चौथे दिन मिला चीला शक्ति नहर में डूबी वनाधिकारी आलोकी का शव

BODY OF WILDLIFE PROTECTOR ALOKI MISSING IN CHILLA ROAD ACCIDENT RECOVERED ON FOURTH DAY
चीला सड़क हादसे में लापता वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी का शव चौथे दिन बरामद, मृतकों की संख्या हुई 5

Dead body recovered from Chilla canal in Rishikesh सोमवार 8 जनवरी को चीला रेंज में हुई दुर्घटना के बाद से लापता वन्य जीव प्रतिपालक अलोकी का शव चौथे दिन मिला है. एसडीआरएफ की टीम ने चीला पावर हाउस के निकट गुरुवार सुबह सर्च की तो आलोकी का शव मिला. सोमवार को दुर्घटना में चार वन अधिकारियों की मौत हो गई थी.आलोकी तभी से लापता थी.

देहरादून11 जनवरी: चीला रेंज में सोमवार को हुई सड़क दुर्घटना में चार वन अधिकारियों की मौत हो गयी थी. एक महिला अधिकारी, वन्य जीव प्रतिपालक (SDO) चीला, आलोकी दुर्घटना में चीला शक्ति नहर में डूब गई थी. आलोकी की तलाश में SDRF लगातार खोज अभियान चला रहा था। खोज अभियान चौथे दिन पूरा हुआ.
गुरुवार 11 जनवरी 2024 को सुबह तड़के ही SDRF ने खोज अभियान फिर से शुरू किया था. मणिकांत मिश्रा, कमांडेंट SDRF की देखरेख में SDRF के विशेषज्ञ गोताखोरों ने चीला पावर हाउस के निकट खोज की. दूसरी ओर राफ्ट से एक बार फिर घटनास्थल से लेकर पावर हाउस तक सघन खोज अभियान चला. खोज में SDRF टीम को चीला पावर हाउस के निकट नहर में एक शव मिला। निरीक्षक कविंद्र सजवाण के अनुसार मिला शव दुर्घटना में लापता महिला अधिकारी आलोकी का ही था. SDRF का ढूंढा शव विधिक कार्रवाई को जिला पुलिस को सौंपा गया है. SDRF सोमवार से ही लापता अधिकारी की तलाश में युद्धस्तर पर खोज अभियान चला रही थी. जहां एक ओर SDRF अत्याधुनिक खोजी उपकरण सोनार और अंडरवाटर ड्रोन से गहन खोज कर रही थी, वहीं दूसरी ओर उसके डीप डाइवर्स स्कूबा डाइविंग से नहर के तल तक गहराइयों में खोज कर रहे थे.
आज गुरुवार सुबह चीला शक्ति नहर का पानी कम किया गया जिसके बाद राफ्ट,मोटर बोट,डीप डाइवर्स इत्यादि से नहर में खोज की गई. इसी खोज अभियान में टीम को सफलता मिली. वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी का शव मिल गया.

Accident In Chilla Range Of Rajaji Park Haridwar Rishikesh Missing Female Warden Dead Body Found

ऋषिकेश की चीला रेंज में नए वाहन के ट्रायल में दुर्घटना में लापता महिला वार्डन का शव आज गुरुवार सुबह नहर का पानी कम होने पर चीला जल विद्युत गृह के जलाशय के जाल में मिला। दूसरी तरफ वाहन कंपनी और चालक पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

वन क्षेत्राधिकारी गौहरी रेंज राजाजी टाइगर रिजर्व राजेश चंद्र जोशी की लिखित शिकायत पर थाना लक्ष्मण झूला में आसका व प्रवेग कंपनी के प्रबंधक व चालक अश्वनी बीजी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं, वार्डन की तलाश में एसडीआरएफ की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही थी।

बता दें कि राजाजी प्रशासन को ये वाहन पेट्रोलिंग व जानवरों के रेस्क्यू के लिए मिला था। ट्रायल के लिए वाहन में वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी, वन क्षेत्राधिकारी शैलेश घिल्डियाल, उपवन क्षेत्राधिकारी प्रमोद ध्यानी, चिकित्सक राकेश नौटियाल के अलावा कुलराज सिंह, हिमांशु गोसाई, सैफ अली खान, अंकुश, अमित सेमवाल व अश्विन बीजी सवार थे। वाहन चीला से ऋषिकेश की ओर जा रहा था।

चीला विद्युत गृह से 100 मीटर आगे अचानक अनियंत्रित वाहन पेड़ से टकराने के बाद चीला शक्ति नहर के पैराफिट से जा टकराया। दुर्घटना में कुछ लोग छिटक कर खाई में जा गिरे। वाहन में सवार वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी नहर में जा गिरीं। वाहन के पीछे चल रहे एक अन्य वाहन में सवार लोगों ने इसकी सूचना पुलिस व पार्क प्रशासन को दी। साथ ही बचाव भी शुरू किया।

पुलिस व वन विभागीय कर्मचारियों ने घायल खाई से निकाल कर उपचार के लिए एम्स पहुंचाये। चिकित्सकों ने शैलेश घिल्डियाल (रेंज अधिकारी), प्रमोद ध्यानी (डिप्टी रेंजर), सैफ अली खान (पुत्र खलील उल रहमान), कुलराज सिंह को मृत पाया। हिमांशु गोसाई (पुत्र गोविंद सिंह,वाहन चालक), राकेश नौटियाल, अंकुश, अमित सेमवाल (चालक), अश्विन बीजी (24 वर्ष चालक) घायल हैं।

चीला सड़क दुर्घटना में घायल पांच लोगों में से तीन को घर भेज दिया गया. दो लोगों की हालत गंभीर है. गंभीर घायलों का उपचार एम्स ऋषिकेश में अनुभवी चिकित्सकों कर रहे है. गौरतलब है कि सोमवार 8 जनवरी को चीला के पास इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल का ट्रायल करते दुर्घटना हो गई थी.दो अफसरों की समेत चार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी.पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

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