गौचर भूमि मुक्त करवायेगी योगी सरकार

उत्तर प्रदेश: गोचर भूमि को कब्जा मुक्त कराने को विशेष अभियान चलाएगी योगी सरकार, राज्य में 65 हजार से अधिक हेक्टेयर है ऐसी भूमि
योगी सरकार प्रदेशभर में गोचर भूमि को अवैध कब्जाधारियों से मुक्त कराने के लिए विशेष अभियान चलाने जा रही है. सीएम योगी ने इसके लिए नोडल अधिकारियों को नियुक्त करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही अभियान की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के भी आदेश दिये हैं. उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान लापरवाही बदार्शत नहीं की जाएगी.


लखनऊ,04 अक्टूबर 2024।योगी सरकार प्रदेशभर में गोचर भूमि को अवैध कब्जाधारियों से मुक्त कराने के लिए विशेष अभियान चलाने जा रही है. मुख्यमंत्री योगी ने इसके लिए नोडल अधिकारियों को नियुक्त करने के निर्देश दिये हैं. साथ ही अभियान की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के भी आदेश दिये हैं. उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान लापरवाही सहन नहीं की जाएगी.

12 जिलों में 27 हजार से अधिक गोचर भूमि कब्जामुक्त

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोवंश को हरा चारा, भूसा और पौष्टिक पशुआहार उपलब्ध कराने के लिए फैसला लिया है. इसी क्रम में प्रदेश के 12 जिलों में 27 हजार से अधिक गोचर भूमि को शत प्रतिशत कब्जामुक्त किया जा चुका है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को गोचर भूमि को अवैध कब्जाधरियों से मुक्त कराने के निर्देश दिये हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी की मंशा के अनुरूप अभियान सुचारू रूप से संचालित करने को नोडल अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है ताकि अभियान की प्रॉपर मानीटरिंग हो सके.

वहीं नोडल अधिकारियों को प्रतिदिन अभियान की रिपोर्ट शासन को सौंपनी होगी. मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर प्रदेश भर में गोचर भूमि की सूची तैयार की जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कितनी गोचर भूमि पर कब्जा है. इसी के अनुसार जिलावार अभियान को चलाया जाएगा.

मुख्यमंत्री योगी ने यह भी निर्देश दिये हैं कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में निराश्रित गोवंश का वास्तविक आंकलन करें और गो-आश्रय स्थलों में अतिरिक्त शेड का निर्माण करें. गौआश्रय स्थलों की साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो, कहीं पर भी कीचड़ और जल भराव की स्थिति उत्पन्न न हो.

प्रदेश भर में 65,177 हेक्टेयर गोचर भूमि
सभी आश्रय स्थलों में भूसा, हरा चारा, पानी आदि की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए. मृत गोवंश को ससम्मान एवं ठीक विधि से दफनाने की व्यवस्था हो. प्रदेश भर में राजस्व अभिलेखों के अनुसार 65,177 हेक्टेयर गोचर भूमि है. इनमें हरदोई में 4,599 हेक्टेयर, कानपुर नगर में 3,678 हेक्टेयर, रायबरेली में 3349 हेक्टेयर, लखनऊ में 3,077 हेक्टेयर, फतेहपुर में 2805 हेक्टेयर और अमेठी में 2,005 हेक्टेयर गोचर भूमि है.

वहीं अब तक 27,688.75 हेक्टेयर गोचर भूमि कब्जामुक्त करायी जा चुकी है, जिसका प्रतिशत कुल गोचर भूमि का 42.48 प्रतिशत है. वहीं 37,488.25 हेक्टेयर गोचर भूमि को कब्जामुक्त कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा.

योगी ने यह भी निर्देश दिये हैं कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में निराश्रित गोवंश का वास्तविक आंकलन करें और गो-आश्रय स्थलों में अतिरिक्त शेड का निर्माण करें। गोआश्रय स्थलों की साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो कहीं पर भी कीचड़ और जल भराव की स्थिति उत्पन्न न हो। सभी आश्रय स्थलों में भूसा हरा चारा पानी आदि की समुचित व्यवस्था होनी चाहिये।

योगी के निर्देश पर प्रदेशभर में चलाया गया विशेष अभियान

प्रदेश में गो-संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए योगी सरकार ने हजारों हेक्टेयर गोचर भूमि को अवैध कब्जाधारियों से मुक्त करा लिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश के बाद राजस्व विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाकर अवैध कब्जाधारियों से कुल 27 हजार हेक्टेयर से अधिक गोचर भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया है।

इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश के 12 जिलों में 100 फीसदी गोचर भूमि अब कब्जामुक्त हो चुकी हैं। वहीं अन्य जिलों में भी तेजी से अभियान को आगे बढ़ाने के निर्देश मुख्यमंत्री की ओर से दिये गये हैं। सबसे अधिक अयोध्या में 2 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि पर अवैध कब्जाधारियों ने अतिक्रमण कर रखा था, जिसे मुक्त कराया गया है।

राजस्व विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार अयोध्या के अलावा आगरा, फिरोजाबाद, कासगंज, बाराबंकी, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर, चित्रकूट, श्रावस्ती, रामपुर, गाजीपुर और वाराणसी में 27 हजार 688 हेक्टेयर से अधिक भूमि को कब्जामुक्त कराया गया।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जिलों के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ग्रामवार गोचर भूमि की सूची तैयार की जाए। बारिश के उपरांत गोचर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करने का व्यापक अभियान चलाया जाये। अतिक्रमण से मुक्त होने के उपरांत भूमि को पशुपालन विभाग उपयोग में ले।

 

मुख्यमंत्री योगी ने यह भी निर्देश दिये हैं कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में निराश्रित गोवंश का वास्तविक आंकलन करें और गो-आश्रय स्थलों में अतिरिक्त शेड का निर्माण करें। गोआश्रय स्थलों की साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो, कहीं पर भी कीचड़ और जल भराव की स्थिति उत्पन्न न हो। सभी आश्रय स्थलों में भूसा, हरा चारा, पानी आदि की समुचित व्यवस्था होनी चाहिये। मृत गोवंश को ससम्मान एवं ठीक विधि से दफनाने की व्यवस्था हो।

TOPICS:
योगी आदित्यनाथ गौचर भूमि

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *