दिवंगत मनीष गुप्ता की पत्नी से मिले योगी,सारी मांगें मानी
पुलिस लाइन में मनीष गुप्ता की पत्नी के साथ पुलिस कमिश्नर
पुलिस लाइन में मनीष के परिवार से मिले मुख्यमंत्री, पत्नी को केडीए में ओएसडी की नौकरी देने की घोषणा
Property Dealer Manish Gupta Murder सीएम योगी आदित्यनाथ का कानपुर दौरे पर दिन में करीब दो बजे मनीष गुप्ता की पत्नी तथा परिवार के अन्य लोगों से भेंट करने के बाद उनको सांत्वना देने का कार्यक्रम पहले से ही तय था।
पुलिस लाइन में मनीष के परिवार से मिले मुख्यमंत्री, पत्नी को केडीए में ओएसडी की नौकरी देने की घोषणा
कानपुर 30 सितंबर।Property Dealer Manish Gupta Murder कानपुर शहर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत का मामला अब गरमाता जा रहा है और सियासत भी तेज हो गई है। सुबह कानुपर पहुंचे सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार से मिलकर पाटी की ओर से बीस लाख रुपये देने का एलान किया। वहीं दोपहर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसभा के बाद पुलिस लाइन के सेफ हाउस में पीड़ित परिवार से मुलाकात की और मांग के अनुरूप मीनाक्षी गुप्ता को कानपुर विकास प्राधिकरण में ओएसडी का पद देने की घोषणा की है तो केडीए वीसी ने सहमति प्रदान कर दी है।
जहां एक ओर बुधवार रात कानपुर पुलिस आयुक्त असीम अरुण तमाम पुलिस अफसरों के साथ मनीष के घर पहुंचे तो वहीं गुरुवार सुबह से ही उनके नेताओं की आवाजाही लगी है। बता दें कि गुरुवार तड़के ही मनीष का अंतिम संस्कार करा दिया गया था। इन सबके अलावा मनीष गुप्ता की मौत का मामला अब इंटरनेट मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है। गुरुवार को मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ के पीड़ित परिवार से मुलाकात करने से पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उनके घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी। हालांकि देर शाम तक कांग्रेेस महासचिव प्रियंका वाड्रा और प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के पहुंचने की भी खबरें हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने की मुलाकात: सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत कारोबारी मनीष गुप्ता के स्वजन से पुलिस लाइन में मुलाकात की। उनके साथ मिलने के लिए दिवंगत मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता, उनके पिता नंदकिशोर गुप्ता और साले सौरभ गुप्ता आए हुए थे। मुख्यमंत्री ने मनीष के परिवार वालों से गोरखपुर में हुए घटनाक्रम की बिंदुवार पूरी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच कराई जाएगी और जो कोई भी दोषी पाया जाएगा उसे छोड़ेंगे नहीं, हम आपके दुख में आपके साथ हैं। मुख्यमंत्री योगी ने परिवार की मांग के अनुरूप मीनाक्षी गुप्ता को कानपुर विकास प्राधिकरण में ओएसडी का पद देने की बात कही। उन्होंने विशेष रूप से केडीए वीसी को बुलाया केडीए वीसी ने तत्काल सहमति प्रदान कर दी। मुख्यमंत्री ने परिवार को आश्वासन दिया कि जांच गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर कर दी जाएगी और एक विशेष टीम बनाकर इस हत्याकांड की जांच की जाएगी। केस ट्रांसफर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें कोई आपत्ति नहीं आप सीबीआइ जांच चाहें तो हम उसकी संस्तुति कर देंगे।
मुख्यमंत्री ने बढ़ाई मुआवजे की राशि:
दिवंगत कारोबारी मनीष गुप्ता के परिवार ने मुख्यमंत्री याेगी से मुआवजे की राशि बढ़ाने की बात कही ताे सीएम ने उनकी इस मांग काे तत्काल स्वीकार कर लिया। हालांकि यह अभी नहीं पता चल पाया है कि मुआवजे के तौर पर कितनी राशि पीड़ित परिवार को दी जाएगी। बता दें कि इस बात की पुष्टि स्वयं पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने की। उन्होंने बताया कि सभी प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं और 2 दिन के अंदर प्रस्ताव संबंधित विभागों को भेज दिए जाएंगे।
मनीष गुप्ता हत्याकांड: कानपुर में मुख्यमंत्री योगी से मिला मनीष का परिवार, पत्नी मीनाक्षी ने बताया क्या हुई बात
यूपी के गोरखपुर में पुलिस की पिटाई के बाद प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत के बाद इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। बीते सोमवार मनीष गुप्ता (36) की देर रात पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। इस मामले में आज सीएम ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की।
गोरखपुर के एक होटल में पुलिस की दबिश के बाद कानपुर के मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में आज परिजन और मनीष की पत्नी मीनाक्षी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलीं।
मुख्यमंत्री से मिलने के बाद मृतक की पत्नी मीनाक्षी मीडिया से रूबरू हुईं। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने कहा उन्होंने बोला कि जॉब भी मिल जाएगी। उन्होंने खुद अपनी ओर से कहा कि आपका केस यहां ट्रांसफर कर देते हैं। एक अच्छी टीम तैनात कर देते हैं, जिससे आपका कार्य बहुत अच्छे से हो पाए। वो ये बात खुद ही समझ रहे हैं कि मैं वहां (गोरखपुर) जाकर ये कार्य नहीं कर सकती।
साथ ही मामले में सीबीआई से जांच की मांग पर भी हामी भर दी है। परिजनों में पत्नी मीनाक्षी, बेटा अभिराज, पिता नंदकिशोर, भाई सौरव, भांजा दुर्गेश बाजपेई, मित्र दीपक श्रीवास्तव, रंजीत सिंह अधिवक्ता व बहनोई रोहित रोहित शामिल थे।
सोमवार-मंगलवार की रात को गोरखपुर के एक होटल में पुलिस की दबिश के बाद मनीष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मनीष के साथ होटल में रुके उनके दोस्त गुरुग्राम के रहने वाले अरविंद सिंह ने बताया कि वे होटल कृष्णा पैलेस के अपने रूम नंबर 512 में सो रहे थे।
अरविंद ने बताया कि देर रात पुलिसवालों ने दरवाजा खुलवाया और आईडी चेक करने लगे। मनीष ने देर रात की जांच पर सवाल उठाए तो पुलिसवाले आक्रोशित हो गए और उन्होंने पीटना शुरु कर दिया।अरविंद का आरोप है कि पुलिसवाले शराब के नशे में भी थे, देर रात में की जा रही चेकिंग को लेकर सवाल पूछने पर उन्होंने मनीष को इतना पीटा कि उसकी जान चली गई।