सनातनी ऋषि सुनक जानते हैं अंग्रेजी के साथ हिन्दी और पंजाबी भाषा

रेस्तरां में वेटर से लेकर पीएम की कुर्सी तक… भारत के बेटे के हाथ में इंग्लैंड की कमान, ऋषि सुनक की ये 5 बातें आपको जाननी चाहिए

Rishi Sunak Profile : पूर्व वित्त मंत्री और अब ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को कंजरवेटिव पार्टी के 357 में से आधे से अधिक सांसदों का समर्थन मिला, जबकि उन्हें नेता बनने की दौड़ में बने रहने के लिए कम से कम 100 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी।

हाइलाइट्स
ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे भारतीय मूल के ऋषि सुनक
हर रोज जाते हैं मंदिर, भारत से जुड़ी हैं हिंदू ब्रिटिश सुनक की जड़ें
कभी एक भारतीय रेस्तरां में करते थे वेटर का काम, आज बने प्रधानमंत्री

लंदन 25 अक्टूबर : ऋषि सुनक सोमवार को ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी के निर्विरोध नेता चुने गए और इसी के साथ यह तय हो गया कि सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे। ब्रिटेन को उम्मीदें हैं कि पूर्व वित्त मंत्री सुनक उनके देश में ‘अच्छे दिन’ लेकर आएंगे। उनकी जीत को लेकर भारत में भी खुशियां मनाई जा रही हैं क्योंकि दीवाली के दिन ब्रिटेन को पहला हिंदू प्रधानमंत्री मिल गया। वह करीब 200 साल में सबसे युवा ब्रिटिश पीएम हैं। बकिंघम पैलेस में किंग चार्ल्स III से मुलाकात के बाद ऋषि सुनक मंगलवार को औपचारिक रूप से देश के नए प्रधानमंत्री बन जाएंगे।

आइए जानते हैं उनके बारे में पांच बड़ी बातें-
भारत से जुड़ी हैं जड़ें

ऋषि सुनक कुछ हफ्तों पहले लिज ट्रस से प्रधानमंत्री पद की रेस हार गए थे। यह उनकी शानदार राजनीतिक वापसी है। मंगलवार को प्रधानमंत्री बनकर वह इतिहास रचेंगे। ब्रिटेन की सत्ता के शीर्ष पर बैठने वाले सुनक पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनकी जड़ें भारत से जुड़ी हैं और जो हिंदू हैं। उनके दादा-दादी पंजाब से थे और 1960 के दशक में वे पूर्वी अफ्रीका से पलायन कर ब्रिटेन आए थे। सुनक के पिता एक डॉक्टर थे और उनकी मां एक फार्मेसी चलाती थीं। ऑक्सफोर्ड और स्टैनफोर्ड जैसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में पढ़ाई से पहले सुनक एक भारतीय रेस्तरां में वेटर के तौर पर काम करते थे। अंग्रेजी के अलावा ऋषि हिंदी और पंजाबी भाषा भी जानते हैं।

सुनक को ‘हिंदू होने पर गर्व’

ऋषि सुनक हिंदू हैं और अपनी धार्मिक पहचान को लेकर वह काफी मुखर रहते हैं। वह नियमित रूप से मंदिर जाते हैं और उनके बेटियों, अनुष्का और कृष्णा, की जड़ें भी भारतीय संस्कृति से जुड़ी हैं। सुनक जब सांसद बने थे तब उन्होंने भगवत गीता की शपथ ली थी। एक रैली में सुनक ने कहा था कि भले ही वह एक ब्रिटिश नागरिक हैं, उन्हें अपने ‘हिंदू होने पर गर्व’ है।

नारायण मूर्ति के दामाद

कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए की पढ़ाई के दौरान सुनक की मुलाकात उनकी फैशन डिजाइनर अक्षता मूर्ति से हुई थी। बैंगलुरू में अगस्त 2009 में अक्षता और ऋषि शादी के बंधन में बंध गए। अक्षता Infosys के को-फाउंडर और भारत के सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल नारायण मूर्ति की बेटी हैं। सुनक कई बार इसका जिक्र कर चुके हैं कि उन्हें अपनी ‘सास और ससुर पर बेहद गर्व’ है।

सुनक के पास कितना पैसा?

ऋषि सुनक को हाउस ऑफ कॉमन्स में सबसे अमीर शख्स कहा जाता है जिनकी कुल संपत्ति 730 मिलियन पाउंड है। कुछ रिपोर्ट्स तो यहां तक दावा करती हैं उनकी पत्नी ब्रिटेन के सम्राट से भी ज्यादा अमीर हैं। माना जाता है कि दंपति की कुल संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा Infosys की हिस्सेदारी से आता है। हालांकि 2015 में राजनीति में कदम रखने से पहले फाइनेंस के क्षेत्र में सुनका का एक सफल करियर रहा है। दंपति के पास लंदन, कैलिफोर्निया, सैंटा मोनिका और यॉर्कशायर में कई घर हैं। अक्सर सुनक और अक्षता मूर्ति अपनी संपत्ति को लेकर सुर्खियां बटोर चुके हैं।

सुनक का राजनीतिक सफर

साल 2015 में यॉर्कशायर की रिचमंड सीट जीतकर टोरी नेता ऋषि सुनक का राजनीतिक सफर शुरू हुआ। फरवरी 2020 में साजिद जाविद के इस्तीफे के बाद सुनक चांसलर ऑफ एक्सचेकर के पद पर पहुंच गए। सुनक के कम अनुभव को लेकर कुछ लोगों को उन पर संदेह था लेकिन कोविड महामारी के दौरान आर्थिक मोर्चे को सफलतापूर्वक संभालकर उन्होंने अपने आलोचकों को गलत साबित कर दिया। कुछ महीनों पहले तक सुनक बोरिस जॉनसन कैबिनेट में वित्तमंत्री थे लेकिन उनके इस्तीफे ने ब्रिटेन में एक राजनीतिक परिवर्तन की नींव रखी। आज टैक्स-कटौती के लुभावने वादों के बजाय महंगाई को कम करने और अर्थव्यवस्था बेहतर स्थिति में लाने की अपनी रणनीति के दम पर ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बन रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *