देहरादून जैसे छोटे शहर क्यों बन रहे धन्नासेठों के दूसरे घर?

दिल्ली-मुंबई छोड़िए!अमीर अब इन छोटे शहरों में क्यों खरीद रहे हैं घर? जानें सेकंड होम का नया हॉटस्पॉट!
Real Estate Sector: लोग सिर्फ शौक नहीं, बल्कि निवेश और बेहतर जीवनशैली के लिए सेकंड होम खरीद रहे हैं. छोटे शहरों में ये किफायती, बड़े घर छुट्टियों और किराये से कमाई का अच्छा विकल्प हैं. जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

अगर आप भी सोच रहे हैं कि लोग दूसरे घर (सेकंड होम) खरीदने में इतनी दिलचस्पी क्यों ले रहे हैं, तो इसका जवाब सिर्फ शौक नहीं, बल्कि समझदारी भरा निवेश भी है. बड़े शहरों की भीड़भाड़, बढ़ती महंगाई और बेहतर जीवनशैली की तलाश में लोग अब छोटे शहरों की ओर रुख कर रहे हैं। यहां किफायती दामों में बड़े और खुले घर मिल रहे हैं, जिनका इस्तेमाल न सिर्फ छुट्टियों में रहने के लिए बल्कि किराये पर देकर कमाई के लिए भी किया जा रहा है.

देश में सेकंड होम खरीदने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. यह सिर्फ संपन्न लोगों की संपत्ति बढ़ाने का जरिया नहीं, बल्कि आर्थिक विकास और संपत्ति मूल्यों में इजाफे का भी कारण बन रहा है। छोटे शहरों में निवेश बढ़ने से वहां की संपत्तियों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे निवेशकों को मुनाफा मिल रहा है और रियल एस्टेट सेक्टर का विस्तार हो रहा है.

छोटे शहरों में बढ़ रहा है निवेश

बड़ी कंपनियों और निवेशकों का झुकाव अब मेट्रो सिटीज से हटकर टियर-2 और टियर-3 शहरों की ओर हो रहा है. लियासेस फोरास की रिपोर्ट के मुताबिक, 3,294 एकड़ में से 44% भूमि का अधिग्रहण छोटे शहरों में हुआ, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इन इलाकों में निवेश की संभावनाएं लगातार बढ़ रही हैं. 2024 में देश के 60 शहरों में कुल 6,81,138 मकानों की बिक्री दर्ज हुई, जो पिछले साल की तुलना में 23% अधिक है। दिल्ली-एनसीआर, जयपुर, देहरादून, गोवा, और चंडीगढ़ के आसपास के इलाकों में एचएनआई (हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स), एनआरआई और वर्क-फ्रॉम-होम पेशेवरों की रुचि तेजी से बढ़ रही है.

निवेश के लिए आकर्षक बन रहे छोटे शहर

एक्सेंशिया इंफ्रा के डायरेक्टर मानित सेठी का कहना है कि,”दूसरे घर खरीदने वाले अब छोटे शहरों की ओर बढ़ रहे हैं. मेट्रो शहरों की भीड़भाड़ और ऊंची कीमतों के चलते लोग देहरादून, जयपुर जैसे शहरों में निवेश कर रहे हैं.” उन्होंने यह भी बताया कि देहरादून अब एक प्रमुख लक्जरी सेकंड होम डेस्टिनेशन बन चुका है, जहां दिल्ली-एनसीआर के लोग न सिर्फ खुद रहने बल्कि किराये पर देने के लिए भी संपत्तियां खरीद रहे हैं.

अंसल हाउसिंग के निदेशक कुशाग्र अंसल का कहना है किअब दूसरा घर केवल शौक नहीं, बल्कि निवेश का एक अहम जरिया बन गया है. छोटे शहरों में कीमतें कम होने के कारण निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल रहा है। खासकर हिल स्टेशन और समुद्र किनारे बसे शहरों में छुट्टी मनाने के लिए खरीदी गई संपत्तियां किराये से अच्छा मुनाफा कमा रही हैं.

इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी बढ़ने से बढ़ रही मांग
रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि छोटे शहरों में कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होने से इनकी लोकप्रियता बढ़ी है. प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना जैसी सरकारी पहलें इन शहरों को मेट्रो शहरों से जोड़ रही हैं, जिससे वहां रियल एस्टेट की संभावनाएं और मजबूत हो रही हैं. रॉयल एस्टेट ग्रुप की निदेशक इंदु कंसल बताती हैं, उत्तर भारत में चंडीगढ़ का परिधीय क्षेत्र सेकंड होम के लिए एक प्रमुख गंतव्य बन गया है. न्यू चंडीगढ़ और जीरकपुर जैसे इलाकों में निवेशकों की रुचि बढ़ी है, क्योंकि यहां मेट्रो शहरों जैसी सुविधाएं मिल रही हैं और कनेक्टिविटी भी अच्छी है.

छोटी शहरों में बढ़ रही रहने की गुणवत्ता
सुषमा ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रतीक मित्तल का कहना है, छोटे शहरों में रहने की गुणवत्ता बढ़ रही है, जिससे अब दूसरा घर लग्जरी नहीं, बल्कि एक स्मार्ट निवेश बन गया है. हम इस मांग को देखते हुए प्रीमियम प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं. एस्कॉन इंफ्रा रियल्टर्स के एमडी नीरज शर्मा का कहना है,”लखनऊ रियल एस्टेट के लिए एक उभरता हुआ केंद्र बन चुका है, जहां इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और कनेक्टिविटी में तेजी से सुधार हो रहा है. गोमती नगर विस्तार, शहीद पथ और सुल्तानपुर रोड जैसे इलाकों में प्रीमियम प्रोजेक्ट्स की बढ़ती संख्या इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती है। बेहतर जीवनशैली और आधुनिक सुविधाओं की उपलब्धता के कारण यहां संपत्तियों की मांग लगातार बढ़ रही है, जिससे यह शहर रियल एस्टेट ग्रोथ के नए आयाम स्थापित कर रहा है.”

निवेश की दृष्टि से बेहतर विकल्प
विशेषज्ञों के मुताबिक, दूसरे घर अब सिर्फ छुट्टियों में रहने के लिए नहीं, बल्कि रिटायरमेंट प्लानिंग और किराये से आय अर्जित करने का भी बेहतरीन जरिया बन गए हैं. बढ़ती शहरीकरण और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के साथ, यह ट्रेंड भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर को एक नई दिशा दे रहा है.

 

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