मुस्लिमों के बीच हिंदू सुरक्षित क्यों नहीं? है कोई जवाब? :संदर्भ- ANI पॉडकास्ट योगी

विचार एवं विश्लेषण
मुसलमानों के बीच हिंदू सुरक्षित नहीं हैं, योगी आदित्‍यनाथ के बयान में कितनी सच्चाई है?
मुस्लिम बहुसंख्‍यकों के बीच हिंदू या अन्‍य संप्रदायों की असुरक्षा का हवाला देते हुए जब योगी आदित्यनाथ बांग्‍लादेश, पाकिस्‍तान और अफगानिस्‍तान का उदाहरण देते हैं तो उनकी बात गलत नजर नहीं आती. भारत के कई शहरों में भी जहां मुस्लिम आबादी बढ़ती गई, वहां से हिंदू आबादी पलायन करती गई. संभल उनमें से एक है.

योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ कहते हैं कि सौ हिंदू परिवारों के बीच यदि एक मुस्लिम परिवार रहता है, तो वह सबसे सुरक्षित है. अपने सभी धार्मिक क्रियाकलाप कर सकता है. लेकिन सौ मुस्लिम परिवारों के बीच एक तो छोडि़ये, 50 हिंदू परिवार भी सुरक्षित नहीं हैं. योगी इसके लिए बांग्‍लादेश, पाकिस्‍तान का उदाहरण देते हैं. न्‍यूज एजेंसी ANI के एक इंटरव्यू में दिए गए योगी के इस बयान पर बवाल मचा हुआ है. समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तंज कसते हैं कि लगता है कि योगी की कुर्सी पर संकट आ गया है. यादव कहते हैं कि जब-जब ऐसा संकट आता है, योगी इस तरह की बयानबाजी करते नजर आते हैं. पर योगी ने जो बात कही है उस तरह की बातें नेता बंद कमरे में तो करते हैं पर सार्वजनिक तौर पर इस तरह का बयान देने से बचते हैं. यहां तक कि भाजपा नेता भी इस तरह की बात इतनी स्पष्टता से नहीं कर पाते हैं. सवाल उठता है कि योगी आदित्यनाथ की इस बात में कितना दम है? क्या वास्तव में हिंदुओं की सुरक्षा मुस्लिम बहुल इलाके में खतरे में हैं?

संभल में अतीत में हुए संघर्ष और हिंदुओं के पलायन को लेकर योगी आदित्‍यनाथ काफी कुछ कहते हैं

दरअसल योगी आदित्यनाथ आजकल हर मंच से संभल की घटना का जिक्र करते हैं.योगी ने कुछ दिनों पहल विधानसभा और विधानपरिषद में बोलते हुए संभल के मुद्दे पर जमकर विपक्ष को घेरा था. योगी ने संभल में हुए 1947 से के बाद से हुए सारे दंगों का जिक्र विस्तार से किया था. मुख्यमंत्री ने विधानसभा में बताया था कि 1947 में एक मौत, 1948 में छह लोग मारे जाते हैं.1958-1962 में दंगा, 1976 में पांच लोगों की मौत हुई थी. 1978 में 184 हिंदुओं को सामूहिक रूप से जला दिया गया था. 1980-1982 में दंगा और एक-एक की मौत हुई. 1986 में चार लोग मारे गए. 1990-1992 में पांच, 1996 में दो मौत हुई. लगातार यह सिलसिला चलता रहा. मुख्यमंत्री ने कहा कि 1947 से अब तक संभल में 209 हिंदुओं की हत्या हुई.1978 में जो दंगा हुआ, एक हिंदू बिजनेसमैन ने बहुत से मुसलमानों को पैसा उधार दे रखा था.दंगा होने के बाद हिंदू उनके घर में एकत्र होते हैं, उन्हें घेर लिया जाता है और उनसे कहा जाता है कि इन हाथों से पैसा मांगोगे, इसलिए पहले हाथ, फिर पैर, फिर गला काट दिया जाता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बजरंग बली का जो मंदिर आज सामने नजर आ रहा है, 1978 से उस मंदिर को इन लोगों ने खुलने नहीं दिया. 22 कुएं किसने बंद किए थे.

