पाकिस्तान जाकर यूं नंगा हो गया जाकिर नाइक

पाकिस्तान में ज़ाकिर नाइक ने महिलाओं को लेकर जो कुछ भी कहा, उससे चिढ़े पाकिस्तानी

देहरादून/इस्लामाबाद 14 अक्टूबर 2024। विवादित इस्लामी उपदेशक ज़ाकिर नाइक इस समय पाकिस्तान में हैं और पाकिस्तान के लोग उन्हें जमकर निशाने पर ले रहे हैं.

कई पाकिस्तानी पत्रकार, प्रोफ़ेसर और बुद्धिजीवी तो अपनी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं कि किस तरह के व्यक्ति को राजकीय अतिथि बनाकर बुलाया गया है.

ज़ाकिर नाइक 30 सितंबर को पाकिस्तान पहुँचे थे और इस महीने के आख़िरी हफ़्ते तक उनका यहाँ के कई शहरों में प्रोग्राम है.

दो अक्टूबर को ज़ाकिर नाइक से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने मुलाक़ात की थी.

शहबाज़ शरीफ़ ने ज़ाकिर नाइक से मिलते ही कहा था कि मुसलमानों को उन पर गर्व है क्योंकि वह पूरी दुनिया में इस्लाम का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।

लेकिन पाकिस्तान के बुद्धिजीवी शहबाज़ शरीफ़ इस बयान से सहमत नहीं दिख रहे हैं.

ज़ाकिर नाइक महिलाओं को लेकर पहले भी ग़ैर-बराबरी और भेदभावपूर्ण बातें करते थे लेकिन उन्होंने पाकिस्तान में भी कई मौक़ों पर ऐसी ही बातें कीं.

पाकिस्तान भले इस्लामिक देश है लेकिन वहाँ के लोग ज़ाकिर नाइक की टिप्पणियों की जमकर आलोचना कर रहे हैं.

ज़ाकिर नाइक ने पाकिस्तानी मीडिया में इंटरव्यू देते हुए या किसी कार्यक्रम में लोगों के सवालों के जवाब के दौरान कई ऐसी बातें कहीं, जो पाकिस्तानियों के गले से नीचे नहीं उतर रहीं.

ज़ाकिर नाइक से पाकिस्तान की लड़कियों ने पूछा कि इस्लाम में कोई मर्द के लिए एक से ज़्यादा लड़कियों से शादी मान्य क्यों है तो उन्होंने राजा दशरथ और भगवान कृष्ण का हवाला दिया.

पाकिस्तान की लड़कियों ने पूछा कि ड्रग्स और बच्चों के यौन उत्पीड़न का मामला बढ़ रहा है लेकिन उलेमा इसे रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं तो ज़ाकिर नाइक ने कहा कि इस्लाम के साथ इन बुराइयों को नहीं जोड़ा जा सकता है.

लेकिन ज़ाकिर की विवादित टिप्पणी का एक वीडियो सबसे ज़्यादा वायरल है.

ज़ाकिर नाइक को अतिथि के तौर पर बुलाने को लेकर पाकिस्तान के लोग अपनी ही सरकार को घेर रहे हैं

शुक्रवार को पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल जीएनएन को दिए इंटरव्यू में ज़ाकिर नाइक ने महिलाओं को लेकर जो अपनी सोच बताई, उस पर काफ़ी विवाद हो रहा है.

ज़ाकिर नाइक से जीएनन की महिला एंकर फ़रीहा एम इदरीस ने कामकाज़ी महिलाओं को लेकर सवाल पूछा था.

ज़ाकिर नाइक ने जवाब में कहा, ”महिलाओं को अपनी ज़रूरत पूरी करने के लिए काम करने की ज़रूरत नहीं है. इस्लाम महिलाओं को महफूज़ रखता है.”

उन्होंने कहा, “शादी से पहले लड़कियों का ख़्याल भाई और पिता रखता है जबकि शादी के बाद उसका पति. अगर महिला काम करना चाहती है तो शरियत के ख़िलाफ़ नहीं होना चाहिए. उसे शादी से पहले पिता से और शादी के बाद पति से काम के लिए अनुमति लेना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “महिलाओं को मीडिया में कैमरे के सामने नहीं आना चाहिए. अगर वह कैमरे में पूरे नकाब के साथ आ रही है तो शायद कुछ ग़लत नहीं है, लेकिन अगर महिला भले ही सही हिजाब में है, लेकिन उसका चेहरा दिख रहा है तो यह ग़लत है.”

उन्होंने कहा, “टीवी पर अगर एक न्यूज़ रीडर (महिला) आधे घंटे के लिए न्यूज़ दे रही है और वह 20 मिनट के लिए टीवी पर है. अगर कोई आदमी वो औरत को देखता है और उसके दिमाग़ में कुछ नहीं होता है तो उसे डॉक्टर के पास जाना चाहिए. ज़रूर उस आदमी में कुछ समस्या है.”

“आप लड़की को 20 मिनट तक देखें और आपके दिल में हलचल नहीं होती है, मतलब आप मेडिकली बीमार हैं, मेरे हिसाब से.”

