मच्छर मारने की कोइल से छह परिजनों की मौत, क्यों और कैसे?
6 People Died In Suffocation In North East Delhi Shastri Nagar Due To Mortein Coil Police Investigates
दिल्ली में मच्छरों को भगाने के लिए जलाया था क्वॉइल, दम घुटने से 6 लोगों की दर्दनाक मौत
-ईस्ट दिल्ली के शास्त्री नगर के एक घर में दम घुटने से 6 लोगों की मौत हो गई। मौत की वजह क्वॉइल जलने को बताया जा रहा है। पुलिस छानबीन में जुट गई है। मरने वालों में 4 पुरुष, 1 महिला और एक बच्चा शामिल है।
हाइलाइट्स
1-दिल्ली के शास्त्री नगर में परिवार के 6 लोगों की दम घुटने से मौत
2-मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती से लगी आग के चलते हुई दुर्घटना
3-मरने वालों में 4 पुरुष और 1 महिला शामिल, 3 घायल
नई दिल्ली 31 मार्च: राजधानी दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट इलाके में एक साथ 6 लोगों की मौत की खबर से सनसनी फैल गई । नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के शास्त्री पार्क में एक घर में गुरुवार रात परिवार के 8 लोगों में से 6 की दम घुटने से मौत हो गई। मौत का कारण मच्छर भगा को जलाई मॉर्टिन बताई जा रही है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। बताया गया कि कॉइल के कारण तकिए में आग लग गई जिससे दो लोगों की जलने से वहीं बाकी 4 की दम घुटने से मौत हो गई। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
दिल्ली पुलिस ने क्या बताया?
दिल्ली पुलिस ने बताया कि उन्हें आज सुबह 9 बजे के करीब एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने बताया कि मच्छी मार्केट शास्त्री पार्क के पास एक घर में आग लग गई है। पुलिस ने सूचना पाते ही घटनास्थल की ओर रुख किया। वहां देखने पर पता चला कि घर के सभी 9 सदस्य बेसुध अवस्था में पड़े हैं। उन्हें तुरंत ही पास के जग प्रवेश चंद्रा अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने 9 में से 6 लोगों को मृत घोषित कर दिया। वहीं 3 लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों में 4 वयस्क पुरुष, 1 वयस्क महिला और एक बच्चा शामिल है जिसकी उम्र डेढ़ साल बताई जा रही है।
दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में शुक्रवार सुबह छह लोग अपने घर में मृत पाए गए। पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया मृतकों की मौत दम घुटने से हुई है। बताया जा रहा है कि मॉर्टिन कॉइल के कारण तकिए में आग लग गई जिस वजह से दो लोगों की जलने से मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, बाकी 4 की दम घुटने से मौत हो गई।
मौत की वजह क्वॉइल
दिल्ली पुलिस ने अपनी जांच में पाया है कि मौत की वजह मच्छर भगाने के उपयोग में आने वाला क्वॉइल है। क्वॉइल जलते-जलते गद्दे में गिर गया जिसके बाद वहां आग भड़क गई। इसके बाद वहां लेटे लोगों को घुटन महसूस होने लगी और इसी के चलते 8 में से 6 लोगों की मौत हो गई।
Why Mosquito Coils And Sticks Gas Poses Life Risk Carbon Monoxide Gas
कॉइल जलाने से कौन सी गैस निकलती है, जानें क्यों बन जाती है जानलेवा
दिल्ली के शास्त्री पार्क एरिया में मच्छर भगाने वाली कॉइल जलाकर सोने से एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद से सवाल उठता है कि आखिर कॉइन से कौन सी गैस निकलती है जो जानलेवा बन जाती है।
हाइलाइट्स
मच्छर भगाने वाले कॉइल में पायरेथरॉइड्स का होता है इस्तेमाल
एक कॉइल जलाने से 75 से 137 सिगरेट जितना धुंआ निकलता है
कॉइल जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड समेत कई जहरीली गैस
दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में मच्छर भागने वाली कॉइल से एक परिवार खत्म हो गया। परिवार के 8 लोग रात को मच्छर जलाने वाली कॉइल जलाकर सोए लेकिन सुबह उठ ही नहीं पाए। घर के 8 में 6 लोगों की मौत दम घुटने से हो गई। मच्छर भगाने वाली कॉइल मच्छर भगाने का सबसे आसान तरीका होता है। ऐसे में लोग इसके नुकसान को उतनी तरजीह नहीं देते। एक्सपर्ट के अनुसार 1 मच्छर भगाने वाले कॉइन को जलाने से 75 से 137 सिगरेट के बराबर धुआं निकलता है। ऐसे में यह स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होता है।
कौन-कौन सी गैस निकलती है?
मच्छर भगाने वाला कॉइल जलाने से कार्बन मोनोक्साइड, सल्फरडाइ ऑक्साइड, नाइट्रोडाइ ऑक्साइड, और पर्टिकुलेट मैटर निकलता है। यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए हेल्थ संबंधी खतरा पैदा कर सकता है। ऐसे में मच्छर भगाने वाला कॉइल का धुआं हमारे भीतर जाकर मच्छर के काटने से अधिक नुकसानदायक साबित हो जाता है। एक्सपर्ट के अनुसार मॉस्किटो कॉइल से निकलने वाले धुएं में सबमाइक्रोन (1 माइक्रोन से कम व्यास) पार्टिकल होते हैं। इनमें काफी मात्रा में भारी धातु, एलेथ्रिन और फिनोल और ओ-क्रेसोल जैसे कार्बनिक वेपर की एक डिटेल रेंज होती है। इसलिए, लंबे समय तक इस धुएं के संपर्क में रहने से लोगों के हेल्थ पर असर पड़ता है। ऐसे में गैस की अधिकता जानलेवा भी साबित हो जाती है।
कैसे बनती है कॉइल और अगरबती
मच्छर भगाने के लिए पारंपरिक कॉइल और स्टिक पाइरेथ्रम पेस्ट से बनाए जाते थे। अब मॉडर्न मच्छर कॉइल में ज्यादातर पाइरेथ्रॉइड कीटनाशक या सिट्रोनेला जैसे पौधे से निकलने वाले पदार्थ होते हैं। ये सस्ते, पोर्टेबल और आमतौर पर मच्छरों के काटने को कम करने में प्रभावी होते हैं। हालांकि, इनको लेकर यह सवाल भी उठता है कि क्या ये वास्तव में मच्छरों से होने वाली बीमारियों के रिस्क को कम करते हैं?
फेफड़ों के कैंसर का भी खतरा?
एक स्टडी में सामने आया था कि एक मच्छर भगाने वाले कॉइल को जलाने से पैदा होने वाले पार्टिकुलेट मैटर 75-137 सिगरेट जलाने के बराबर होते हैं। एक्सपोजर की यह मात्रा हेल्थ के लिए रिस्क पैदा करती है। माना जाता है कि लंबे समय तक मॉस्किटो कॉइल के धुएं के संपर्क में रहने से फेफड़ों के कैंसर जैसे अधिक गंभीर स्वास्थ्य प्रभावों का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, इस बारे में अभी ठोस प्रूफ सामने नहीं आए हैं।