इस बीच संभल में 46 साल से बंद पड़े मंदिर में पूजा अर्चना शुरू हो गई है.तीस कुएं जो दबा दिए गए थे उनकी भी खुदाई हो रही है. दरअसल संभल की पूरी कहानी हिंदुओं के अल्पसंख्यक होने की कहानी है. ज्यों-ज्यों इस शहर से हिंदुओं की संख्या कम होती गई हिंदुओं के मंदिरों-कुओं आदि ढंकते गए. दंगे भी बढ़ते गए. संभल में कितने ऐसे मुहल्ले हैं जिनके नाम हिंदू हैं पर अब वहां एक भी हिंदू नहीं रहता है.

बांग्‍लादेश और पाकिस्‍तान में हिंदुओं, ईसाइयों के साथ हुई बर्बरता तो ताजा जख्‍म है

भारतीय उपमहाद्वीप का उदाहरण है कि जहां भी हिंदू अल्पसंख्यक होते गए वहां उन पर अत्याचार बढ़ता ही गया है. पाकिस्तान और बांग्लादेश कभी इतिहास में हिंदू बहुल ही हुआ करता था. पर आज वहां हिंदू नाम मात्र के रह गए हैं. पाकिस्तान में आजकल एक नया कल्चर देखने को मिल रहा है. वहां के लोग अपने बारे में बताते हैं कि मेरे पूर्वज हिंदू थे. वो अपने दादा -परदादा और 4 से 5 पीढ़ियों पहले के लोगों के हिंदू नाम बताकर गर्व महसूस करते हैं. पर ठीक इसके उलट लगातार जो हिंदू पाकिस्तान में बचे हुए हैं उन पर अत्याचार की खबरें आती रहती हैं.

बांग्लादेश में अभी हाल ही जो हुआ वो हम सबने सोशल मीडिया के माध्यम से देखा ही है. लगातार वहां पर हिंदुओं का उत्पीड़न हो रहा है. शेख हसीना की सरकार के अपदस्थ होने के बाद से वहां हर रोज इस्लामी चरमपंथी हिंदुओं को अपने नफरत का शिकार बना रहे हैं.
बांग्लादेश की आबादी में भी पाकिस्तान की तरह लगातार हिंदुओं का रेशियो घट रहा है. अफगानिस्‍तान में हमने देखा ही कि किस तरह सिखों को गुरुग्रंथ साहब लेकर भागना पड़ा.

भारत का मुस्लिम समुदाय गाजा में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ लगातार आवाज उठाता रहा है. रैलियां निकाली जाती हैं. देश के तमाम हिंदू भी उनके सपोर्ट में खुलकर सामने आते हैं. पर बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में कभी मुस्लिम समुदाय सामने नहीं आता है. कुछ मुट्ठी भर मुसलमान सामने आते हैं तो उन्हें अपने समाज से कट जाने का खतरा सताने लगता है. (संयम श्रीवास्तव,26  मार्च 2025)

‘मुस्लिमों के बीच सुरक्षित नहीं हैं हिंदू’, बुलडोजर एक्शन पर बोले CM योगी-जो जैसे समझेगा, उसे उसी भाषा में समझाना चाहिए

योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटो साभार: DH)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि योगी होने के नाते वह सभी की खुशहाली की कामना करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुओं के बीच मुस्लिम परिवार तो सुरक्षित रहते हैं। लेकिन मुस्लिमों के बीच हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। बुलडोजर एक्शन को लेकर बात करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो जिस भाषा में समझता है, उसे उसी भाषा में समझाया जा रहा है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा को लेकर उन्होंने कहा कि यदि मामला कोर्ट में नहीं होता तो अब तक वहां बहुत कुछ हो गया होता.

दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ANI के पॉडकास्ट में कई विषयों पर बात की है। इसमें उत्तर प्रदेश में लोगों की सुरक्षा को लेकर उनसे सवाल किया गया। इस पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा,“सौ हिंदू परिवारों के बीच एक मुस्लिम परिवार सबसे सुरक्षित है। उन्हें अपने सभी धार्मिक कार्यों का पालन करने की स्वतंत्रता होगी, लेकिन क्या 100 मुस्लिम परिवारों के बीच 50 हिंदू सुरक्षित हो सकते हैं? नहीं। बांग्लादेश इसका उदाहरण है। इससे पहले पाकिस्तान इसका उदाहरण था। अफगानिस्तान में क्या हुआ? अगर धुआं है या किसी को चोट लग रही है, तो हमें इससे पहले ही सावधान हो जाना चाहिए। इसी बात का ध्यान रखने की जरूरत है।”