ज़ाकिर नाइक के स्वागत में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने कहा कि उन पर मुस्लिम दुनिया को गर्व है
इस्लामिक देशों में तानाशाही पर क्या कहा?
ज़ाकिर नाइक ने एक अन्य पाकिस्तानी न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में तानाशाही को लेकर टिप्पणी की.

इंटरव्यू लेने वाले पत्रकार ने पूछा, “इस्लाम में लोकतंत्र को लेकर तो सब सवाल करते हैं, लेकिन इस्लाम में तानाशाही को लेकर आप क्या सोचते हैं? क्योंकि बहुत सारे मुस्लिम देश हैं, जहाँ तानाशाही है या बादशाह हैं, वो भी अपने हिसाब से चल रहे होते हैं, तो इस्लाम में तानाशाह या ‘वन मैन रूल’ की क्या अवधारणा है?”

इस पर ज़ाकिर नाइक ने कहा, “अगर तानाशाह क़ुरान के अनुसार चल रहा है तो अच्छी बात है. तानाशाह मतलब मैं जो बोलूंगा वो सही. अगर वो तानाशाह है और वो क़ुरान के साथ हदीस को 100 फ़ीसदी अमल में लाता है तो इस्लाम में कोई समस्या नहीं है. बाकी लोगों को समस्या होगी.”

पाकिस्तानी मूल के पत्रकार मोईद पीरज़ादा ने ज़ाकिर नाइक के इस वीडियो क्लिप को रीपोस्ट करते हुए लिखा है, ”शरीफ़/ज़रदारी ने ज़ाकिर नाइक को बुलाकर एक अच्छा काम किया है- क्योंकि पाकिस्तानियों ने उन्हें बेपर्दा कर दिया. पाकिस्तान के लोगों ने जिस तरह से ज़ाकिर नाइक से सवाल पूछे उससे वह पूरी तरह बेपर्दा हो गए. सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि भारत के मुसलमानों ने इस व्यक्ति को स्कॉलर का तमगा कैसे दे रखा था. भारत के मुसलमान कृपया हमें बताएं.”

पाकिस्तानी पत्रकार आरज़ू काज़मी ने ज़ाकिर नाइक को लेकर वहाँ के राजनीतिक विश्लेषक वसीम अल्ताफ़ से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, ”मैं तो समझता हूँ कि पाकिस्तान में आकर ज़ाकिर नाइक ने जो कुछ कहा, उससे स्पष्ट हो गया है कि इंडिया ने इनके साथ कोई ज़्यादती की नहीं की थी.”

”अगर ये सब नहीं होता तो अब तक पाकिस्तान के लोग यही मानते थे कि भारत में उनके साथ अन्याय हुआ था. पूरी कौम को पता चल गया कि इंडिया ने जो कुछ भी किया था वो दुरुस्त था. इंडिया में ये कंट्रोल्ड तक़रीरें करते थे. वहाँ सब कुछ फिक्स होता था. लेकिन पाकिस्तान में ये टेढ़े सवाल की उम्मीद नहीं कर रहे थे. जब यहाँ टेढ़े सवाल हुए तो झुंझला गए. पाकिस्तान के नौजवानों ने इनकी पोल खोल दी.”

आरज़ू काज़मी ने वसीम अल्ताफ़ से पूछा कि पाकिस्तान ने आख़िर ज़ाकिर नाइक को बुलाया ही क्यों? इस सवाल के जवाब में वसीम अल्ताफ़ ने कहा, ”हमारी सरकार का भी यह लेवल है. हम शहबाज़ शरीफ़ से और क्या उम्मीद कर सकते हैं? इनके लिए तो ज़ाकिर नाइक बहुत बड़े स्कॉलर हैं.”

ज़ाकिर नाइक ने कहा, ‘अगर तानाशाह क़ुरान के अनुसार चल रहा है तो कोई दिक्क़त नहीं है
अंतराष्ट्रीय राजनीति पर नज़र रखने वाले पाकिस्तानी टिप्पणीकार क़मर चीमा ने अपने पॉडकास्ट में कहा, “ज़ाकिर नाइक तकरीबन एक महीने के लिए पाकिस्तान में हैं और वो हर रोज़ पाकिस्तानियों की बेइज्ज़ती कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “वो जिस दिन से पाकिस्तान आए हैं, तब से मैं कह रहा हूं कि ये बहुत ही विवादित व्यक्ति हैं. क्या मक़सद था इनको लेकर आने का? ये हर रोज़ अपने आप को एक्सपोज़ कर रहे हैं.”

एक अन्य यूट्यूब चैनल ‘द पाकिस्तान एक्सपीरिएंस’ में शहज़ाद गियास शेख़ ने अपने पॉडकास्ट में ज़ाकिर नाइक पर कई गंभीर सवाल उठाए.

