमला कर दिया.

क्या कहा मंत्री नितेश राणे ने

महाराष्ट्र में मंत्री नितेश राणे ने पूरी घटना के लिए अबु आजमी को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि सरकार को बदनाम करने के लिए सुनियोजित तरीके से हिंसा भड़काई गई है.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने की शांति की अपील

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें और नागपुर शहर का इतिहास शांति बनाए रखने के लिए जाना जाता है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भी गलती की है, सरकार उसे नहीं छोड़ेगी.

मायावती बोलीं- मजार और कब्र पर हमला ठीक नहीं

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह कब्र और मजार की रक्षा करे. उन्होंने कहा कि इसे क्षति पहुंचाना ठीक नहीं है.

जानें विवाद की क्या है असली

आपको बता दें कि फिल्म छावा 14 फरवरी को रिलीज हुई थी. फिल्म संभाजी महाराज पर आधारित है. इस फिल्म के रिलीज होने के बाद से ही अलग-अलग मीडिया प्लेटफॉर्म पर औरंगजेब के क्रूर शासन को लेकर बहस तेज हो गई. संभाजी महाराज के साथ औरंगजेब ने कितनी नृशंसता की, फिल्म में इसे प्रमुखता से दिखाया गया है.

इसी बीच सपा नेता अबु आजमी का एक बयान सामने आया. उन्होंने औरंगजेब की प्रशंसा में कुछ बातें कहीं. उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने यूं ही 52 सालों तक शासन नहीं किया, यदि वह हिंदुओं को मुसलमान ही बनाता रहता तो कल्पना कीजिए कि कितने हिंदुओं का धर्म परिवर्तन हो गया होता. उन्होंने यह भी कहा कि उस समय की परिस्थिति ऐसी थी कि सत्ता और संपत्ति हासिल करने के लिए संघर्ष हुआ करता था.

अबु आजमी के बयान से इतना अधिक गुस्सा भड़का कि उन्हें माफी मांगनी पड़ गई. इसके बावजूद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई. उन्हें विधानसभा से निलंबित कर दिया।

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जिस व्यक्ति ने संभाजी महाराज को 40 दिनों तक यातनाएं दीं, उनकी आंखें निकाल लीं, जीभ काट ली और उसके बाद हत्या कर दी, ऐसे व्यक्ति को कोई अच्छा कहे, यह किसी पाप से कम नहीं है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग औरंगजेब की तारीफ करते हैं, वे सही नहीं कर रहे हैं. कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी औरंगजेब की तारीफ की.

इस बीच महाराष्ट्र के नेताओं ने औरंगजेब के कब्र को लेकर बयान जारी करने शुरू कर दिए. राज्य मंत्रिमंडल में शामिल नितेश राणे और सांसद नवनीत राणा ने औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग कर दी. तेलंगाना में भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने भी ऐसी ही मांग की.

इस मांग के समर्थन में संभाजीनगर में विरोध प्रदर्शन हुए. बजरंग दल ने कहा कि अगर सरकार इस कब्र को नहीं हटाती है तो वे अपनी ओर से इसके लिए प्रयास करेंगे. उन्होंने कार सेवा का ऐलान किया.

इन्हीं विवादों के बीच नागपुर में किसी ने अफवाह फैलाई कि एक धर्मग्रंथ को जला दिया गया है. इसके बाद उनके समर्थकों ने इसका विरोध किया. पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं. मारपीट की गई. लाठी-डंडे चले. पुलिस को भी चोटें लगी हैं. पुलिस के अनुसार 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया. पांच एफआईआर दर्ज किए गए हैं.

सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारी मजबूरी है कि हम औरंगजेब की कब्र की रखवाली के लिए सरकारी कोष से पैसे खर्च कर रहे हैं, क्योंकि इस स्थल को एएसआई का संरक्षण हासिल है.

पुलिस ने क्या कहा

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सोमवार शाम साढ़े सात बजे मध्य नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में तब हिंसा भड़की जब अफवाह फैली कि औरंगजेब की कब्र को हटाने को एक संगठन के आंदोलन में धर्मग्रंथ जलाया गया है.

पुलिस ने कहा कि नागपुर के ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाका है.  यहां रात साढ़े 10 बजे झड़प हुई. तुरंत ही भीड़ बेकाबू हो गई. उन्होंने घरों और आसपास खड़ी गाड़ियों पर हमले कर तोड़फोड़ की. हिंसक घटनाओं से सबसे ज्यादा प्रभावित चिटनिस इलाका हुआ. तालाब मार्ग तक हिंसक घटनाएं हुईं. महल इलाके में चिटनिस पार्क के पास ओल्ड हिसलोप कॉलेज इलाके में शाम साढ़े सात बजे एक भीड़ ने हमला बोल उनके घरों पर पत्थर फेंके तथा गलियों में खड़ी कई कारें तोडी.

