योगी भतीजे के मुंडन में,सवा दो घंटे घूमे गांव
अपने गांव में योगी का ऐसा अंदाज: मुंडन संस्कार में हुए शामिल, लोगों के साथ खूब की हंसी-ठिठोली, बच्चों संग खिंचवाई फोटो
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
देहरादून 04 मई । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने पैतृक गांव यमकेश्वर विधानसभा के पंचूर में अपने भतीजे के मुंडन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने अपने भतीजे अनंत बिष्ट को आर्शीवाद दिया। साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। इस दौरान बच्चों में खासकर मुुख्यमंत्री योगी के साथ फोटो खिंचवाने का गजब का उत्साह दिखा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उत्तराखंड दौरे का आज दूसरा दिन है। गांव में उन्होंने स्थानीय नागरिकों से मुलाकात की। बुधवार को सुबह-सुबह वह अपने गांव की गलियों में निकले और इस बीच लोगों से मिलकर उनके बातचीत भी करते रहे। खास बात यह रही कि पुराने लोगों को मुख्यमंत्री ने उनके नाम से पुकारा तो हर कोई उनके इस अंदाज का कायल हो गया।
मुख्यमंत्री योगी पुराने लोगों से मिले तो उनके साथ खूब हंसी ठिठोली की। इस बीच बच्चे उनके साथ फोटो खिंचवाने के लिए उत्सुक रहे, लेकिन मुख्यमंत्री योगी ने भी उन्हें निराश नहीं किया। उन्होंने बच्चों संग खूब फोटो खिंचवाई। परमार्थ निकेतन से आए लोगों ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उन्हें स्मृति चिन्ह्र भेंट किया।
भतीजे के मुंडन संस्कार में शामिल हुए मुख्यमंत्री योगी
कैबिनेट मंत्री प्रेम चन्द्र अग्रवाल ने भी मुख्यमंत्री के पैतृक गांव पहुंचकर उनसे मुलाकात की। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत, विधायक यमकेश्वर रेनु बिष्ट सहित अन्य उपस्थित थे। बच्चों में योगी आदित्यनाथ के साथ फोटो खिंचवाने की होड़ लगी रही। उन्होंने किसी को भी निराश नहीं किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बुधवार को पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल हुए। वह अपने छोटे भाई महेंद्र सिंह के बेटे अनंत के मुंडन संस्कार में शामिल हुए। उन्होंने अनंत को मेहंदी भी लगाई।
भतीजे के मुंडन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निभाई रस्म, देखें परिवार के साथ
28 साल बाद अपने पैतृक गांव पंचूर में रात्रि विश्राम करने के बाद बुधवार सुबह उत्तर प्रदेश के मुुुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांव की सैर से दिन की शुरुआत की। वह गांव में घर के उसी कमरे में रूके, जहां उनका बचपन बीता। तड़के चार बजे उठने के बाद योगी आदित्यनाथ ने स्नान करने के बाद घर में ही पूजा की।
छह बजे उन्हें चाय परोसी गई। इसके बाद सवा दो घंटे गांव की सैर करने के बाद वह वापस घर आये। इसके बाद उनकी चाय पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत समेत अन्य लोगों से विभिन्न मुद्दो पर चर्चा भी हुई। इस दौरान गांव में उनके पुराने मित्र एवं बुजुर्गों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया जिन्होंने पुराने दिनों की यादें साझा की।
करीब दस बजे के आसपास मुंडन की तैयारियां शुरू हो गई। भतीजे अंनत को हल्दी बान देने का सिलसिला शुरू हो गया। सबसे पहले योगी आदित्यनाथ ने ही भतीजे अंनत को हल्दी लगाई। करीब 12 बजे तक मुंडन संस्कार संपन्न हो गया। इसके बाद मेहमानों ने अंनत को गिफ्ट देने शुरू कर दिये।
दोपहर एक बजे मेहमानों के लिये भोजन परोसना शुरू कर दिया गया जिसमें अरहर, उड़द की दाल, आलू-गोभी, चौलाई की सब्जी, रायता, छोले, हलवा, अरसे और पकौड़े,चटनी भी परोसी गई। करीब डेढ़ बजे योगी आदित्यनाथ ने अपने परिजनों के साथ कमरे में भोजन किया। घर में ही उनका जनता दरबार भी लगा। जहां लोगों ने क्षेत्र की समस्या से उन्हें अवगत कराया।
बीती मंगलवार रात करीब 11 बजे तक मुुुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने परिजनों के बीच रहे। रात्रि दस बजे के आसपास भोजन किया। भोजन में दाल,रोटी,सब्जी,खीर और पकौड़ी चटनी के साथ परोसी गई जिसे मेहमानों के साथ परिवार के लोगों ने चाव से खाया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, शिक्षामंत्री धन सिंह रावत, यमकेश्वर विधायक रेणू बिष्ट के साथ ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख दिनेश भट्ट एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
गांव भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री योगी कई जगह पर रुके। उन्होंने अपनी बचपन की यादों को ताजा किया। सभी से उन्होंने मुस्कुरा कर मुलाकात की और अभिवादन स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मंगलवार रात को घर में सत्यनारायण की कथा और केस नूतन का संस्कार संपन्न हुआ। जबकि बुधवार को सुबह बान व मंगल स्नान की रस्म में योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। उन्होंने भतीजे अनंत को तिलक व हल्दी लगाकर आशीष दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
गांव में पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन पर ग्रामीणों व महिलाओं ने नृत्य किया। योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम का आनंद लिया।