उन्होंने कहा, “कोई भी इंसान सभी चीज़ों में एक्सपर्ट नहीं हो सकता, ऐसे लोग पाकिस्तान में मज़हब के नाम पर कारोबार करते हैं. ऐसे लोग लब्ज़ों में आपको फंसा देते हैं जबकि उनकी बातों में कोई लॉजिक नहीं होता. वो बस लब्जों की ख़ूबसूरती और उसके भ्रम से डिबेट जीतते हैं, ये एक स्किल है.”

पाकिस्तान के प्रमुख अंग्रेज़ी अख़बार डॉन की पत्रकार अब्सा कोमल ने एक्स पर ज़ाकिर नाइक को टैग करते हुए लिखा है, “अल्लाह इस यौन कुंठा से ग्रस्त व्यक्ति की मदद करे. जिसने भी सोचा था कि इन्हें पाकिस्तान में राजकीय अतिथि बनाकर बुलाना एक अच्छा विचार है, अल्लाह उस पर भी इनायत करे.”

पाकिस्तान में ज़ाकिर नाइक का स्वागत करते वहाँ के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़
‘ना-महरम लड़कियों को छूना हराम’
पाकिस्तान में इस महीने की शुरुआत में ही ज़ाकिर नाइक को अनाथालय में बच्चियों को सम्मानित करने के लिए बुलाया गया था. जब बच्चियों को मंच पर बुलाया गया तो तो ज़ाकिर नाइक मंच ये यह कहकर उतर गए थे कि वह ना-महरम लड़कियों को नहीं देख सकते हैं.

इस्लाम में ‘ना-महरम’ का इस्तेमाल अविवाहित लड़कियों के लिए किया जाता है, जिनसे कोई सीधा ख़ून का रिश्ता नहीं होता है.

इस्लाम में ‘ना-महरम’ का मतलब होता है, जिनसे ख़ून का रिश्ता ना हो और ‘महरम’ वो होते हैं, जिनसे ख़ून का रिश्ता हो.

सऊदी अरब में कुछ साल पहले तक महिलाओं को अपने ‘महरम’ वाले रिश्तों के पुरुषों के साथ ही घर से बाहर निकलना होता था.

ये रिश्ते भाई, पति, बेटा, भतीजा, मामा या चाचा हो सकते हैं.

लेकिन 2019 में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने यह नियम बदल दिया और अब लड़कियां अकेले भी घर से बाहर निकल सकती हैं.

पाकिस्तान की वकील सरीहा बेनज़ीर ने ज़ाकिर नाइक के वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा है, ”डॉ ज़ाकिर नाइक एक धार्मिक स्कॉलर हैं और पाकिस्तान के अतिथि हैं. लेकिन महिलाओं के प्रति उनका यह रुख़ घृणित, पाखंड से भरा और औरतों को नीचा दिखाने वाला है. इन छोटी बच्चियों के लिए कितना शर्मनाक और परेशान करने वाला रहा होगा. मेरा इस्लाम ऐसा नहीं है.”

भारत में ज़ाकिर नाइक के ख़िलाफ़ कई मामले

ज़ाकिर नाइक को लेकर भारत में विरोध देखने को मिला था (फ़ाइल फोटो)
भारत की पुलिस के लिए ज़ाकिर नाइक वॉन्टेड हैं. वह भारत में मनी लॉन्ड्रिंग और हेट स्पीच के मामले में अभियुक्त हैं.

भारत में ज़ाकिर नाइक पर दो समुदायों के बीच नफ़रत और दुश्मनी बढ़ाने का आरोप है.

लेकिन नाइक दावा करते हैं कि उन्होंने भारत के क़ानून के ख़िलाफ़ कोई काम नहीं किया है. कट्टर धार्मिक विचार के कारण ज़ाकिर नाइक पर बांग्लादेश, श्रीलंका और ब्रिटेन में भी पाबंदी है.

जर्मनी के सरकारी प्रसारक डीडब्ल्यू से पाकिस्तान के जाने-माने बुद्धिजीवी परवेज़ हुदभाई ने कहा, ”पाकिस्तान में ज़ाकिर नाइक को राजकीय अतिथि के तौर पर बुलाने से मैं दुखी हूँ लेकिन हैरान नहीं हूँ. सरकार आग में घी डालने का काम कर रही है.”

“सऊदी अरब रूढ़िवादी इस्लाम से दूर हट रहा है लेकिन पाकिस्तान इसका सक्रिय संरक्षक बन रहा है. ज़ाकिर नाइक को राजकीय अतिथि के तौर पर बुलाना यही बताता है.”

ज़ाकिर नाइक अभी मलेशिया में रहते हैं और वहाँ भी उन्हें नस्ली रूप से संवेदनशील टिप्पणी के लिए माफ़ी मांगनी पड़ी थी.

अगस्त 2019 में मलेशियाई पुलिस ने ज़ाकिर नाइक पर सार्वजनिक सभाओं में उपदेश देने पर पाबंदी लगा दी थी. उनकी टिप्पणियों के लिए मलेशिया में पुलिस ने घंटों पूछताछ भी की थी.

ज़ाकिर नाइक की भारत में भले कई आपराधिक मामलों में तलाश है लेकिन पाकिस्तान में उनके स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है.

 

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