अंतर्कथा:निहंगों को मनाने को किया योगेंद्र यादव किसान मोर्चा से निलंबित ?
निहंगों का आरोप है कि योगेंद्र यादव ने ही सबसे ज्यादा निहंगों की आलोचना की थी। कहा तो यह भी जा रहा है कि योगेंद्र यादव के कहने पर ही संयुक्त किसान मोर्चा ने निहंगों से दूरी बनाने का एलान किया था।
Kisan Andolan: योगेंद्र यादव को किसके इशारे पर किया गया 1 महीने के लिए सस्पेंड, Inside Story
नई दिल्ली/सोनीपत 22 [डीपी आर्य]। संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) ने अप्रत्याशित रूप से बड़ी कार्रवाई करते हुए योगेंद्र यादव को किसान मोर्चा से एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है। कहा जा रहा है कि लखीमपुरी खीरी मामले में एक पीड़ित शुभम मिश्रा के घर जाने और हालचाल लेने के कारण योगेंद्र यादव पर संयुक्त किसान मोर्चा ने यह कार्रवाई की है। वहीं, हरियाणा की राजनीति के साथ किसान आंदोलन में दमदार दखल रखने वाले योगेंद्र यादव पर यह कार्रवाई कई सवाल खड़े कर रही है। ऐसे में हम यहां पर बता रहे हैं कि आखिर किस वजह से योगेंद्र यादव के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई की गई है और आखिर क्या है इसकी असली वजह।
लखीमपुर खीरी का बहाना, असल उद्देश्य योगेंद्र को चुप कराना
15 अक्टूबर को सिंघु बार्डर पर पंजाब के दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या में निहंगों का नाम सामने आने पर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से योगेंद्र यादव ने जमकर हमला बोला था। निहंगों का आरोप है कि योगेंद्र यादव ने ही सबसे ज्यादा निहंगों की आलोचना की थी। कहा तो यह भी जा रहा है कि योगेंद्र यादव के कहने पर ही संयुक्त किसान मोर्चा ने निहंगों से दूरी बनाने का एलान किया था। इसके बाद निहंगों ने संयुक्त किसान मोर्चा को निशाने पर लेते हुए 27 अक्टूबर को महापंचायत बुलाई है, जिसमें यह तय होगा कि वह सिंधु बार्डर पर प्रदर्शन में शामिल रहेंगे या फिर वापस पंजाब लौट जाएंगे। इस महापंचायत को संज्ञान में लेते हुए योगेंद्र यादव को एक महीने तक निलंबित कर निहंगों को फिर से अपने पाले में लाने के साथ उनकी नाराजगी भी दूर करने की कोशिश की है। हालांकि, इस कार्रवाई के पीछे वजह यह बताई जा रही है कि योगेंद्र यादव ने लखीमपुर हिंसा में मारे गए शुभम मिश्रा के घर गए थे। इससे किसान संगठनों में नाराजगी थी।
निहंग चल रहे थे नाराज
संयुक्त किसान मोर्चा के साथ अग्रिम पंक्ति में खड़े निहंग योगेंद्र यादव के बयान से नाराज थे और एसकेएम पर दबाव बना रहे थे कि उन पर कोई कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, 27 अक्टूबर को होने वाली बैठक से पूर्व एसकेएम ने कार्रवाई कर निहंगों को साधने का प्रयास किया है। सच बात तो यह है कि संयुक्त किसान मोर्चा अपने सहयोगी निहंगों काे प्रदर्शन स्थल से जाने नहीं देना चाहता है।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से फिलहाल तो यही कहा गया है कि किसान मोर्चा ने योगेंद्र यादव पर ये कार्रवाई इसलिए की है क्योंकि वो लखीमपुर हिंसा में मारे गए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए थे और परिवारवालों से मिलकर संवेदना प्रकट की थी।
गौरतलब है कि 3 अक्टूबर को यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में प्रदर्शनकारी किसानों पर थार गाड़ी चढ़ा दी गई थी। इस हादसे में कुल 4 किसान और एक पत्रकार की जान चली गई थी। इसके बाद हुई हिंसा में 4 भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत हुई थी।
कहने को लखीमपुर-खीरी में मारे गये भाजपाई किसान के घर जाने पर योगेन्द्र यादव को संयुक्त किसान मोर्चा से एक महीने को किया सस्पेंड
संयुक्त किसान मोर्चा ने बड़ा एक्शन लेते हुए योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है. लंबे समय से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही जा रही थी. हाल ही में योगेंद्र यादव मृतक बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिवार से मिलने गए थे. उस मुलाकात के बाद से ही योगेंद्र का किसानों द्वारा विरोध हो रहा था.
संयुक्त किसान मोर्चा ने बड़ा एक्शन लेते हुए योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है. लंबे समय से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही जा रही थी. हाल ही में योगेंद्र यादव मृतक बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिवार से मिलने गए थे. उस मुलाकात के बाद से ही योगेंद्र का किसानों द्वारा विरोध हो रहा था.
योगेंद्र यादव हुए सस्पेंड
अब जानकारी के लिए बता दें कि बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा की लखीमपुर हिंसा के दौरान मौत हो गई थी. उस घटना के बाद ही योगेंद्र यादव ने उनके परिवार से मुलाकात की थी और अपनी संवेदना व्यक्त की थी. उन्होंने सोशल मीडिया पर उस मुलाकात की अपनी तस्वीरें भी साझा की थी.
उस समय योगेंद्र यादव ने कहा था कि शहीद किसान श्रद्धांजलि सभा से वापिसी में बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घर गए. परिवार ने हम पर गुस्सा नहीं किया. बस दुखी मन से सवाल पूछे: क्या हम किसान नहीं? हमारे बेटे का क्या कसूर था? आपके साथी ने एक्शन रिएक्शन वाली बात क्यों कही? उनके सवाल कान में गूंज रहे हैं!
क्यों हो रही ये कार्रवाई?
अब उस मुलाकात के बाद से ही योगेंद्र यादव के खिलाफ एक्शन लेने की बात हो रही थी. ऐसे में गुरुवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी इंटरनल मीटिंग बुलाई और उस मीटिंग में ये बड़ा फैसला लिया. अभी के लिए योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने सस्पेंड कर दिया है. बताया ये भी जा रहा है कि योगेंद्र यादव को माफी मांगने का मौका दिया गया था. लेकिन उन्होंने झुकने से इनकार कर दिया और उनके खिलाफ ये कार्रवाई हो गई.
लखीमपुर हिंसा की बात करें तो उस घटना में चार किसानों ने अपनी जान गंवाई थी. वहीं तीन बीजेपी कार्यकर्ता और एक पत्रकार ने भी अपनी जिंदगी से हाथ धोया था. इस घटना के बाद आशीष मिश्रा, अंकित दास, उसका ड्राइवर समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. SIT अभी भी मामले की जांच कर रही है.