नागपुर हिंसा बाद 11 क्षेत्रों में कर्फ्यू:50 बंदी, 3 DCP  समेत 33 पुलिसकर्मी घायल, एक ICU में ,संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र की बैरिकेडिंग

नागपुर के महल इलाके में सोमवार शाम 7:30 बजे हिंसा भड़क गई। पथराव और तोड़-फोड़ हुई।
नागपुर में औरंगजेब का पुतला जलाने पर हिंसा:मंगलवार को 11 इलाकों में कर्फ्यू लगा ।

दंगाइयों ने 12 बाइक, कई कारें, 1 JCB जला दी। पुलिस ने दंगे के आरोप में 50 लोगों को अरेस्ट किया गया है।

वहीं, संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कब्र की ओर जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। हर आने-जाने वालों की जांच की जा रही है।

नागपुर हिंसा के बाद संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र के पास बैरिकेडिंग कर दी गई है। औरंगजेब की कब्र देखने वाले पर्यटकों के नाम, मोबाइल नंबर और आधार कार्ड की जांच हो रही है।
बवाल की जगह वाहनों की पार्किंग थी। 50 से ज्यादा वाहनों में आग लगाई गई।

भाजपा औरंगजेब की कब्र हटा सकती है
शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा- भाजपा छत्रपति संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र हटा सकती है, क्योंकि पार्टी केंद्र और राज्य दोनों में सत्ता में है। मैं मुख्यमंत्री नहीं हूं, न ही मैं गृह मंत्री हूं, मुख्यमंत्री से पूछिए कि नागपुर हिंसा के पीछे कौन है। क्योंकि RSS मुख्यालय वहीं है।

उन्होंने कहा- महाराष्ट्र डबल इंजन की सरकार है। अगर डबल इंजन की सरकार विफल हो गई है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर आप चाहें, तो आप औरंगजेब की कब्र हटा सकते हैं, लेकिन उस दौरान चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को बुलाएं।

उन्होंने कहा कि औरंगजेब वास्तव में गुजरात में पैदा हुए। उनका जन्म 1618 में गुजरात के दाहोद में हुआ था और उनकी मृत्यु 1707 में महाराष्ट्र के भिंगर के पास हुई थी। उनकी मौत को 300 साल हो चुके हैं।

वहीं, आदित्य ठाकरे ने कहा- भाजपा महाराष्ट्र को मणिपुर बनाने की कोशिश कर रही है। दुख की बात है कि जब भाजपा शासन नहीं कर पाती तो हिंसा और दंगों का सहारा लेती है। अगर आप मणिपुर को देखें तो वे महाराष्ट्र को बिल्कुल वैसा ही बनाना चाहते हैं। वे 300 साल से भी पहले जीने वाले किसी व्यक्ति का इतिहास खोदने की कोशिश कर रहे हैं।

औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र जलाने से बवाल हुआ
सोमवार को नागपुर में विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन में गोबर के कंडों भरा एक हरे रंग का कपड़ा जलाया गया। VHP के मुताबिक, ये औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र थी। घटना का वीडियो वायरल होने पर शाम 7:30 बजे नागपुर के महल इलाके में हिंसा भड़की, पथराव और तोड़फोड़ हुई। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव कर सड़क पर खड़े दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़-आगजनी की।

पुलिस पर भी हमला हुआ। DCP निकेतन कदम कुल्हाड़ी के हमले से घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। रात 10.30 बजे से 11.30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में एक और झड़प हुई।

मुख्य मंत्री ने DCP से वीडियो कॉल पर बात की
मंगलवार को सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बताया कि नागपुर हिंसा को लेकर 5 FIR दर्ज की गई है। वहीं, 31 पुलिसकर्मी और 7 नागरिक घायल हुए हैं। फडणवीस ने कुल्हाड़ी के हमले से घायल DCP निकेतन कदम से वीडियो कॉल पर बात भी की।

मुंबई के मुस्लिम बहुल इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ी
हिंसा के बाद शहर के गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर में कर्फ्यू लगाया गया है। इसके अलावा मुंबई में भी पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

DCP निकेतन कदम सोमवार को कुल्हाड़ी के हमले में घायल हो गए थे।

हिंसा से जुड़ी तस्वीरें…

दंगाइयों ने एक जेसीबी में भी आग लगा दी।

कार का कांच टूटने के बाद उसे देखता कार का मालिक।
सड़क किनारे खड़ी बाइकों को जला दिया गया था।

दंगाइयों ने 30 से ज्यादा कारों को जलाया और उनमें तोड़फोड़ की।
वीडियो वायरल होने के बाद बड़ी संख्या में समुदाय विशेष के लोगों ने नारेबाजी की।

गाड़ी में लगी आग को बुझाने का प्रयास करते लोग।
पुलिस ने पत्थरबाजी कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया।

कुछ लोगों ने घर के अंदर पत्थरबाजी की। गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं।

पत्थरबाजी में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
CM खुद नागपुर से विधायक
CM देवेंद्र फडणवीस ने देर रात कैबिनेट मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले को नागपुर भेजा। CM ने उन्हें घटना पर रिपोर्ट सौंपने को कहा है। बावनकुले नागपुर के संरक्षक मंत्री हैं। फडणवीस भी नागपुर के दक्षिण-पश्चिम सीट से विधायक हैं।