Yogi Adityanath says, “A Muslim family is the safest among 100 Hindu families. They will have the freedom to follow all their religious practices. But can 50 Hindus be safe among 100 Muslim families? No, Bangladesh is an example of this. pic.twitter.com/8dwCmcxuid

— Sami Siddiqui (@siddiquisami23) March 26, 2025

योगी सरकार में बंद हुए दंगे
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम सबसे अधिक सुरक्षित हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि साल 2017 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से राज्य में सांप्रदायिक दंगे बंद हो गए हैं। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में मुस्लिम सबसे सुरक्षित हैं। अगर हिंदू सुरक्षित हैं, तो मुस्लिम भी सुरक्षित हैं। अगर 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में दंगे हुए थे, अगर हिंदुओं की दुकानें जल रही थीं, तो मुस्लिमों की दुकानें भी जल रही थीं। अगर हिंदुओं के घर जल रहे थे, तो मुस्लिमों के घर भी जल रहे थे। साल 2017 के बाद दंगे बंद हो गए।”

योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा, “मैं एक साधारण नागरिक हूं। उत्तर प्रदेश का नागरिक हूं और मैं एक योगी हूं, इसलिए सभी की खुशी की कामना करता हूं। मैं सभी के साथ और विकास में विश्वास करता हूं।” उन्होंने सनातन धर्म को दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म बताते हुए कहा कि दुनिया में ऐसा कोई उदाहरण नहीं है जहां हिंदू शासकों ने ताकत का इस्तेमाल कर दूसरों पर प्रभुत्व स्थापित किया हो।”

#WATCH | On being asked if Muslims are safe in the state, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says, “Muslims are the safest in Uttar Pradesh…If Hindus are safe, then Muslims are also safe here.”

“A Muslim family living among 100 Hindu families is safe. It has the freedom to do… pic.twitter.com/tssSz6qssD

— ANI (@ANI) March 26, 2025

सनातन सबसे प्राचीन: मुख्यमंत्री योगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “सनातन धर्म दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म और संस्कृति है। सनातन धर्म के अनुयायियों ने दूसरों को अपने धर्म में परिवर्तित या धर्मांतरण नहीं कराया है। लेकिन बदले में उन्हें क्या मिला है? दुनिया में कहीं भी ऐसा उदाहरण नहीं है, जहां हिंदू शासकों ने अपनी ताकत का इस्तेमाल करके दूसरों पर आधिपत्य स्थापित किया हो…जबकि हर किसी की मानसिकता यह है कि ‘यह मेरा है, वह किसी और का है। यह सब संकीर्ण और सीमित बुद्धि की उपज है। इसके विपरीत, सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए, इस सार्वभौमिक भावना से प्रेरित होकर, पूरा विश्व एक परिवार है।”

रामनवमी और ईद के दौरान सूबे में कानून-व्यवस्था को लेकर बात करते हुए  मुख्यमंत्री  योगी ने कहा, “हम समय-समय पर प्रशासन के साथ बैठते हैं। हमने इसके लिए एक SOP पहले ही तैयार की है। उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जिसने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार अपने क्षेत्र के बाहर से आने वाले शोर को नियंत्रित किया है या इस संचार के माध्यम से इसे हटा दिया है और नियंत्रित किया है।” पिछले साल रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “अगर हम ऐसा कर सकते हैं, तो बंगाल में ऐसा क्यों नहीं किया जा सकता?”

मथुरा-संभल पर भी की बात
संभल और मथुरा को लेकर बात करते हुए  मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा, “संभल में अब तक 54 तीर्थस्थलों की पहचान हो गई है, आगे जितने भी होंगे, सब ढूंढ़ेंगे।” मथुरा पर मुख्यमंत्री  योगी ने कहा, “मथुरा की बात क्यों नहीं उठाऊं? क्या मथुरा श्री कृष्ण की जन्मभूमि नहीं है? हम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं वरना वहां बहुत कुछ हो गया होता… सनातन हिंदू धर्म के सभी महत्वपूर्ण स्थान हमारी विरासत के प्रतीक हैं।”

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