औरंगजेब की कब्र पर सुरक्षा बढ़ाई गई
हिंसा के बाद छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) में औरंगजेब की कब्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। SP ने बताया कि जिले में SRPF की एक कंपनी और दो प्लाटून तैनात किए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में पुलिस मार्च कर रही है।

चश्मदीद बोले- चेहरा ढंककर आए थे उपद्रवी
चश्मदीदों ने बताया कि उपद्रवियों ने अपने चेहरे ढंक रखे थे। उनके हाथ में तलवार, डंडे और बोतलें थीं। अचानक से सभी ने हंगामा शुरू कर दिया। घरों पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। दुकानों में तोड़-फोड़ की। इसके बाद गाड़ियों के शीशे तोड़ने लगे और उनमें आग लगा दी।

सत्ता पक्ष के बयान…

उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे: हिंसा प्लानिंग में हुई

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुलेः सोशल मीडिया से हिंसा भड़काने की कोशिश हुई। पुलिस हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच ढाल बनी, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हुए।

विपक्ष के बयान 

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसीः सरकार की भड़काऊ बयानबाजी से हिंसा हुई है। पुलिस ने औरंगजेब की तस्वीर जलाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की।

बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती: महाराष्ट्र में किसी की कब्र को नुकसान पहुंचाना उचित नहीं है, क्योंकि इससे आपसी भाईचारा खराब हो रहा है।

शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदीः सरकार राज्य को निवेश के लायक नहीं छोड़ना चाहती,  उद्योग पड़ोसी राज्यों में चले जाएंगें।

विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवेः सरकार पिछले एक महीने से हिंदू-मुस्लिम तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रही थी।

AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान: BJP के कुछ लोग लगातार नफरत फैला रहे हैं और इस तरह के विषय उठाकर जनता का ध्यान असली समस्याओं से भटका रहे है।

औरंगजेब पर कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद…

सपा विधायक बोले- औरंगजेब क्रूर शासक नहीं
पूरा विवाद महाराष्ट्र के सपा विधायक अबू आजमी के बयान से शुरू हुआ। उन्होंने 3 मार्च को कहा- हमें गलत इतिहास दिखाया जा रहा है। औरंगजेब ने कई मंदिर बनवाए। मैं उसे क्रूर शासक नहीं मानता। अगर कोई कहता है कि यह लड़ाई हिंदू-मुसलमान को लेकर थी, तो मैं इस पर विश्वास नहीं करता।

आरोप लगे कि आजमी ने शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज पर अपमानजनक टिप्पणी की। विवाद बढ़ने पर आजमी ने 4 मार्च को अपना बयान वापस लिया। उन्होंने कहा- ‘मेरे शब्द तोड़-मरोड़ कर दिखाये गये। फिर भी मेरी बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूं।’

आजमी पूरे बजट सत्र को सस्पेंड
महाराष्ट्र विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। अबू आजमी के बयान पर उन्हें पूरे सत्र को सस्पेंड किया गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में उनके बयान की निंदा की। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि आजमी पर देशद्रोह का मुकदमा चले।

मामला यहीं नहीं रुका उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी UP विधानसभा में बजट सत्र में आजमी के बयान की आलोचना कर कहा- भारत की आस्था रौंदने वाले का महिमामंडन करने वाले को सपा से बाहर निकालना चाहिए। उसे (अबू आजमी) यहां बुलाइए। UP ऐसों का उपचार करने में देर नहीं करता।

औरंगजेब की कब्र ढहाने की मांग, CM फडणवीस का समर्थन
बढ़ते विवाद में छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज सातारा भाजपा सांसद उदयनराजे भोंसले ने औरंगजेब की कब्र ढहाने की मांग की। उन्होंने कहा- एक JCB मशीन भेजकर कब्र गिरा दो, वह चोर और लुटेरा था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का मांग को समर्थन है।

तेलंगाना के भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने भी कब्र हटाने की मांग की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को चिट्‌ठी लिखकर कब्र रखरखाव पर खर्च पूछा। राजा ने कहा- हमारी संस्कृति के दमनकर्ता की कब्र पर करदाताओं का एक भी रुपया खर्च नहीं होना चाहिए।

राउत बोले- ये मराठाओं के शौर्य का स्मारक
उधर शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कब्र विवाद को लेकर भाजपा नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- औरंगजेब की कब्र मराठाओं के शौर्य का स्मारक है। यह आने वाली पीढ़ी को बताएगा कि कैसे शिवाजी महाराज और मराठा सैनिक आक्रांताओं से लड़े।

1707 में बनी थी औरंगजेब की कब्र
मुगल सम्राट औरंगजेब की कब्र छत्रपति संभाजीनगर से 25 किमी दूर खुल्दाबाद में है।  1707 में औरंगजेब की मौत बाद उसकी इच्छानुसार उसे खुल्दाबाद में उसके आध्यात्मिक गुरु शेख जैनुद्दीन की दरगाह के पास दफनाया गया।

औरंगजेब की कब्र साधारण मिट्टी की थी, बाद में ब्रिटिश वायसरॉय कर्जन ने संगमरमर लगवाया। स्थान ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है, लोग आज भी वहां पहुंचते हैं।

 

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